Net Hindi Solved Paper December – 2021 || हिंदी साहित्य हल सहित पेपर

आज के आर्टिकल में NTA/UGC  द्वारा हाल ही में हुए हिंदी नेट पेपर को हल सहित(Net Hindi Solved Paper – 2021) दिया गया है

Net Hindi Solved Paper – 2021

1. ’ध्रुवस्वामिनी’ के प्रतिपाद्य है-
(क) स्त्री पुरुषार्थ का ढोंग न करें। विश्व भर में सब काम सबके लिए नहीं है।
(ख) प्रेम में अपना सर्वस्व निछावर करने वाली स्त्रियाँ कभी असहाय नहीं होती है।
(ग) स्त्री उपहार में देने की वस्तु नहीं है। पुरुष उसे अपनी पशु-सम्पत्ति समझकर अत्याचार न करे।
(घ) स्त्री को अपने चुनाव और निर्णय की स्वतंत्रता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(अ) क और ग (ब) ख और घ
(स) ग और घ ✔️ (द) ख और ग

2. जन्मकाल के अनुसार निम्नलिखित कवियों का सही अनुक्रम है-
(क) लुइपा
(ख) स्वयंभू
(ग) हेमचन्द्र
(घ) पुष्पदंत
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिए-
(अ) क, ख, ग, घ (ब) ख, क, घ, ग ✔️
(स) ग, ख, क, घ (द) घ, ग, ख, क

3. ’ईस्वर अंस जीवन अबिनासी।
चेतन अमल सहज सुख रासी।।’
इन पंक्तियों में कौन-सा दर्शन है ?
(अ) अद्वैतवाद (ब) भेदाभेदवाद
(स) द्वैताद्वैतवाद (द) विशिष्टाद्वैतवाद✔️

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4. निम्नलिखित में से ’गोदान’ उपन्यास में वर्णित गांव कौन सा है ?
(क) गंगौली
(ख) सेमरी
(ग) बेलारी
(घ) मेरीगंज
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(अ) क और ख (ब) क और ग
(स) ख और घ (द) ख और ग ✔️

5. ’अंधा युग’ के संबंध में कौन-से विचार सहीं है ?
(क) यह महाभारत के अठारहवें दिन की कथा पर आधारित है।
(ख) आधुनिक भावबोध को रूपायित करने वाले नाटकों में अंधायुग विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
(ग) इसमें बहिद्र्वन्द्व और अन्तद्र्वन्द्व दोनों विकराल रूप में मौजूद है।
(घ) ’अंधायुग’ आधुनिक त्रासदी को व्यक्त नहीं करता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(अ) ख और घ (ब) ख और ग✔️
(स) क और घ (द) क और ख

6. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए-

सूची-।सूची-।।
(क) लहनासिंह1. चीफ की दावत
(ख) पीरबख्श2. परिन्दे
(ग) लतिका3. परदा
(घ) शामनाथ4. उसने कहा था
नीचे दिए गए विकल्पों में सही उत्तर का चयन कीजिए-
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4
(ब) 2 3 4 1
(स) 3 4 1 2
(द) 4 3 2 1✔️

7. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए-

सूची-।सूची-।।
(क) कुछ पत्ते कुछ चिट्ठियाँ1. रामधारी सिंह ’दिनकर’
(ख) आत्मा की आँखें2. सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’
(ग) चुका भी हूँ नहीं मैं3. शमशेर बहादुर सिंह
(घ) कुकुरमुत्ता4. रघुवीर सहाय

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
क ख ग घ
(अ) 4 1 3 2✔️
(ब) 2 3 1 4
(स) 3 2 4 1
(द) 1 4 2 3

8. ’जहाँ न धर्म न बुद्धि नहिं नीति न सुजन समाज।
ते ऐसहि आपुहिं नसैं, जैसे चैपट राज।’’
’अंधेर नगरी’ के किस चरित्र से इस काव्यात्मक संवाद में कहलवाया गया है ?
(अ) गुरु✔️ (ब) गोबरधनदास
(स) फर्यादी (द) महंत

9. निम्नलिखित में से किस कवि का उपनाम ’हितैषी’ है ?
(अ) तुलसीराम शर्मा (ब) गोपालशरण सिंह
(स) अनूप शर्मा (द) जगदंबाप्रसाद✔️

10. प्रकाशन वर्ष के अनुसार प्रेमचंद की कहानियों का सही क्रम है-
(क) बूढ़ी काकी
(ख) सवा सर गेहूं
(ग) पंच परमेश्वर
(घ) प्रेरणा
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिएः
(अ) क, ग, घ, ख (ब) घ, ख, क, ग
(स) ग, घ, क, ख (द) ग, क, ख, घ ✔️

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11. ’लछमा’ किस कहानी का पात्र है ?
(अ) पुरस्कार (ब) कोसी का पटवार✔️
(स) पिता (द) परिंदे

12. प्रकाशन वर्ष के अनुसार जयशंकर प्रसाद की कहानियों का सही अनुक्रम है-
(क) इन्द्रजाल
(ख) आकाशदीप
(ग) ग्राम
(घ) गूदड़साई
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिए:
(अ) ग, घ, ख, क✔️ (ब) क, ख, ग, घ
(स) ख, ग, घ, क (द) घ, ख, क, ग

13. ’’आज के व्यापक सामाजिक संबंधों के संदर्भ में जीने वाले व्यक्ति के माध्यम से ही मुक्तिबोध ने ’अँधेरे में’ कविता में अस्मिता की खोज को नाटकीय रूप दिया है।’’
यह कथन किस आलोचक का है ?
(अ) नामवर सिंह✔️ (ब) रामविलास शर्मा
(स) रमेश कुन्तल मेघ (द) रामस्वरूप चतुर्वेदी

14. निम्नलिखित में से किस विचार से गांधीवादी दर्शन सहमत नहीं है ?
(अ) सत्य और अहिंसा
(ब) मनुष्य की सार्थकता जानने में नहीं, करने में है।
(स) सादा जीवन और श्रम पर जोर
(द) साध्य की शुद्धता लेकिन साधन की अशुद्धता✔️

15. प्रकाशन वर्ष के अनुसार श्रीलाल शुक्ल के उपन्यासों का सही अनुक्रम है-
(क) बिस्त्रामपुर का संत
(ख) मकान
(ग) सूनी घाटी का सूरज
(घ) पहला पड़ाव
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(अ) घ, क, ख, ग (ब) ख, ग, क, घ
(स) ग, ख, घ, क ✔️ (द) क, ख, ग, घ

16. प्रकाशन वर्ष के अनुसार कृष्णा सोबती के उपन्यासों का सही अनुक्रम है-
(क) समय-सरगम
(ख) मित्रो मरजानी
(ग) ऐ लड़की
(घ) सूरजमुखी अंधेरे के
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिए-
(अ) क, ख, ग, घ (ब) घ, ग, ख, क
(स) ख, क, घ, ग (द) ख, घ, ग, क ✔️

17. रामचंद्र शुक्ल न ’हिंदी साहित्य का इतिहास’ में देव के कितने ग्रंथों का उल्लेख किया है ?
(अ) 22 (ब) 23✔️
(स) 24 (द) 25

18. ’जिन्दगीनामा’ उपन्यास में-
(क) बीसवीं शताब्दी के प्रथम पन्द्रह वर्षों में पंजाब के किसानों-ग्रामीणों के जीवन का चित्रण है।
(ख) महानगर वासी उच्च मध्यवर्गीय वृद्ध व्यक्तियों की जीवन स्थितियों का चित्रण है।
(ग) परिनिष्ठित हिंदी को पंजाबी प्रयोगों से आक्रान्त कर दिया है।
(घ) विवाहेतर सन्तान और उसकी स्वीकृति का प्रश्न वर्णित है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) क और ग ✔️ (ब) क और ख
(स) ख और ग (द) ग और घ

