1000+ Tatpurush Samas ke Udaharan – तत्पुरुष समास

आज के आर्टिकल में हम समास के अंतर्गत तत्पुरुष समास(Tatpurush Samas) को विस्तार से पढेंगे। इसकी परिभाषा(Tatpurush samas ki Paribhasha)  भेद(Tatpurush samas ke Bhed) उदाहरणों(Tatpurush samas ke Udaharan),tatpurush samas in hindi के माध्यम से अच्छे से पढेंगे।

तत्पुरुष समास

तत्पुरुष समास – Tatpurush Samas

Table of Contents

अब सबसे पहले हम यह जानेंगे कि तत्पुरुष समास होता क्या है ?

तत्पुरुष समास की परिभाषा – Tatpurush samas ki Paribhasha

तत्पुरुष समास में उत्तरपद(समस्त पद का अंतिम पद) प्रधान होता है और पूर्व पद (शुरू का पद )गौण होता है। इसका अर्थ यह हुआ कि तत्पुरुष समास में उत्तर पद की प्रधानता होती है। सामासिक पद में विभक्ति का लोप हो जाता है।
इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि शब्दों का लोप होता है।
विशेष : तत्पुरुष समास में कर्ता कारक का कभी भी प्रयोग नही होता है।

अब हम कुछ उदाहरणों से तत्पुरुष समास को समझेंगे।

तत्पुरुष समास के उदाहरण – Tatpurush Samas ke Udaharan

➡️ माखनचोर : माखन को चुराने वाला
➡️ शरणागत : शरण को आया हुआ
➡️ शोकाकुल : शोक से आकुल
➡️ अकालपीड़ित : अकाल से पीड़ित
➡️ रसोईघर : रसोई के लिए घर
➡️ गुणहीन : गुण से हीन
➡️ जलधारा : जल की धारा
➡️ गृहप्रवेश : गृह में प्रवेश
➡️नरोत्तम : नारों में उत्तम

आइए अब हम तत्पुरुष समास के भेदों को समझेंगे।

क्या आप जानते है कि तत्पुरुष समास के भेद कितने होते है?

तत्पुरुष समास के भेद – Tatpurush Samas ke Bhed

  1. कर्म तत्पुरुष समास
  2. करण तत्पुरुष समास
  3. सम्प्रदान तत्पुरुष समास
  4. अपादान तत्पुरुष समास
  5. सम्बन्ध तत्पुरुष समास
  6. अधिकरण तत्पुरुष समास

कर्म तत्पुरुष समास – Karm Tatpurush Samas

परिभाषा :

जिस समास में कारक चिन्ह ‘को’ लोप होता है ,उसे कर्म तत्पुरुष समास(Karm Tatpurush Samas ) कहते है ।

कर्म तत्पुरुष समास के उदाहरण – Karm Tatpurush Samas ke Udaharan

समस्त पदसमास  विग्रह
अग्निभक्षीअग्नि (को) भक्षण करनेवाला
आशातीतआशा को लाँघकर गया हुआ
इतिहासकारइतिहास को लिखने वाला।
कठखोदवाकाठ (को) खोदनेवाला
कठफोड़वाकाष्ठ को फोड़ने वाला
कमरतोड़कमर को तोड़ने वाला
कष्टसहिष्णुकष्ट को सहन  वाला
कुंभकारकुंभ को बनाने वाला
गगनचुंबीगगन को चूमने वाला
गठकटागाँठ को काटनेवाला
गिरहकटगिरह को काटने वाला
गिरिधरगिरी को धारण करने वाला
गृहागतगृह को आया हुआ
ग्रंथकारग्रंथ को लिखने वाला
ग्रामगतग्राम को गया हुआ
चिड़ीमारचिड़ी को मारने वाला
चित्तचोरचित्त को चुराने वाला
चित्रकारचित्र को बनाने वाला।
जनप्रियजन को प्रिय
जलधरजल को धारण करने वाला
जलपिपासुजल को पीने की इच्छा रखनेवाला
जितेंद्रियइंद्रियों को जीतने वाला
जेबकतराजेब को काटने वाला
तिलचट्टातिल को चाटनेवाला
दु:खददुःख को देनेवाला
दु:खापन्नीदु:ख को आपन्न
देशगतदेश को गया हुआ
नर्कगतनर्क को गया हुआ।
नेत्रसुखदनेत्र को सुख देने वाला
पदप्राप्तपद को प्राप्त
परलोकगमनपरलोक को गमन
पाकिटमारपाकिट को मारनेवाला
मनोहरमन को हरने वाला
मरणातुरमरने को आतुर
मरणासन्नमरण को पहुँचा हुआ
माखनचोरमाखन को चुराने वाला।
मुंहतोड़मुंह को तोड़ने वाला
मूर्तिकारमूर्ति को बनाने वाला।
यशप्राप्तयश को प्राप्त
यशोदायश को देनेवाली
रथचालकरथ को चलाने वाला।
वनगमनवन को गमन
विकासोन्मुखविकास को उन्मुख
विद्याधरविद्या को धारण करने वाला
व्यक्तिगतव्यक्ति को गत (गया) हुआ
शत्रुघ्नशत्रु को मारने वाला
शरणागतशरण को आया हुआ
शहरगतशहर को गया हुआ।
संकटापन्नसंकट को आपन्न (प्राप्त)
संगीतज्ञसंगीत को जानने वाला
सम्मानप्राप्तसम्मान को प्राप्त
सर्वज्ञसब को जानने वाला
सर्वभक्षीसब का भक्षण करने वाला
सिरतोड़सिर को तोड़ने वाला।
सुखप्राप्तसुख को प्राप्त
स्थानापन्नस्थान को आपन्न (प्राप्त)
स्वर्गगतस्वर्ग को गया हुआ
स्वर्गप्राप्तस्वर्ग को प्राप्त
हितकारीहित को करने वाला

