काव्य

काव्य रीति – Kavya Riti || काव्यशास्त्र || Hindi sahitya

काव्य रीति

दोस्तो आज हम काव्य शास्त्र के महत्वपूर्ण विषयवस्तुकाव्य रीति(Kavya Riti) , काव्य रीति की परिभाषा और काव्य रीति के प्रकार विस्तार से पढेंगे को अच्छे से समझेंगे।    काव्य रीति – Kavya Riti ⇒ ‘रीति’ शब्द की व्युत्पत्ति- ‘रीति’ शब्द संस्कृत की ’रीङ्’ धातु में ’क्तिन्’ प्रत्यय के योग से बना है, जिसका मूल अर्थ …

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काव्य प्रयोजन – अर्थ, उद्देश्य | Kavya Prayojan | काव्य शास्त्र

काव्य प्रयोजन

दोस्तो आज की पोस्ट में हम काव्यशास्त्र के महत्वपूर्ण विषय काव्य प्रयोजन के बारे में जानेंगे काव्य प्रयोजन – Kavya Prayojan   ⇒ काव्य प्रयोजन का तात्पर्य है-’काव्य रचना का उद्देश्य’। कवि काव्य-रचना क्यों करता है ? वह अपने काव्य से युग और समाज को क्या देता है ?  पाठक उसका अनुशीलन क्यों करता है …

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काव्य लक्षण -परिभाषा, उदाहरण || आसानी से समझें || Kavya Lakshan

काव्य लक्षण

दोस्तो आज की पोस्ट में हम काव्यशास्त्र के अंतर्गत महत्वपूर्ण विषयवस्तु काव्य लक्षण (Kavya Lakshan) को अच्छे से पढ़ेंगे । काव्य लक्षण – Kavya Lakshn ‘किसी वस्तु अथवा विषय के विशेष धर्म का कथन करना उसका लक्षण कहलाता है।’अलग -अलग आचार्यों के द्वारा काव्य लक्षण को परिभाषित किया गया। संस्कृत आचार्यों के काव्य लक्षण हिन्दी …

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काव्य हेतु काव्यशास्त्र || हिंदी साहित्य – काव्यशास्त्र

काव्य हेतु काव्यशास्त्र

     काव्य हेतु – Kavya Hetu ’हेतु’ का शाब्दिक अर्थ है कारण, अतः ’काव्य हेतु’ का अर्थ हुआ काव्य की उत्पत्ति का कारण।  किसी व्यक्ति में काव्य रचना की सामर्थ्य उत्पन्न कर देने वाले कारण काव्य हेतु कहलाते हैं। साहित्य की रचना क्यों होती है ? क्या कारण है जो कवि अथवा रचनाकार को …

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