19. ’मैं नीर भरी दुख की बदली’ का प्रतिपाद्य है-
(क) इसमें रहस्यवादी ढंग से जीवन की नश्वरता की बात की गई है।
(ख) इसमें स्त्री के सामाजिक प्रदेय और श्रेय का रेखांकित किया गया है।
(ग) स्त्री का जीवन दुख में ही बीतता रहा है।
(घ) स्त्री अपने आँसुओं को व्यर्थ नहीं जाने देती है। वह उसी से नया सृजन करती रही है।
नीचे दिए गए विकल्पों में सही उत्तर का चयन कीजिए-
(अ) क और ग (ब) ख और घ
(स) क और ख (द) ग और घ✔️

20. जगदीश चन्द्र कृत उपन्यास ’धरती धन न अपना’ की अंतर्वस्तु निम्नलिखित में से किस विषय पर आधारित है ?
(अ) पंजाब की ग्रामीण पृष्ठभूमि में दलित जीवन की कथा✔️
(ब) देश-विभाजन के बाद पंजाबी शरणार्थियों की समस्या
(स) वायलिन और बन्दूक, संगीत और युद्ध का द्वन्द्व
(द) युद्ध और प्रेम

21. ’संस्कृति के चार अध्याय’ में दिनकर में रवींद्रनाथ टैगोर और मुहम्मद इकबाल को आख्यायित किया है-
(अ) राष्ट्रीय कवि के रूप में
(ब) नवोत्थान के कवि के रूप में ✔️
(स) भारतीय कवि के रूप में
(द) सामासिक संस्कृति के कवि के रूप में

22. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए-

सूची-।सूची-।।
(क) राजशेखर1. साहित्य दर्पण
(ख) भट्ट नायक2. अभिनव भारती
(ग) विश्वनाथ3. हृदय दर्पण
(घ) अभिनव गुप्त4. काव्य मीमांसा
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
क ख ग घ
(अ) 3 1 2 4
(ब) 4 3 1 2✔️
(स) 1 2 3 4
(द) 2 4 3 1

23. निम्नलिखित में से कमलेश्वर के कहानी संग्रह है-
(क) बिरादरी बाहर
(ख) राजा निरबंसिया
(ग) ठसक
(घ) कस्बे का आदमी
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(अ) क और ग (ब) ख और घ✔️
(स) क और घ (द) ख और ग

24. कमलेश्वर ने नयी कहानी के बारे में क्या कहा है ?
(क) नयी कहानी आग्रहों की कहानी नहीं है।
(ख) उसमें विभिन्न स्तरों पर आज के यथार्थ को ही पकड़ने की चेष्टा है।
(ग) उसका केंद्रीय पात्र है जीवन को बहन करने वाला व्यक्ति।
(घ) व्यक्ति के मन के राग-विराग की अभिव्यक्ति होती है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(अ) ग और घ (ब) ख और ग
(स) क और ग✔️ (द) ख और घ

25. प्रकाशन वर्ष के अनुसार निम्नलिखित नाटकों का सही अनुक्रम है-
(क) हानूश
(ख) लहरों के राजहंस
(ग) आषाढ़ का एक दिन
(घ) आधे-अधूरे
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिए:
(अ) क, ख, ग, घ (ब) ख, ग, घ, क
(स) ग, ख, घ, क✔️ (द) घ, क, ख, ग

Net Hindi paper 2021 Answer key 

26. ’सहमति…….
नहीं, यह समकालीन शब्द नहीं है
इसे बालिगों के बीच चालू मत करो’
ये पंक्तियों किस कविता से है ?
(अ) अकाल दर्शन (ब) नक्सलबाड़ी✔️
(स) रोटी और संसद (द) मोचीराम

27. ’शिवशंभु के चिट्ठे’ किसको संबोधित है ?
(अ) वारेन हेस्टिंगज (ब) लाॅर्ड रिपन
(स) लाॅर्ड क्लाइव (द) लाॅर्ड कर्जन✔️

28. अँखिया हरि-दरसन की भूखी।
बारक वह मुख फेरि दिखाओं दुहि पय पिवत पतूखी।
उक्त पद में ’पतूखी’ का अर्थ है-
(अ) साग-सब्जी (ब) पेय पदार्थ
(स) पकवान (द) पत्ते का दोना✔️

29. उस युवती के प्रति मेरे मन में जो प्रेम और श्रद्धा है, वह ऐसी है कि अगर मैं उसकी ओर वासना से देखूं तो आँखें फूट जायँ।’’ उपर्युक्त संवाद ’गोदान’ उपन्यास के किन दो पात्रों के बीच हुआ है ?
(अ) मेहता और मालती✔️
(ब) खन्ना और गोविन्दी
(स) मिर्जा खुर्शेद और मेहता
(द) राय अमरपालसिंह और मालती

30. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए-

सूची-।सूची-।।
(क) कीर का प्रिय आज पिंजर खोल दो1. जागरण गीत
(ख) बीती विभावरी जाग री2. स्त्री जागृति
(ग) ये जो जमुना के से कछार पंद फटे बिवाई के, उधार3. दार्शनिकता
(घ) इस धारा सा ही जग का क्रम शाश्वत इस जीवन का संगम4. सामाजिक विसंगति
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4
(ब) 4 3 2 1
(स) 3 1 4 2
(द) 2 1 4 3✔️

31. ’चम्पा द्वीप’ किस कहानी में आया है-
(अ) दुलाईवाली (ब) पिता
(स) आकाशदीप✔️ (द) गैंग्रीन

32. पार्वती, सुखदेई, दौलत राम और छोटे निम्नलिखित में से किस कथा-कृति के पात्र है ?
(अ) रानी केतकी की कहानी
(ब) वामा शिक्षक
(स) भाग्यवती
(द) देवरानी, जेठानी की कहानी✔️

33. ’बाणभट्ट की आत्मकथा’ उपन्यास के पात्र है-
(क) राजकुमारी चन्द्रदीधति
(ख) सुचरिता
(ग) पत्रलेखा
(घ) ऋतंभरा
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) क और ख✔️ (ब) ख और ग
(स) ग और घ (द) क और घ

34. ’संस्कृति के चार अध्याय’ के अनुसार अकबर के राज्यारोहण तक सरकारी हिसाब किस भाषा में रखा जाता था ?
(अ) अरबी (ब) फारसी
(स) उर्दू (द) हिंदी✔️

35. रामचंद्र शुक्ल के अनुसार चंदबरदाई है-
(अ) केवल कवित्त के रचयिता
(ब) हिंदी के प्रथम महाकवि
(स) केवल दूहा और तोमर के रचयिता
(द) व्याकरण में पारंगत
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए-
(अ) क और ख (ब) ख और ग
(स) ग और घ (द) ख और घ✔️

36. ’अरे यायावर रहेगा याद’ में सम्मिलित है:
(क) माझुली
(ख) धरती का धनी
(ग) बीसवीं सदी का बाणभट्ट
(घ) बहता पानी निर्मला
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) क और ख (ब) ख और ग
(स) ग और घ (द) क और घ✔️

37. निम्नलिखित में से नंददुलारे वाजपेयी के संबंध में सही है-
(क) नंददुलारे वाजपेयी ने प्रसाद, पंत और निराला को छायावाद की वृहत्त्रयी के रूप में प्रतिष्ठित किया।
(ख) नंददुलारे वाजपेयी ने रामचंद्र शुक्ल की लोकमंगलपरक आलोचना दृष्टि का समर्थन किया।
(ग) नंददुलारे वाजपेयी छायावादी अथवा स्वच्छंदतावादी आलोचक है।
(घ) नंददुलारे वाजपेयी छायावाद के रागात्मक प्रभाव से अप्रभावित है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए-
(अ) क और ख (ब) क और ग✔️
(स) क और घ (द) ख और ग