करण तत्पुरुष समास – Karan Tatpurush Samas

परिभाषा :

जिस समास में दो कारक चिन्ह “से और के द्वारा” लोप होता है,उन्हें करण तत्पुरुष समास कहते है

करण तत्पुरुष समास के उदाहरण – Karan Tatpurush Samas ke Udaharan

समस्त पदसमास-विग्रह
अंधकारयुक्तअंधकार से युक्त
अकाल पीड़ितअकाल से पीड़ित
अनलदग्धअनल (आग) से दग्द
अश्रुपूर्णअश्रु से पूर्ण
आँखोंदेखीआँखों से देखी
आकालपीड़ितआकाल से पीड़ित
आचारकुशलआचार से कुशल
आचारपूतआचार से पूत (पवित्र)
आतपजीवीआतप (धूप) से जीनेवाला
ईश्वरदत्तईश्वर द्वारा दिया हुआ
उत्कंठापूर्णउत्कंठा से पूर्ण
कंटकाकीर्णकंटकों (काँटों) से भरा
कपड़छनकपड़ा से छना
करुणापूर्णकरुणा से पूर्ण
कर्मवीरकर्म से वीर
कलंकयुक्तकलंक से युक्त
कलापूर्णकला से पूर्ण
कष्ट साध्यकष्ट से साध्य
कष्टापन्नकष्ट को आपन्न (प्राप्त)
कामचोरकाम से चोर
क्षुधातुरक्षुधा (भूख) से आतुर
खड्गधरखड्ग को धारण करने वाला
गुणयुक्तगुण से युक्त
गुरुदक्षगुरु से दक्ष
गुरुदत्तगुरु द्वारा दिया हुआ
गृहागतगृह को आगत
ग्रामगतग्राम को गया हुआ
घृतमिश्रितघृत से मिश्रित
चिंताग्रस्तचिंता से ग्रस्त
चिड़ीमारचिड़ियों को मारने वाला
जगसुहाताजग को सुहाने वाला
जलसिक्तजल से सिक्त (गीला/भीगा)
जलाभिषेकजल से अभिषेक
जलावृतजल से आवृत
जितेन्द्रियइंद्रियों को जीतने वाला
जेबकतराजेब को कतरने वाला
ज्ञानयुक्तज्ञान से युक्त
ज्वरग्रस्तज्वर से ग्रस्त
तर्कसंगततर्क से संगत
तारोभरीतारों से भरी
तिलकुटातिल को कूटकर बनाया हुआ
तिलपापड़ीतिल से बनी पापड़ी
तुलसी कृततुलसी द्वारा रचित
दयार्द्रदया से आर्द्र
दस्तकारीदस्त (हाथ) से किया गया कार्य
दिलतोड़दिल को तोड़ने वाला
दुःखसंतप्तदुःख से संतप्त
दुःखार्तदुःख से आर्त
देवदत्तदेव द्वारा दत्त (प्रदत्त)
देशभक्तिदेश से भक्ति
देहचोरदेह से चोर
धनहीनधन से हीन
धर्माधधर्म से अंधा
नककटानाक को कटवाया हुआ
नरभक्षीनर को भक्षित करने वाला
नियमाबद्धनियम से आबद्ध (बँधा हुआ)
नीतियुक्तनीति से युक्त
नेत्रहीननेत्र से हीन
