प्रमुख उपन्यास पात्र || hindi shaitya || हिंदी साहित्य का इतिहास

दोस्तों आज की पोस्ट में हम hindi shaitya की उपन्यास(novel) विधा में महत्वपूर्ण उपन्यासों के प्रमुख पात्र पढेंगे

उपन्यासों के नायक एवं नायिका

उपन्यासपात्र
 तत्सम वसुधा
 रतिनाथ की चाची गौरी
 दादा कामरेड चंद्रशेखर आजाद
 इदं न मम मंदा ,मकरंद
 सात नदिया एक समुंदर शहनाज ,अख्तर ,   मलीहा,तैयबा
 निष्कवच मीरा 
इमरतिया मस्तराम
 मुझे चांद चाहिए हर्ष और दिव्या कात्याल
 गोबर गणेश कुंदन
 बीच में विनय विनय
 लेकिन दरवाजा नीलांबर और देंबू
 दिलो दानिश वकील परम नारायण और   महक बानो
 शेषयात्रा अनु
 गली आगे मुड़ती है किरण, जयंती ,लाजो
 अलग अलग वैतरणी विपिन
 दिल्ली दूर है रजिया और वाशेक
 पचपन खंभे लाल दीवारें सुषमा और नील
 मुर्दाघर नैना और मंगला
 वे दिन रायना और मीता
 लाल टीन की छत काया
 अंतराल लता और देवकी
 अंतराल कुमार और श्यामा
 अंधेरे बंद कमरे मनोज सक्सैना ,नीलिमा,   हरिवंश
 देशद्रोही बद्री बाबू
 उखड़े हुए लोग देशबंधु ,माया ,पद्मा ,जया   ,शरद ,सूरज, चंदा
 पाणि पुत्र सोमा सोमा और असित
 पुनर्नवा सुमेर काका और नर्तकी   मंजुला
 पुनर्नवा गोपाल आर्यक और चंदा
 जय सोमनाथ भीमदेव और नर्तकी चैला
 सोमनाथ देव स्वामी
 वैशाली की नगरवधू बिंदुसार और आम्रपाली
 मृगनयनी सुमन मोहिनी
 माधव जी सिंधिया गन्ना बेगम
 झांसी की रानी गुलाम गौस खान, खुदा   बक्श,  और मोती बाई
 मृगनयनी सिकंदर लोदी
 विराटा की पद्मिनी अली मरदान
 बीमार शहर( राजेन्द्र अवस्थी) शेखर
 जंगल के फूल सुलक और महुआ
 छोटे-छोटे पंक्षी दीक्षा और सतीश
 जलतरंग मिसेज खोसला
 चिट्ठी रसेन पीतांबर और रमोती
 समर शेष है संतोषी पंडित और कालिंदी
 सोना माटी  राम रूप
 अपने लोग  जनार्दन ,सूर्यकुमार ,भूपत   सिंह
 अपने लोग प्रमोद
 बीच का समय प्रोफेसर शील और रीता
 दिल एक सादा कागज रफ्फन
 टोपी शुक्ला बलभद्र नारायण शुक्ला
 परती परिकथा जीतन और इरावती
 जुलूस पवित्रा
 दीर्घतपा  बेला गुप्ता

हिंदी के जीवनी परक उपन्यास
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1. “भारती का सपूत”- 1954 ई. -रांगेय राघव
(भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पर) यह हिन्दी मे प्रथम जीवनीपरक उपन्यास है।
2. “रत्ना की बात”- 1957 ई. – रांगेय राघव
(तुलसी के जीवन पर)
3. “लोई का ताना”- 1974ई. – रांगेय राघव
( कबीर के जीवन पर)
4.”मानस का हंस”- 1974ई.- अमृतलाल नागर
(तुलसीदास के जीवन पर)
5.”मेरी भव बाधा हरौ” – 1976- रांगेय राघव
(बिहारी के जीवन पर)
6. “धूनी का धुआँ” – 1978 ई.- रांगेय राघव
(गोरखनाथ के जीवन पर)
7. “यशोधरा जीत गई” – रांगेय राघव
( भगवान बुद्ध के जीवन पर)
8. “देवकी का बेटा” -रांगेय राघव
(कृष्ण जी के जीवन पर)
9.”खंजन नयन” – 1981- अमृतलाल नागर
(सूरदास के जीवन पर)
10. “पहला गिरमिटिया” – 1999ई.- गिरिराज किशोर
(गांधी जी के जीवन पर)
11. “सूत्रधार” – 2003 ई. – संजीव-
(भिखारी ठाकुर के जीवन पर)
12. “तोड़ो कारा तोड़ो” – 2004ई. – नरेन्द्र कोहली
(विवेकानंद जी के जीवन पर)

ये भी अच्छे से जानें ⇓⇓

 

समास क्या होता है ?

 

परीक्षा में आने वाले मुहावरे 

 

सर्वनाम व उसके भेद 

 

महत्वपूर्ण विलोम शब्द देखें 

 

विराम चिन्ह क्या है ?

 

परीक्षा में आने वाले ही शब्द युग्म ही पढ़ें 

 

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उपन्यास

1 thought on “प्रमुख उपन्यास पात्र || hindi shaitya || हिंदी साहित्य का इतिहास”

  1. shubham Kumar Dwivedi

    सर आपकी हिंदी साहित्य के लिए समर्पित ये वेवसाईट अद्भुत, विश्वसनीय, अद्वितीय है।मेरे लिए बहुत ही मददगार साबित हुईं हैं।

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