38. ’नाखून क्यों बढ़ते है’, निबंध हजारीप्रसाद द्विवेदी के किस निबंध संग्रह में है ?
(अ) अशोक के फूल (ब) कल्पलता✔️
(स) कुटज (द) आलोक पर्व

39. निम्नलिखित में से इतिहास दर्शन से मूलतः संबंधित विचारक है-
(अ) वाॅल्तेयर✔️ (ब) हिरोदोत्तस
(स) विको (द) कांट

40. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए-

सूची-।सूची-।।
(क) ओष्ठ्य1. च
(ख) दंत्य2. प
(ग) कंठ्य3. त
(घ) तालव्य4. ग
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4
(ब) 2 3 4 1✔️
(स) 3 4 1 2
(द) 4 3 2 1

41. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए-
सूची-। सूची-।।
(क) राष्ट्रपति का आदेश 1. 1968
(ख) संसद की राजभाषा समिति के सुझाव 2. 1955
(ग) राजभाषा अधिनियम 3. 1959
(घ) संकल्प 4. 1963
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4
(ब) 3 4 1 2
(स) 4 1 2 3
(द) 2 3 4 1✔️

42. निम्नलिखित ग्रंथों का सही अनुक्रम है-
(क) रिपब्लिक
(ख) माइंड इन द माॅडर्न वल्र्ड
(ग) प्रैक्टिकल क्रिटीसिज्म
(घ) एसेज ऐंसिएंट एंड माॅडर्न
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिए:
(अ) क, ग, घ, ख✔️ (ब) ख, ग, घ, क
(स) ग, क, ख, घ (द) घ, ख, ग, क

43. नीचे दो कथन दिए गए है: एक अभिकथन के रूप में लिखित है तो दूसरा उसके कारण के रूप में:
अभिकथन (क): फ्रायड मानते है कि कवि मनोरोगी होता है।
तर्क (ख): क्योंकि मनुष्य मात्र मनोरोगी है।
उपरोक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) क और ख दोनों सत्य है और ख, क की सही व्याख्या है।✔️
(ब) क और ख दोनों सत्य है, लेकिन ख, क की सही व्याख्या नहीं है।
(स) क सत्य है, लेकिन ख असत्य है।
(द) क असत्य है, लेकिन ख सत्य है।

44. मैत्रेयी पुष्पा के किस उपन्यास में ब्रज-क्षेत्र के जीवन-यथार्थ का चित्रण हुआ है ?
(अ) चाक ✔️ (ब) झूलानट
(स) अल्मा कबूतरी (द) इदन्नमम्

45. निम्नलिखित में से कौन ’ईदगाह’ कहानी के पात्र नहीं है ?
(क) जुम्मन शेख
(ख) महमूद
(ग) भजनसिंह
(घ) मोहसिन
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिएः
(अ) क और ख (ब) क और ग✔️
(स) ख और ग (द) ग और घ

46. ’बादल को घिरते देखा है’ कविता से संबंधित सही तथ्य है:
(क) नागार्जुन को कालिदास के मेघ का पता-ठिकाना मालूम था।
(ख) नागार्जुन का बादल कल्पना-प्रसूत नहीं है।
(ग) इसमें उज्जयिनी के जीवन का यथार्थ वर्णन किया गया है।
(घ) इनमें किन्नर-किन्नरियों के स्वच्छंद जीवन के अनुभूत्यात्मक चित्र है।
नीचे दिए गए विकल्पों में सही उत्तर का चयन कीजिएः
(अ) ख और ग (ब) क और ख
(स) क और घ (द) ख और घ✔️

47. ’आज का हिंदी-निबंध साहित्य अधिकांश में आलोचना की ओर दौड़ा जा रहा है। आजकल आचार्यत्व की चाह रीतिकाल से भी कुछ बढ़ी-चढ़ी है।’ -यह किसका कथन है ?
(अ) नंद किशोर नवल (ब) बाबू गुलाब राय✔️
(स) मुक्तिबोध (द) मलयज

48. भारतेंदु युग के प्रमुख निबंधकार है:
(क) पद्मसिंह शर्मा
(ख) काशीनाथ खत्री
(ग) श्याम बिहारी मिश्र
(घ) राधाचरण गोस्वामी
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(अ) क और घ (ब) ख और ग
(स) ख और घ✔️ (द) क और ख

49. नीचे दो कथन दिए गए है: एक अभिकथन (क) के रूप में लिखित है तो दूसरा उसके कारण (ख) के रूप में:
अभिकथन (क): कल्पना काव्य का अनिवार्य साधन है।
कारण (ख): क्योंकि कल्पना काव्य में साध्य है।
उपरोक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त का चयन कीजिए-
(अ) क और ख दोनों सही है और ख, क की सही व्याख्या है।
(ब) क और ख दोनों सही है और ख, क की सही व्याख्या नहीं है।
(स) क सही है लेकिन ख सही नहीं है।✔️
(द) क सही नहीं है लेकिन ख सहीं है।

50. निम्नलिखित में से कौन सा तत्सम शब्द नहीं है ?
(अ) अग्नि (ब) भ्राता
(स) आज्ञा (द) किसान✔️

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51. निम्नलिखित में से यह कथन- ’इष्टाभिधेय वक्रोक्तिरिष्टा वाचामलंकृतिः’ किसका है ?
(अ) भामह✔️ (ब) दण्डी
(स) उद्भट (द) वामन

52. महादेवी वर्मा के संबंध में रामचंद्र शुक्ल की क्या स्थापनाएँ है ?
(क) महादेवी के गीतों का मूलाधार मिलन सुख है।
(ख) छायावादी कवियों में महादेवी वर्मा ही रहस्यवाद के अंतर्गत है।
(ग) महादेवी के गीतों में अनूठी व्यंजना है।
(घ) महादेवी के गीतों में वास्तविक अनुभूतियाँ है, रमणीय कल्पना नहीं
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए-
(अ) क और ख (ब) ख और ग✔️
(स) ग और घ (द) ख और घ

53. ’मुर्दहिया’ में नन्हकू पांडे किस कला में कुशल थे ?
(अ) वीणावादन (ब) ढोलक वादन✔️
(स) सारंगी वादन (द) तबला वादन

54. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए-

सूची-।सूची-।।
(क) शकटार1. अंधेर नगरी
(ख) महाराष्ट्री2. स्कन्दगुप्त
(ग) धातुसेन3. भारत दुर्दशा
(घ) गोबरधनदास4. चन्द्रगुप्त
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4
(ब) 4 3 1 2
(स) 3 1 4 2
(द) 4 3 2 1✔️

55. ’आपका बंटी’ उपन्यास का कथ्य है-
(क) तलाकशुदा पति-पत्नी की संतान की समस्या
(ख) समकालीन राजनीति परिदृश्य
(ग) राजनीति में प्रविष्ट मूल्यहीनता
(घ) दांपत्य संबंध का विघटन
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(क) क और ख (ख) ख और ग
(ग) क और घ✔️ (घ) ग और घ

56. ’आपका बंटी’ उपन्यास का कथ्य है –
(क) तलाकशुदा पति-पत्नी की संतान की समस्या
(ख) समकालीन राजनीतिक परिदृृश्य
(ग) राजनीति में प्रविष्ट मूल्यहीनता
(घ) दांपत्य संबंध का विघटन
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए –
(अ) क और ख (ब) ख और ग
(स) क और घ✔️ (द) ग और द

57. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए –

सूची-।सूची-।।
(क) लाला मदन मोहन1. मैला आंचल
(ख) रामकिसुन बाबू2. गोदान
(ग) मंगल3. झूठा-सच
(घ) जुबेर4. परीक्षा गुरु
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4
(ब) 2 3 4 1
(स) 4 1 2 3✔️
(द) 3 4 1 2

58. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए –

सूची-।सूची-।।
(क) अन्धेरी नगरी1. लोकनाट्य शैली
(ख) अंधा युग2. समस्यामूलक नाटक
(ग) ध्रुव स्वामिनी3. प्रहसन
(घ) आगरा बाजार4. गीति नाट्य
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए –
क ख ग घ
(अ) 1 2 3 4
(ब) 3 4 2 1✔️
(स) 2 3 4 1
(द) 4 1 3 2

59. नीचे दो कथन दिए गए हैं: एक अभिकथन (क) के रूप में लिखित है तो दूसरा उसके कारण (ख) के रूप में:
अभिकथन (क): जाॅक देरिदा का मानना है कि पाठ का अर्थ पाठक तय करता है।
कारण (ख): क्योंकि पाठकों के मन की भिन्नता के कारण पाठ बहुलार्थी होता है।
उपरोक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए –
(अ) क और ख दोनों सत्य हैं और ख, क की सही व्याख्या है।✔️
(ब) क और ख दोनों सत्य हैं, लेकिन ख, क की सही व्याख्या नहीं है।
(स) क सत्य है, लेकिन ख असत्य है।
(द) क असत्य है, लेकिन ख सत्य है।

60. ’नागमती-वियोग खंड’ से संबंधित सही तथ्य हैं –
(क) यह बारहमासा शैली में लिखा गया है।
(ख) बारहमासा की शुरुआत जायसी ने की।
(ग) जायसी ने ’जेठ-असाढ़ी’ नामक तेरहवें महीने का उल्लेख किया है।
(घ) नागमती के आँसुओं से सारी सृष्टि भीगी हुई जान पङती है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) क और ख (ब) क और ग
(स) क और घ✔️ (द) ख और ग

61. निम्नलिखित में से कौन सा कोलरिज का ग्रंथ नहीं है ?
(अ) द टेबल टाॅक (ब) लैटर्स
(स) लेक्चर्स ऑन शेक्सपियर (द) एलिजाबेथन एसेज✔️

62. निम्नलिखित वाक्य किस कहानी से लिया गया है – ’खून का वह आखिरी कतरा जो वतन की हिफाजत में गिरे दुनिया की सबसे अनमोल चीज है ?
(अ) आहुति (ब) दुनिया का सबसे अनमोल वचन ✔️
(स) सुभागी (द) मंत्र

63. निम्नलिखित काव्य ग्रंथों का सही अनुक्रम है –
(क) उदिता
(ख) चाँद का मुँह टेढ़ा है
(ग) चिंता
(घ) संसद से सङक तक
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिए –
(अ) घ, ख, क, ग (ब) क, ख, ग, घ
(स) ख, ग, क, घ (द) ग, ख, घ, क ✔️

64. निम्नलिखित में से चतुर्भुजदास के संबंध में सही है –
(क) कुंभनदास के पुत्र थे।
(ख) इनकी भाषा तत्सम प्रधान है।
(ग) इनके दो ग्रंथ मिलते हैं।
(घ) ’हितजू को मंगल’ इनकी काव्य कृृति है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए –
(अ) क और ख (ब) क और ग
(स) क और घ✔️ (द) ख और घ

65. घनानंद की कविता से संबंधित सही तथ्य हैं –
(क) घनानंद ने वियोग व्यथा की सैकङों अन्तर्दशाओं के मार्मिक चित्र खींचे हैं।
(ख) घनानंद ने सिर्फ कवित्त-सवैयों की रचना की है।
(ग) घनानंद के यहाँ प्रेम का विषय सांसारिक प्राणी भी हो सकता है और परमेश्वर भी।
(घ) घनानंद की कविता अभिधामूलक है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए –
(अ) क और घ (ब) क और ग✔️
(स) ख और घ (द) ग और घ

66. नीचे दो कथन दिए गए हैं: एक अभिकथन (क) के रूप में लिखित है तो दूसरा उसके कारण (ख) के रूप में:
अभिकथन क: माक्र्सवाद साहित्य-सृजन का प्रधान कारण श्रम को मानता है।
कारण ख: क्योंकि श्रम के बगैर साहित्य की परिकल्पना असंभव है।
उपरोक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) क और ख दोनों सत्य हैं और ख, क की सही व्याख्या है।
(ब) क और ख दोनों सत्य हैं, लेकिन ख, क की सही व्याख्या नहीं है।
(स) क सत्य है, लेकिन ख असत्य है। ✔️
(द) क असत्य है, लेकिन ख सत्य है।

67. नीचे दो कथन दिए गए हैं: एक अभिकथन (क) के रूप में लिखित है तो दूसरा उसके कारण (ख) के रूप में:
अभिकथन (क): कविता मनुष्य के हृदय को शुद्ध करती है।
कारण (ख): मनुष्य के हृदय की प्रकृत अवस्था कविता से संभव है।
उपरोक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में सबसे उपयुक्त का चयन कीजिए –
(अ) क और ख दोनों सही हैं और ख, क की सही व्याख्या है।✔️
(ब) क और ख दोनों सही है और ख, क की सही व्याख्या नहीं है।
(स) क सही है लेकिन ख सही नहीं है।
(द) क सही नहीं है लेकिन ख सही हैं।

68. जन्म वर्ष के अनुसार निम्नलिखित रचनाकारों का सही क्रम है –
(क) रामदरश मिश्र
(ख) विवेकी राय
(ग) बालमुकुंद गुप्त
(घ) अध्यापक पूर्णसिंह
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिए:
(अ) ख, ग, घ, क (ब) ग, घ, क, ख✔️
(स) क, ग, घ, ख (द) घ, ख, ग, क

69. तुलसीदास ने ’रामचरित मानस’ के ’उत्तरकांड’ में क्या प्रतिपादित किया है ?
(अ) ज्ञान की अपेक्षा भक्ति अधिक सुसाध्य और आशुफलदायिनी है।
(ब) कलियुग में असंतों की संगति लाभदायक होगी।
(ग) कलियुग में मनुष्य वर्ण, धर्म और आश्रम का पालन करने वाले होंगे।
(घ) कलियुग में लोग लोभ और स्वार्थ के वशीभूत होंगे और माता-पिता तथा गुरु का अनादर करेंगे।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) क और ख (ब) ख और ग
(स) ग और घ (द) क और घ✔️

70. ’बकरी’ नाटक से संबंधित सही तथ्य कौन से हैं ?
(क) यह स्वातंत्र्योत्तर हिन्दी व्यंग्य नाटकों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है।
(ख) इसका कथन बिखरा हुआ नहीं है।
(ग) इसके गीत साधारण कोटि के हैं।
(घ) इसमें नौटंकी शैली का प्रयोग किया है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए –
(अ) क और ग (ब) ख और ग
(स) ग और घ (द) क और घ✔️

71. निम्नलिखित में से कौन-सा तत्व माक्र्सवादी चिन्तन के पक्ष में नहीं है ?
(अ) आधार और अधिरचना (ब) वर्ग-संघर्ष
(स) प्रतिनिधि पात्र (द) यांत्रिक भौतिकवाद✔️

72. ’असाध्य वीणा’ अज्ञेय के किस कविता संग्रह में है ?
(अ) बावरा अहेरी (ब) इन्द्रधनु रौंदे हुए
(स) अरी ओ करुणा प्रभामय (द) आँगन के पार द्वार✔️

73. प्रकाशन वर्ष के अनुसार जयशंकर प्रसाद के नाटकों का सही अनुक्रम है –
(क) अजातशत्रु (ख) धु्रवस्वामिनी
(ग) राज्यश्री (घ) स्कन्दगुप्त
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन चुनिए –
(अ) घ, ख, क, ग (ब) ख, ग, घ, क
(स) क, ख, ग, घ (द) ग, क, घ, ख✔️

74. निम्नलिखित में से भोजराज की पुस्तक है:
(अ) अभिनव भारती (ब) व्यक्ति विवेक
(स) काव्य कौतुक (द) शृंगार प्रकाश✔️