पंतप्रणीतपंत द्वारा प्रणीत (रचित)
पक्षधरपक्ष को धारण करने वाला
पतितपावनपापियों को पवित्र करने वाला
पददलितपद से दलित
पपड़छनाकपड़े से छना हुआ
परलोक गमनपरलोक को गमन
परशुरामरचितपरशुराम द्वारा रचित।
पर्णकुटीरपर्ण से बनी कुटीर
प्राप्तोदकउदक (जल) को प्राप्त
प्रेमसिक्तप्रेम से सिक्त
प्रेमाकुलप्रेम से आकुल
प्रेमातुरप्रेम से आतुर
फलावेष्टितफल से आवेष्टित
बाणाहतबाण से आहत
भयाकुलभय से आकुल
भुखमराभूख से मरा
मदमस्तमद से मस्त
मदमातामद से माता
मदांधमद से अंधा
मनगढंतमन से गढ़ा हुआ
मनचाहामन से चाहा
मनोहरमन को हरने वाला
मरणासन्नमरण को पहुँचा हुआ
माखनचोरमाखन को चुराने वाला
मुँहचोरमुँह से चोर
मुहमांगामुँह से माँगा गया
मेघाच्छन्नमेघ से आच्छन्न
मोहांधमोह से अंधा
यशप्राप्तयश को प्राप्त
रक्तरंजितरक्त से रंजीत
रक्तारक्तरक्त से आरक्त (लाल)
रत्नजड़ितरत्नों से जड़ित
रसभरारस से भरा
रेखांकितरेखा के द्वारा अंकित
रेलयात्रारेल के द्वारा यात्रा
रोगग्रस्तरोग से ग्रस्त
रोगमुक्तरोग से मुक्त
वयःप्राप्तवय (उम्र) को प्राप्त
वाग्दत्तावाणी द्वारा दत्त
वाग्युद्धवाक् (वाणी ) से युद्ध
वाल्मीकिरचितवाल्मीकि दवारा रचित
विद्याधरविद्या को धारण करने वाला
विद्युतमापीविद्युत को मापने वाला
विधिनिर्मितविधि द्वारा निर्मित
व्यवहारकुशलव्यवहार से कुशल
शरणागतशरण को आगत
शराहतशर से आहत
शोकग्रस्तशोक से ग्रस्त
शोकाकुलशोक से आकुल
श्रमजीवीश्रम से जीने वाला
संकटापन्नसंकट को आपन्न (प्राप्त)
सर्वज्ञसर्व (सब) को जानने वाला
सुखप्राप्तसुख को प्राप्त करने वाला
सूररचितसूर के द्वारा रचित
स्नेहाविष्टस्नेह से आविष्ट
स्याहीचूसस्याही को चूसने वाला
स्वयंसिद्धस्वयं से सिद्ध
स्वरचितस्व द्वारा रचित
स्वर्ग प्राप्तस्वर्ग को प्राप्त
हस्तलिखितहस्त से लिखित

सम्प्रदान तत्पुरुष समास – Sampradan Tatpurush Samas

परिभाषा:

जिस समास के अंतर्गत कारक चिन्ह के रूप में “के लिए” का लोप होता है, वह सम्प्रदान तत्पुरुष समास (Sampradan Tatpurush Samas) कहलाता है

