जायसी

सूफ़ीकाव्य महत्वपूर्ण तथ्य – हिंदी साहित्य

सूफ़ीकाव्य महत्वपूर्ण तथ्य 1 आचार्य शुक्ल ने नूर मोहम्मद कृत इंद्रावती को सूफी आख्यान काव्यों की अखंडित परंपरा की समाप्ति माना है नूर मुहम्मद ने अनुराग बांसुरी में चौपाइयों के बीच बीच में इन्होंने दोहे न रखकर बरवै रखें है पद्मावत का नागमती वियोग खंड हिंदी साहित्य की अनुपम निधि है मलिक मुहम्मद जायसी की …

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सूफ़ीकाव्य रचनाएँ क्रमानुसार

सूफ़ीकाव्य रचनाएँ क्रमानुसार

सूफ़ीकाव्य रचनाएँ क्रमानुसार सूफ़ी काव्य : काल क्रमानुसार असाइत – हंसावली 1370 ई. (रा. वर्मा ने प्रथम राजस्थानी प्रेमाख्यान माना) मुल्ला दाऊद – चंदायन 1380 ई. (रामकुमार वर्मा ने प्रथम सुफी प्रेमाख्यान माना ) ईश्वरदास -सत्यवती कथा 1501 ई. कुतुबन – मृगावती 1503 ई. मलिक मुहम्मद जायस-पद्मावत 1540 ई. आख़िरी कलाम, अखरावट मंझन – मधुमालती …

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