75. सूची-। के साथ सूची-।। का मिलान कीजिए –

सूची-।सूची-।।
(क) चुनाव जीतने की तीन तरकीबें हैं एक रामनगर वाली, दूसरी नेवादावाली और तीसरी महिवालपुरवाली1. होरी
(ख) छोटे बङे भगवान के घर से बनकर आते हैं, संपत्ति बङी तपस्या से मिलती है।2. रुप्पन बाबू
(ग) सबसे पहले तुम शशि, इसलिए नहीं कि तुम जीवन में सबसे पहले आई या कि तुम सबसे ताजी स्मृति हो।3. लोरिक देव
(घ) समूचा आर्यावर्त रक्त कर्दम से पिच्छिल होने जा रहा है।4. शेखर

नीचे दिए गए विकल्पों मेें से सही उत्तर का चयन कीजिए –
क ख ग घ
(अ) 2 1 4 3✔️
(ब) 1 2 3 4
(स) 3 2 1 4
(द) 4 3 2 1

UGC net Hindi question paper and answer key 26 December 2021

76. निम्नलिखित में से किस काव्यधारा में सहज भोग मार्ग से जीव को ’महासुख’ की ओर उन्मुख किया गया है ?
(अ) सिद्ध-साहित्य✔️ (ब) जैन-साहित्य
(स) नाथ-साहित्य (द) लौकिक-साहित्य

77. निम्नलिखित में से कौन सी नंददास की कृृृति नहीं है ?
(अ) रूपमंजरी (ब) विरहमंजरी
(स) मानमंजरी (द) कविप्रिया✔️

78. निम्नलिखित में से पुस्तक और लेखक का सही मेल है –
(क) केशव की काव्यकला – सत्येंद्र
(ख) गुप्त जी की कला – कृष्णशंकर शुक्ल
(ग) पद्माकर की काव्यसाधना – अखौरी गंगाप्रसाद सिंह
(घ) प्रसाद की काव्यसाधना – रामनाथलाल ’सुमन’
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए –
(अ) क और ख (ब) ख और ग
(स) ग और घ✔️ (द) ख और घ

79. निम्नलिखित में से कौन सी भाषा शामी भाषाओं में शामिल नहीं है ?
(अ) इब्रानी (ब) अरबी
(स) हब्शी (द) फारसी✔️

80. घनानंद की कविता में निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषता नहीं पाई जाती है ?
(अ) भाषा की लाक्षणिकता (ब) भाषा की व्यंजकता
(स) उक्ति वैचित्र्य (द) संध्या भाषा✔️

81. ’परिंदे’ कहानी के पात्र हैं –
(क) रिचर्ड (ख) डाॅक्टर मुकर्जी
(ग) रामधन (घ) मिस्टर हयूबर्ट
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) क और ग (ब) क और ख
(स) ख और घ✔️ (द) ग और घ

82. कबीर कूता राम का, मुतिया मेरा नाउँ।
गलै राम की जेबङी, जित खैंचै तित जाउँ।।
इस दोहे में किस तरह की मानसिकता व्यक्त हुई है ?
(अ) आत्मसमर्पण✔️ (ब) मान
(स) दीनता (द) कुंठा

83. ’भारत-दुर्दशा’ के बारे में कौन-से विचार सही हैं ?
(क) इसका आरंभ महारानी विक्टोरिया की स्तुति से हुआ है।
(ख) यह हिन्दी का पहला राजनीतिक नाटक है।
(ग) यह विचार प्रधान नाटक है।
(घ) इसमें अंग्रेजी राज में भारत के विकास की बात की गई है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) ख और ग✔️ (ब) क और ख
(स) ख और घ (द) ग और घ

84. ’’कर रही लीलामय आनन्द,
महाचिति सजग हुई सी व्यक्त,
विश्व का उन्मीलन अभिराम
इसी में सब होते अनुरक्त।
शिव की कौन-सी तीन शक्तियों को ’महाचिति’ कहा जाता है ?
(अ) इच्छा, ज्ञान, स्मृति (ब) कामना, ज्ञान, स्मृति
(स) इच्छा, ज्ञान, क्रिया✔️ (द) इच्छा, भ्रांति, क्रिया

85. ’क्या भूलूँ क्या याद करूँ’ के प्रारंभ में उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के किस गाँव का उल्लेख है ?
(अ) ललितपुर (ब) लोहितपुर
(स) अमोढ़ा✔️ (द) जमोढ़ा

86. ’म्हारां री गिरिधर गोपाल दूसरा णां कूयां।
दध मथ घृत काढ़ लयां डार दया छूयां।’
उक्त पंक्तियों में प्रयुक्त ’छूयां’ का अर्थ है –
(अ) छार (ब) मट्ठा✔️
(स) मथानी (द) मक्खन

87. निम्नलिखित में से ’अभिज्ञान’ का संबंध किससे है ?
(अ) कथानक✔️ (ब) चरित्र
(स) अभिनय (द) गीत

88. ’मेरी तिब्बत यात्रा’ की भाषा-शैली की विशेषताएँ क्या हैं –
(क) भावपरक
(ख) संस्कृतनिष्ठ, तर्कपूर्ण
(ग) युगविशेष का आभास देने वाली
(घ) चितनप्रधान
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
(अ) ख और ग✔️ (ब) क और ख
(स) क और घ (द) ग और घ

89. ’अंधा युग’ में युयुत्सु की चिन्ता क्या है ?
(अ) अन्याय का प्रतिकार (ब) पांडव-पक्ष में चले जाने को लेकर पश्चाताप
(स) मानव-भविष्य की रक्षा✔️ (द) शाप-मुक्ति

90. ’’इधर वह कविता मेरा पिंड नहीं छोङ रहीं थी। अगर वह कविता भावावेशपूर्ण होती तो एक बार उसकी आवेशात्मक अभिव्यक्ति हो जाने पर मेरी छुट्टी हो जाती।’’ – यह उद्धरण निम्नलिखित में से किससे लिया गया है ?
(अ) डबरे पर सूरज का बिंब (ब) तीसरा क्षण
(स) हाशिये पर कुछ नोट्स (द) एक लंबी कविता का अंत✔️

91. निम्नलिखित में से कौन ’तमस’ उपन्यास का पात्र नहीं है –
(अ) रत्तो ✔️ (ब) नत्थू
(स) रिचर्ड (द) हयात बख्श

92. निर्देश: निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए, और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों में से चुनिए।
यदि किसी देश का बाह्य रूप सम्मान योग्य तथा सुन्दर नहीं बन सका है, तो समझना चाहिए कि उस राष्ट्र की आत्मा में एक उच्च जगत् का निर्माण किया जाना शुरू नहीं हुआ है, अर्थात् वहाँ सच्चे साहित्य के निर्माण का श्रीगणेश नहीं हुआ है। साहित्य ही मनुष्य को भीतर से सुसंस्कृत और उन्नत बनाता है और तभी उसका बाह्य रूप भी साफ और स्वस्थ दिखायी देता है। और साथ ही बाह्य रूप के साफ और स्वस्थ होने से आन्तरिक स्वास्थ्य का भी आरम्भ होता है। दोनों ही बातें अन्योन्याश्रित हैं। जबकि हमारे देश में नाना भाँति के कुसंस्कार और गन्दगी वर्तमान हैं, जबकि हमारे समाज का आधा अंग परदे में ढका हुआ है, जबकि हमारी नब्बे फी-सदी जनता अज्ञान के मलबे के नीचे दबी हुई है, तब हमें मानना चाहिए कि अभी दिल्ली बहुत दूर है। हम साहित्य के नाम पर जो कुछ कर रहे हैं और जो कुछ दे रहे हैं, उसमें कहीं बङी भारी कमी रह गयी है। हमारा भीतर और बाहर अब भी साफ -स्वस्थ नहीं है। साहित्य की साधना तब तक बन्ध्य ही रहेगी जब तक हम पाठकों में एक ऐसी अदमनीय आकांक्षा जाग्रत न कर दें, जो सारे मानव-समाज को भीतर से और बाहर से सुन्दर तथा सम्मान-योग्य देखने के लिए सदा व्याकुल रखे। अगर यह आकांक्षा जाग्रत हो सकी तो हममें से प्रत्येक अपनी-अपनी शक्ति के अनुसार उन सामग्रियों को जरूर संग्रह कर लेगा, जो उक्त इच्छा की पूर्ति की सहायक हंै। अगर यह आकांक्षा जाग्रत नहीं हुई तो कितनी भी विद्या क्यों न पढ़ी हो, वह एक जंजाल मात्र सिद्ध होगी और दुनियादारी और चालाकी का ढकोसला ही बनी रहेगी। जो साहित्यिक निष्ठा के साथ इच्छा को लेकर रास्ते पर निकल पङेगा, वह स्वयं अपना रास्ता खोज निकालेगा। साधन की अल्पता से कोई महती इच्छा आज तक नहीं रुकी है। भूख होनी चाहिए।
अदम्य आकांक्षा के बिना –
(अ) जीवन संभव नहीं है।
(ब) विद्या व्यर्थ है और साहित्यिक निष्ठा के साथ रास्ते की खोज संभव नहीं है।✔️
(स) रास्ते की तलाश संभव है, भले ही साधन सीमित हों।
(द) दुनिया के जंजाल से मुक्ति संभव है।