सम्प्रदान तत्पुरुष समास के उदाहरण – Sampradan Tatpurush Samas ke Udaharan

समस्त पदसमास-विग्रह
आरामकुर्सीआराम के लिए कुर्सी
आवेदन पत्रआवेदन के लिए पत्र
कर्णफूलकर्ण (कान) के लिए फूल
काकबलिकाक (कौआ) के लिए बलि
कारावासकारा के लिए आवास
कृष्णार्पणकृष्ण के लिए अर्पण
क्रीड़ास्थलक्रीडा के लिए स्थल
गुरुदक्षिणागुरु के लिए दक्षिणा
गृहस्थाश्रमगृहस्थ के लिए आश्रम
गोशालागायों के लिए शाला
चिड़ियाघरचिड़िया के लिए घर
डाकगाड़ीडाक के लिए गाड़ी
डाकमहसूलडाक के लिए महसूल (कर अथवा लगान)
देवबलीदेव के लिए बली
देवालयदेव के लिए आलय
देशभक्तिदेश के लिए भक्ति
देशार्पणदेश के लिए अर्पण
पाठशालापाठ (पढ़ने) के लिए शाला
पुत्रशोकपुत्र के लिए शोक
प्रयोगशालाप्रयोग के लिए शाला
ब्राह्मदक्षिणाब्राह्मण के लिए दक्षिणा
मार्गव्ययमार्ग के लिए व्यय
मालगाड़ीमाल के लिए गाड़ी
मालगोदाममाल के लिए गोदाम
यज्ञशालायज्ञ के लिए शाला
यज्ञाहुतियज्ञ के लिए आहुति
रंगमंचरंग के लिए मंच
रणभूमिरण के लिए शाला
रसोईघररसोई के लिए घर
राहखर्चराह के लिए खर्च
लोकहितकारीलोक के लिए हितकारी
विद्यालयविद्या के लिए आलय
विधान भवनविधान के लिए भवन
विधानसभाविधान के लिए सभा
विश्रामगृहविश्राम के लिए गृह
शपथपत्रशपथ के लिए पत्र
शरणागतशरण को आगत
शिवार्पणशिव के लिए अर्पण
सत्यागृहसत्य के लिए आग्रह
सभाभवनसभा के लिए भवन
समाचार पत्रसमाचार के लिए पत्र
साधुदक्षिणासाधु के लिए दक्षिणा
स्नानघरस्नान के लिए घर
स्वागतगानस्वागत के लिए मान
हथकड़ीहाथ के लिए कड़ी
हथघड़ीहाथ के लिए घड़ी
हवन सामग्रीहवन के लिए सामग्री

अपादान तत्पुरुष समास – Apadan Tatpurush Samas

परिभाषा:

ऐसे समास शब्द जिनमें अपादान कारक चिन्ह “से” का लोप हो , उन्हें अपादान तत्पुरुष समास(Apadan Tatpurush Samas) कहा जाता है।

अपादान तत्पुरुष की पहचान:

नोट : अपादान तत्पुरुष में पदों में पार्थक्य,विलगता, दूरीकरण और अलगाव का भाव होता है

जिन समस्त पदों के अंत में निम्न पद हो वे समस्त पद अपादान तत्पुरुष समास में आते है ,कुछ अपवादों को छोड़कर।

विरक्तभय
मुक्तभीत
हीनभ्रष्ट
विहीनशून्य
च्युतउत्पत्ति
रहितविमुख
निकालानिर्वासित
उत्पन्नवंचित
बहिष्कारनिवृत्त
इतरनिष्कासन
बहिष्कृतआगत
अतीतपतित
भिन्नवासी

अपादान तत्पुरुष समास के उदाहरण – Apadan Tatpurush Samas ke Udaharan

समस्त पदसमास-विग्रह
अन्नहीनअन्न से हीन
ऋणमुक्तऋण से मुक्त
कर्जमुक्तकर्ज से मुक्त।
कर्मरहितकर्म से रहित
कर्महीनकर्म से हीन
कामचोरकाम से जी चुराने वाला
गुणहीनगुणों से हीन
जन्मरोगीजन्म से रोगी
जन्मांधजन्म से अँधा
जलहीनजल से हीन
जातिच्युतजाति से च्युत
जीवनमुक्तजीवन से मुक्त
दूरागतदूर से आगत
देशनिकालादेश से  निकाला
देशनिर्वासितदेश से निर्वासित
धनहीनधन से हीन
धर्मच्युतधर्म से च्युत
धर्मभ्रष्टधर्म से भ्रष्ट
धर्मविमुखधर्म से विमुख
नेत्रहीननेत्र से हीन
पथभ्रष्टपथ से भ्रष्ट
पदच्युतपद से हटाया हुआ
पदभ्रष्टपद से भ्रष्ट
पापमुक्तपाप से मुक्त
फलहीनफल से हीन
बंधनमुक्तबंधन से मुक्त
बलहीनबल से हीन
बीमारीमुक्तबीमारी से मुक्त।
बुद्धिहीनबुद्धि से हीन
भयभीतभय से भीत
भाग्यहीनभाग्य से हीन
भार रहितभार से रहित
मरणोत्तरमरण ‘से’ उत्तर (परे)
मायारिक्तमाया से रिक्त
रणविमुखरण से विमुख
रोगमुक्तरोग से मुक्त
रोजगारवंचितरोजगार से वंचित
लक्ष्यभ्रष्टलक्ष्य से भ्रष्ट
लोकोतरलोक से उतर
वनरहितवन से रहित
विदयारहितविदया से रहित
विवाहेतरविवाह से  इतर (भिन्न)
व्ययमुक्तव्यय से मुक्त
शक्तिहीनशक्ति से हीन
सजामुक्तसजा से मुक्त।
सत्ताच्युतसत्ता से च्युत
सेवानिवृत्तसेवा से निवृत्त
सेवामुक्तसेवा से मुक्त
स्थानच्युतस्थान से  हटाया हुआ
स्थानभ्रष्टस्थान से भ्रष्ट

