रामचंद्र शुक्ल

आचार्य शुक्ल के कथन -आदिकाल || Hindi Literature

आचार्य शुक्ल के कथन आदिकाल

 आज के आर्टिकल में हम हिंदी साहित्य के आदिकाल के सम्बन्ध में आचार्य शुक्ल के महत्त्वपूर्ण कथनों की चर्चा करेंगे  । आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के महत्वपूर्ण कथन पार्ट -2 *आदिकाल के सम्बन्ध में* ⇒”हिन्दी साहित्य का आदिकाल संवत् 1050 से लेकर संवत् 1375 तक अर्थात महाराज भोज के समय से लेकर हम्मीरदेव के समय के …

आचार्य शुक्ल के कथन -आदिकाल || Hindi Literature Read More »

चिंतामणि || रामचंद्र शुक्ल || महत्त्वपूर्ण तथ्य || HINDI SAHITYA

चिंतामणि रामचंद्र शुक्ल

चिन्तामणि(आचार्य रामचंद्र शुक्ल) ⇒ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने ’निबंध’ को व्यवस्थित एवं मर्यादित विचार-प्रधान गद्य रचना माना है, जिसमें शैली की विशिष्टता और लेखक के निजी चिंतन और अनुभव की विशेषता के कारण व्यक्तित्व की प्रतिष्ठा भी रहती है। ⇒ आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने लिखा है- ’’यदि गद्य कवियों या लेखकों की कसौटी है तो …

चिंतामणि || रामचंद्र शुक्ल || महत्त्वपूर्ण तथ्य || HINDI SAHITYA Read More »

Scroll to Top