93. निर्देश: निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों में से चुनिए।
यदि किसी देश का बाह्य रूप सम्मान योग्य तथा सुन्दर नहीं बन सका है, तो समझना चाहिए कि उस राष्ट्र की आत्मा में एक उच्च जगत् का निर्माण किया जाना शुरू नहीं हुआ है, अर्थात् यहाँ सच्चे साहित्य के निर्माण का श्रीगणेश नहीं हुआ है। साहित्य ही मनुष्य को भीतर से सुसंस्कृत और उन्नत बनाता है और तभी उसका बाह्य रूप भी साफ और स्वस्थ दिखायी देता है। और साथ ही बाह्य रूप के साफ और स्वस्थ होने से आन्तरिक स्वास्थ्य का भी आरम्भ होता है। दोनों ही बातें अन्योन्याश्रित हैं। जबकि हमारे देश में नाना भाँति के कुसंस्कार और गन्दगी वर्तमान हैं, जबकि हमारे समाज का आधा अंगब परदे में ढका हुआ है, जबकि हमारी नब्बे फी-सदी जनता अज्ञान के मलबे के नीचे दबी हुई है, तब हमें मानना चाहिए कि अभी दिल्ली बहुत दूर है। हम साहित्य के नाम पर जो कुछ कर रहे हैं और जो कुछ दे रहे हैं, उसमें कहीं बङी भारी कमी रह गयी है। हमारा भीतर और बाहर अब भी साफ-स्वस्थ नहीं है। साहित्य की साधना तब तक बन्ध्य ही रहेगी जब तक हम पाठकों में एक ऐसी अदमनीय आकांक्षा जाग्रत न कर दें, जो सारे मानव-समाज को भीतर से और बाहर से सुन्दर तथा सम्मान-योग्य देखने के लिए सदा व्याकुल रखे। अगर यह आकांक्षा जाग्रत हो सकी तो हममें से प्रत्येक अपनी-अपनी शक्ति के अनुसार उन सामग्रियों को जरूर संग्रह कर लेगा, जो उक्त इच्छा की पूर्ति की सहायक है। अगर यह आकांक्षा जाग्रत नहीं हुई तो कितनी भी विद्या क्यों न पढ़ी हो, वह एक जंजाल मात्र सिद्ध होगी और दुनियादारी और चालाकी का ढकोसला ही बनी रहेगी। जो साहित्यिक निष्ठा के साथ इच्छा को लेकर रास्ते पर निकल पङेगा, वह स्वयं अपना रास्ता खोज निकालेगा। साधन की अल्पता से कोई महती इच्छा आज तक नहीं रुकी है। भूख होनी चाहिए।
हमारा वर्तमान साहित्य –
(अ) व्यक्ति, समाज और देश की आवश्यकताओं के अनुरूप है।
(ब) सर्वतोभावेन पूर्ण है।
(स) अज्ञानता और कुसंस्कार दूर करने में सहायक है।
(द) सामाजिक दायित्वों को पूर्ण करने में पूरी तरह सक्षम नहीं है।✔️

94. निर्देश: निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों में से चुनिए।
यदि किसी देश का बाह्य रूप सम्मान योग्य तथा सुन्दर नहीं बन सका है, तो समझना चाहिए कि उस राष्ट्र की आत्मा में एक उच्च जगत्् का निर्माण किया जाना शुरू नहीं हुआ है, अर्थात् वहाँ सच्चे साहित्य के निर्माण का श्रीगणेश नहीं हुआ है। साहित्य ही मनुष्य को भीतर से सुसंस्कृृृत और उन्नत बनाता है और तभी उसका बाह्य रूप भी साफ और स्वस्थ दिखायी देता है। और साथ ही बाह्य रूप के साफ और स्वस्थ होने से आन्तरिक स्वास्थ्य का भी आरम्भ होता है। दोनों ही बातें अन्योन्याश्रित है। जबकि हमारे देश में नाना भाँति के कुसंस्कार और गन्दगी वर्तमान हैं, जबकि हमारे समाज का आधा अंग परदे में ढका हुआ है, जबकि हमारी नब्बे फी-सदी जनता अज्ञान के मलबे के नीचे दबी हुई है, तब हमें मानना चाहिए कि अभी दिल्ली बहुत दूर है। हम साहित्य के नाम पर जो कुछ कर रहे हैं, उसमें कहीं बङी भारी कमी रह गयी है। हमारा भीतर और बाहर अब भी साफ-स्वस्थ नहीं है। साहित्य की साधना तब तक बन्ध्य ही रहेगी जब तक हम पाठकों में एक ऐसी अदमनीय आकांक्षा जाग्रत न कर दें, जो सारे मानव-समाज को भीतर से और बाहर से सुन्दर तथा सम्मान-योग्य देखने के लिए सदा व्याकुल रखे। अगर यह आकांक्षा जाग्रत हो सकी तो हममें से प्रत्येक अपनी-अपनी शक्ति के अनुसार उन सामग्रियों को जरूर संग्रह कर लेगा, जो उक्त इच्छा की पूर्ति की सहायक हैं। अगर यह आकांक्षा जाग्रत नहीं हुई तो कितनी भी विद्या क्यों न पढ़ी हो, वह एक जंजाल मात्र सिद्ध होगी और दुनियादारी और चालाकी का ढकोसला ही बनी रहेगी। जो साहित्यिक निष्ठा के साथ इच्छा को लेकर रास्ते पर निकल पङेगा, वह स्वयं अपना रास्ता खोज निकालेगा। साधन की अल्पता से कोई महती इच्छा आज तक नहीं रुकी है। भूख होनी चाहिए।
साहित्य-साधना की अनुर्वरता का कारण है –
(अ) देश के निवासियों में अच्छी शिक्षा और संस्कार के प्रति अदम्य इच्छा और अध्यवसाय का अभाव।✔️
(ब) देश से पहले कुछ मनुष्यों को संस्कार देकर अपने कर्तव्यों की इति समझ लेना।
(स) समाज में व्याप्त पर्दा प्रथा।
(द) सभी नागरिकों को अच्छी शिक्षा देना।