सम्बन्ध तत्पुरुष समास – Sambandh Tatpurush Samas

परिभाषा:

ऐसे समास शब्द जिनमें अपादान कारक चिन्ह “का ,के ,की ” का लोप हो , उन्हें सम्बन्ध तत्पुरुष समास(Sambandh Tatpurush Samas) कहा जाता है।

सम्बन्ध तत्पुरुष समास के उदाहरण – Sambandh Tatpurush Samas ke Udaharan

समस्त पदसमास-विग्रह
अंगदानअंग का दान
अक्षांशअक्ष का अंश
अछूतोद्वारअछूतों का उद्धार
अन्नदाताअन्न को देने वाला
अमचूरआम का चूर्ण
श्रमदानश्रम का दान
अमरसआम का रस
अमृतधाराअमृत की धारा
अश्वमेधअश्व का यज्ञ
आज्ञानुसारआज्ञा के अनुसार
आनंदाश्रमआनंद का आश्रम
उद्योगपतिउद्योग का पति
कनकघरकनक (सोने) का घर
कन्यादानकन्या का दान
कृष्णमूर्तिकृष्ण की मूर्ति
खरारिखर का अरि
गंगाचलगंगा का आँचल
गंगाजलगंगा का जल
गंगातटगंगा का तट
गुरुसेवागुरु की सेवा
गृहस्वामीगृह का स्वामी
ग्रामोद्धारग्राम का उद्धार
घुड़दौड़घोड़ों की दौड़
चन्द्रोदयचंद्रमा का उदय
चरित्रचित्रणचरित्र का चित्रण
जलधाराजल की धारा
जीवदानीजीव का दान।
जीवनसाथीजीवन का साथी
दशरथपुत्रदशरथ का पुत्र
दीनानाथदीनों का नाथ
देवदासदेव का दास
देवमूर्तिदेवों की मूर्ति
देवालयदेव का आलय (घर)
देशरक्षादेश की रक्षा
देशवासीदेश के वासी
देशसुधारदेश का सुधार
देशसेवादेश की सेवा
नेत्रदाननेत्र का दान
परनिंदापर की निंदा
पराधीनदूसरों के अधीन
पवनपुत्रपवन का पुत्र
पुष्पवर्षापुष्पों की वर्षा
पुस्तकालयपुस्तक का आलय
प्रजापतिप्रजा का पति
प्रधानपतिप्रधान का पति
प्रश्नानुसारप्रश्न के अनुसार
प्रसंगानुसारप्रसंग के अनुसार
फुलवाड़ीफूलों की बाड़ी
बैलगाड़ीबैल की गाड़ी
ब्राह्मणपुत्रब्राह्मण का पुत्र
भारत रत्नभारत का रत्न
भारतवासीभारत का वासी
भूदानभू का दान
भ्रातृस्नेहभ्रातृ का स्नेह
मंत्रीपरिषद्मंत्रियों की परिषद
मनधारामन की धारा
मनोविज्ञानमन का विज्ञान
मृगछौनामृग का छौना (छाल)
मृत्युदंडमृत्यु का दंड
यमुनातटयमुना का तट
रक्तदानरक्त का दान
राजकन्याराजा की कन्या
राजकुमारराजा का कुमार
राजगृहराजा का गृह
राजदरबारराजा का दरबार
राजनीतिज्ञराजनीति का ज्ञाता
राजपुत्रराजा का पुत्र
राजपुरुषराजा का पुरुष
राजभवनराजा का भवन
राजमाताराजा की माता
राजसभाराजा की सभा
रामचरितराम का चरित
रामभक्तिराम की भक्ति
रामायणराम का अयन
रामोपासकराम का उपासक
राष्ट्रगौरवराष्ट्र का गौरव
राष्ट्रपतिराष्ट्र का पति
लखपतिलाखों का पति
लोकसभालोक की सभा
वस्तुदानवस्तु का दान
विद्याभण्डारविद्या का भंडार
विद्याभ्यासविद्या का आभास
विद्यासागरविद्या का सागर
वीरकन्यावीर की कन्या
सचिवालयसचिव की आलय
सभापतिसभा का पति
सूर्योदयसूर्य का उदय
सेनाध्यक्षसेना का अध्यक्ष
सेनानायकसेना का नायक
सेनापतिसेना का पति
सौरमंडलसूर्य का मण्डल
स्वतंत्रस्व का तंत्र
स्वास्थ्यरक्षास्वास्थ्य की रक्षा
हिमालयहिम का आलय