95. निर्देश: निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों में से चुनिए।
यदि किसी देश का बाह्य रूप सम्मान योग्य तथा सुन्दर नहीं बन सका है, तो समझना चाहिए कि उस राष्ट्र की आत्मा में एक उच्च जगत् का निर्माण किया जाना शुरू नहीं हुआ है, अर्थात् वहाँ सच्चे साहित्य के निर्माण का श्रीगणेश नहीं हुआ है। साहित्य की मनुष्य को भीतर से सुसंस्कृृृत और उन्नत बनाता है और तभी उसका बाह्य रूप भी साफ और स्वस्थ दिखायी देता है। और साथ ही बाह्य रूप के साफ और स्वस्थ होने से आन्तरिक स्वास्थ्य का भी आरम्भ होता है। दोनों ही बातें अन्योन्याश्रित हंै। जबकि हमारे देश में नाना भाँति के कुसंस्कार और गन्दगी वर्तमान हैं, जबकि हमारे समाज का आधा अंगग परदे में ढका हुआ है, जबकि हमारी नब्बे फी-सदी जनता अज्ञान के मलबे के नीचे दबी हुई है, तब हमें मानना चाहिए कि अभी दिल्ली बहुत दूर है। हम साहित्य के नाम पर जो कुछ कर रहे हैं और जो कुछ दे रहे हैं, उसमें कहीं बङी भारी कमी रह गयी है। हमारा भीतर और बाहर अब भी साफ-स्वस्थ नहीं है। साहित्य की साधना तब तक बन्ध्य ही रहेगी जब तक हम पाठकों में एक ऐसी अदमनीय आकांक्षा जाग्रत न कर दें, जो सारे मानव-समाज को भीतर से और बाहर से सुन्दर तथा सम्मान-योग्य देखने के लिए सदा व्याकुल रखे। अगर यह आकांक्षा जाग्रत हो सकी तो हममें से प्रत्येक अपनी-अपनी शक्ति के अनुसार उन सामग्रियों को जरूर संग्रह कर लेगा, जो उक्त इच्छा की पूर्ति की सहायक है। अगर यह आकांक्षा जाग्रत नहीं हुई तो कितनी भी विद्या क्यों न पढ़ी हो, वह स्वयं अपना रास्ता खोज निकालेगा। साधन की अल्पता से कोई महती इच्छा आज तक नहीं रुकी है। भूख होनी चाहिए।
किसी देश और उसके नागरिकों का चरित्र-निर्माण तभी संभव है, जब –
(अ) उस देश के लोग सच्चरित्र हों।
(ब) उस देश में सत्साहित्य हो।✔️
(स) उस देश के लोग ज्ञानी हों।
(द) उस देश में चरित्र-निर्माण के प्रभूत साधन मौजूद हों।

96. निर्देश: निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों में से चुनिए।
यदि किसी देश का बाह्य रूप सम्मान योग्य तथा सुन्दर नहीं बन सका है, तो समझना चाहिए कि उस राष्ट्र की आत्मा में एक उच्च जगत्् का निर्माण किया जाना शुरू नहीं हुआ है, अर्थात्् वहाँ सच्चे साहित्य के निर्माण का श्रीगणेश नहीं हुआ है। साहित्य ही मनुष्य को भीतर से सुसंस्कृृत और उन्नत बनाता है और तभी उसका बाह्य रूप भी साफ और स्वस्थ दिखायी देता है। और साथ ही बाह्य रूप के साफ और स्वस्थ होने से आन्तरिक स्वास्थ्य का भी आरम्भ होता है। दोनों ही बातें अन्योन्याश्रित हैं। जबकि हमारे देश में नाना भाँति के कुसंस्कार और गन्दगी वर्तमान हैं, जबकि हमारे समाज का आधा अंग परदे में ढका हुआ है, जबकि हमारी नब्बे फी-सदी जनता अज्ञान के मलबे के नीचे दबी हुई है, तब हमें मानना चाहिए कि अभी दिल्ली बहुत दूर है। हम साहित्य के नाम पर जो कुछ कर रहे हैं और जो कुछ दे रहे हैं, उसमें कहीं बङी भारी कमी रह गयी है। हमारा भीतर और बाहर अब भी साफ-स्वस्थ नहीं है। साहित्य की साधना तब तक बन्ध्य ही रहेगी जब तक हम पाठकों में एक ऐसी अदमनीय आकांक्षा जाग्रत न कर दें, जो सारे मानव-समाज को भीतर से और बाहर से सुन्दर तथा सम्मान-योग्य देखने के लिए सदा व्याकुल रखे। अगर यह आकांक्षा जाग्रत हो सकी तो हममें से प्रत्येक अपनी-अपनी शक्ति के अनुसार उन सामग्रियों को जरूर संग्रह कर लेगा, जो उक्त इच्छा की पूर्ति की सहायक हैं। अगर यह आकांक्षा जाग्रत नहीं हुई तो कितनी भी विद्या क्यों न पढ़ी हो, वह एक जंजाल मात्र सिद्ध होगी और दुनियादारी और चालाकी का ढकोसला ही बनी रहेगी। जो साहित्यिक निष्ठा के साथ इच्छा को लेकर रास्ते पर निकल पङेगा, वह स्वयं अपना रास्ता खोज निकालेगा। साधन की अल्पता से कोई महती इच्छा आज तक नहीं रुकी है। भूख होनी चाहिए।
इस अनुच्छेद में वर्णित अन्योन्याश्रित बातों का मूल है –
(अ) साहित्य के द्वारा मनुष्य को अंतर्बाह्य सुसंस्कृत और उन्नत बनाना।✔️
(ब) साहित्य के द्वारा मनुष्य के आन्तरिक गुणों का विकास संभव नहीं है।
(स) मनुष्य के अन्तर्बाह्य संस्कार और स्वास्थ्य के लिए साहित्येत्तर साधन आवश्यक हंै।
(द) मनुष्य के बाह्य रूप को सुन्दर और स्वस्थ बनाना।

97. निर्देश – निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए।
ज्ञानेन्द्रियों द्वारा प्राप्त सामग्री से भावना या कल्पना उनकी योजना करती है। अतः यह कहा जा सकता है कि ज्ञान ही भावों के संचार के लिए मार्ग खोलता है। ज्ञान-प्रसार के भीतर ही भाव प्रसार होता है। आरंभ में मनुष्य की चेतन सत्ता अधिकतर इन्द्रियज ज्ञान की समष्टि के रूप में ही रही। फिर ज्यों-ज्यों अंतःकरण का विकास होता गया और सभ्यता बढ़ती गई त्यों-त्यों मनुष्य का ज्ञान बुद्धि व्यवसायात्मक होता गया। अब मनुष्य का ज्ञान क्षेत्र बुद्धि-व्यवसायात्मक या विचारात्मक होकर बहुत ही विस्तृत हो गया है। अतः उसके विस्तार के साथ हमें अपने हृदय का विस्तार भी बढ़ाना पङेगा। विचारों की क्रिया से, वैज्ञानिक विवेचन और अनुसंधान द्वारा उद्घाटित परिस्थितियों औरर तथ्यों के मर्मस्पर्शी पक्ष का मूर्त और सजीव चित्रण भी उसका इस रूप में प्रत्यक्षीकरण भी कि वह हमारे किसी भाव का आलंबन हो सके-कवियों का काम और उच्च काव्य का एक लक्षण होगा।
प्रस्तुत अवतरण के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है ?
(अ) आधुनिक युग में ंविचारों के विस्तार के साथ हृदय के विस्तार की कोई आवश्यकता नहीं है।
(ब) हमारे जमाने में अपने विचारों के विस्तार के साथ हृदय का विस्तार करना आवश्यक है।✔️
(स) विचारों और भावों के विस्तार की आवश्यकता जीवन में है, काव्य में नहीं।
(द) विचारों और भावों के विस्तार का प्रभाव काव्य पर असंभव है।

98. निर्देश – निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए।
ज्ञानेन्द्रियों द्वारा प्राप्त सामग्री से भावना या कल्पना उनकी योजना करती है। अतः यह कहा जा सकता है कि ज्ञान ही भावों के संचार के लिए मार्ग खोलता है। ज्ञान-प्रसार के भीतर ही भाव प्रसार होता है। आरंभ में मनुष्य की चेतन सत्ता अधिकतर इन्द्रियज ज्ञान की समष्टि के रूप में ही रही। फिर ज्यों-ज्यों अंतःकरण का विकास होता गया और सभ्यता बढ़ती गई त्यों-त्यों मनुष्य का ज्ञान बुद्धि व्यवसायात्मक होता गया। अब मनुष्य का ज्ञान क्षेत्र बुद्धि-व्यवसायात्मक या विचारात्मक होकर बहुत ही विस्तृत हो गया है। अतः उसके विस्तार के साथ हमें अपने हृदय का विस्तार भी बढ़ाना पङेगा। विचारों की क्रिया से, वैज्ञानिक विवेचन और अनुसंधान द्वारा उद्घाटित परिस्थितियों और तथ्यों के मर्मस्पर्शी पक्ष का मूर्त और सजीव चित्रण भी उसका इस रूप में प्रत्यक्षीकरण भी कि वह हमारे किसी भाव का आलंबन हो सके – कवियों का काम और उच्च काव्य का एक लक्षण होगा।
प्रस्तुत अवतरण के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है ?
(अ) वैज्ञानिक विवेचन से उद्घाटित परिस्थितियों और तथ्यों के मर्मस्पर्शी पक्ष का मूर्त और सजीव चित्रण उच्च काव्य का प्रधान लक्षण होगा।
(ब) विचारों की क्रिया से परिस्थितियों के मर्मस्पर्शी मूर्त और सजीव पक्ष पर विशेष जोर देना।
(स) अनुसंधान, नये विचार और वैज्ञानिक विवेचन से उद्््घाटित मार्मिक परिस्थितियों के मूर्त और सजीव चित्र को कवि को अपने काव्य के एक लक्षण के रूप में शामिल करना होगा।✔️
(द) आधुनिक अनुसंधान द्वारा उद्घाटित परिस्थितियों और तथ्यों के मर्मस्पर्शी पक्ष को कविता में अधिक स्थान देना होगा।

99. निर्देश: निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए।
ज्ञानेन्द्रियों द्वारा प्राप्त सामग्री से भावना या कल्पना उनकी योजना करती है। अतः यह कहा जा सकता है कि ज्ञान ही भावों के संचार के लिए मार्ग खोलता है। ज्ञान-प्रसार के भीतर ही भाव प्रसार होता है। आरंभ में मनुष्य की चेतन सत्ता अधिकतर इन्द्रियज ज्ञान की समष्टि के रूप में ही रही। फिर ज्यों-ज्यों अंतःकरण का विकास होता गया और सभ्यता बढ़ती गई त्यों-त्यों मनुष्य का ज्ञान बुद्धि व्यवसायात्मक होता गया। अब मनुष्य का ज्ञान क्षेत्र बुद्धि-व्यवसायात्मक होता गया। अब मनुष्य का ज्ञान क्षेत्र बुद्धि-व्यवसायात्मक या विचारात्मक होकर बहुत ही विस्तृृत हो गया है। अतः उसके विस्तार के साथ हमें अपने हृदय का विस्तार भी बढ़ाना पङेगा। विचारों की क्रिया से, वैज्ञानिक विवेचन और अनुसंधान द्वारा उद्घाटित परिस्थितियों और तथ्यों के मर्मस्पर्शी पक्ष का मूर्त और सजीव चित्रण भी-उसका इस रूप में प्रत्यक्षीकरण भी कि वह हमारे किसी भाव का आलंबन हो सके-कवियों का काम और उच्च काव्य का एक लक्षण होगा।
प्रस्तुत अवतरण के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है ?
(अ) सभ्यता के बढ़ने के साथ मनुष्य के भाव अधिक व्यापक हो गये हैं।
(ब) सभ्यता के बढ़ने के साथ मनुष्य की बुद्धि और भाव दोनों का क्षय हो गया है।
(स) सभ्यता के विकास के साथ हमें सिर्फ बुद्धि की जरूरत रह गयी है।
(द) सभ्यता के विकास के साथ मनुष्य के विचार अधिक व्यापक हो गये हैं।✔️

100. निर्देश – निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए।
ज्ञानेन्द्रियों द्वारा प्राप्त सामग्री से भावना या कल्पना उनकी योजना करती है। अतः यह कहा जा सकता है कि ज्ञान ही भावों के संचार के लिए मार्ग खोलता है। ज्ञान-प्रसार के भीतर ही भाव प्रसार होता है। आरंभ में मनुष्य की चेतन सत्ता अधिकतर इन्द्रियज ज्ञान की समष्टि के रूप में ही रही। फिर ज्यों-ज्यों अंतःकरण का विकास होता गया और सभ्यता बढ़ती गई त्यों-त्यों मनुष्य का ज्ञान बुद्धि व्यवसायात्मक होता गया। अब मनुष्य का ज्ञान क्षेत्र बुद्धि-व्यवसायात्मक या विचारात्मक होकर बहुत ही विस्तृत हो गया है। अतः उसके विस्तार के साथ हमें अपने हृदय का विस्तार भी बढ़ाना पङेगा। विचारों की क्रिया से, वैज्ञानिक विवेचन और अनुसंधान द्वारा उद्घाटित परिस्थितियों और तथ्यों के मर्मस्पर्शी पक्ष का मूर्त और सजीव चित्रण भी उसका इस रूप में प्रत्यक्षीकरण भी कि वह हमारे किसी भाव का आलंबन हो सके-कवियों का काम और उच्च काव्य का एक लक्षण होगा।
प्रस्तुत अवतरण के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है ?
(अ) भावना या कल्पना ज्ञानेन्द्रियों से प्राप्त सामग्री को संयोजित करती है।
(ब) भाव-व्यापार से ज्ञान-व्यापार संचालित होता है।✔️
(स) नये विचारों, वैज्ञानिक विवेचनों के परिप्रेक्ष्य में कवि को अपनी सर्जना-शक्ति को समृद्ध करना आवश्यक है।
(द) भाव का प्रसार ज्ञान के प्रसार के भीतर है।

101. निर्देश: निम्नलिखित अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न का उत्तर दिए गए विकल्पों से चुनिए।
ज्ञानेन्द्रियों द्वारा प्राप्त सामग्री से भावना या कल्पना उनकी योजना करती है। अतः यह कहा जा सकता है कि ज्ञान ही भावोें के संचार के लिए मार्ग खोलता है। ज्ञान-प्रसार के भीतर ही भाव प्रसार होता है। आरंभ में मनुष्य की चेतन सत्ता अधिकतर इन्द्रियज ज्ञान की समष्टि के रूप में ही रही। फिर ज्यों-ज्यों अंतःकरण का विकास होता गया और सभ्यता बढ़ती गई त्यों-त्यों मनुष्य का ज्ञान बुद्धि व्यवसायात्मक होता गया। अब मनुष्य का ज्ञान क्षेत्र बुद्धि-व्यवसायात्मक या विचारात्मक होकर बहुत ही विस्तृत हो गया है। अतः उसके विस्तार के साथ हमें अपने हृदय का विस्तार भी बढ़ाना पङेगा। विचारों की क्रिया से, वैज्ञानिक विवेचन और अनुसंधान द्वारा उद्घाटित परिस्थितियों और तथ्यों के मर्मस्पर्शी पक्ष का मूर्त और सजीव चित्रण भी उसका इस रूप में प्रत्यक्षीकरण भी कि वह हमारे किसी भाव का आलंबन हो सके – कवियों का काम और उच्च काव्य का एक लक्षण होगा।
प्रस्तुत अवतरण के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है ?
(अ) ज्ञान-प्रसार और भाव-प्रसार परस्पर संबंधित हैं।
(ब) ज्ञान-प्रसार के दायरे से भाव-प्रसार परे है।✔️
(स) ज्ञान-प्रसार के भीतर भाव-प्रसार होता है।
(द) ज्ञान की स्थिति भाव की स्थिति की पूर्ववर्ती है।

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