अधिकरण तत्पुरुष समास – Adhikaran Tatpurush Samas

परिभाषा:

ऐसे समास शब्द जिनमें अपादान कारक चिन्ह “में ,पर ” का लोप हो , उन्हें अधिकरण तत्पुरुष समास(Adhikaran Tatpurush Samas) कहा जाता है।

अधिकरण तत्पुरुष समास के उदाहरण – Adhikaran Tatpurush Samas ke Udaharan 

समस्त पदसमास-विग्रह
अज्ञातवासअज्ञात में वास
आत्मनिर्भरआत्म पर निर्भर
आत्मविश्वासआत्म में विश्वास
आत्मविश्वासआत्म पर विश्वास
आनंदमग्नआनंद में मग्न
आपबीतीअपने पर बीती
कपिश्रेष्ठकपियों में श्रेष्ठ
कर्त्तव्यपराणताकर्त्तव्य में परायण
कर्मरतकर्म में रत (लगा हुआ)
कर्मलीनकर्म में लीन
कलानिपुणकला में निपुण
कविपुंगवकवियों में पुंगव (श्रेष्ठ)
कविश्रेष्ठकवियों में श्रेष्ठ
कानाफूसीकानों में फुसफुसाहट
कुलश्रेष्ठकुल में श्रेष्ठ
क्षत्रियाधमक्षत्रियों में अधम
खुदबीतीखुद पर बीती।
गृह प्रवेशगृह में प्रवेश
ग्रामवासग्राम में वास
घुड़सवारघोड़े पर सवार
घृतान्नघी में पका हुआ अन्न
चिंतामग्नचिंता में मग्न
जगबीतीजग में बीती
जलजजल में जन्मा
जलमग्नजल में मग्न
जलसमाधिजल में समाधि
डिब्बाबंदडिब्बा में बन्द
तीर्थाटनतीर्थ में यात्रा
दहीबड़ादही में डूबा हुआ बड़ा
दानवीरदान में वीर
दुकानप्रवेशदुकान में प्रवेश।
देशाटनदेश में अटन
धर्मवीरधर्म में वीर
ध्यानमग्नध्यान में मग्न
नगरनिवासनगर में निवास
नरश्रेष्ठनरों में श्रेष्ठ
पर्वतारोहणपर्वत पर आरोहण
नीतिकुशलनीति में कुशल
पुरुषोत्तमपुरुषों में उत्तम
पेटदर्दपेट में दर्द
मंत्रीवरमंत्रियों में वर
मुनिश्रेष्ठमुनियों में श्रेष्ठ
युद्धनिपुणयुद्ध में निपुण
युद्धवीरयुद्ध में वीर
रणवीररण में वीर
रथारूढ़रथ पर आरूढ़
रेलगाड़ीरेल (पटरी) पर चलने वाली गाड़ी
लोकप्रियलोक (लोगों) में प्रिय
वनवासवन में वास
विचारमग्नविचार में मग्न
विचारलीनविचारों में लीन
विद्याप्रवीणविद्या में प्रवीण
व्यवहारकुशलव्यवहार में कुशल
शरणागतशरण में आगत
शहरवासशहर में वास
शास्त्रप्रवीणशास्त्र में प्रवीण
सर्वव्याप्तसब में व्याप्त
सिरदर्दसिर में दर्द
स्नेह मग्नस्नेह में मग्न
स्वर्गवासीस्वर्ग में बसने वाला

निष्कर्ष :

आज के आर्टिकल में हमने समास के अंतर्गत तत्पुरुष समास(Tatpurush Samas) को विस्तार से पढ़ा। इसकी परिभाषा,भेद, उदाहरणों(Tatpurush samas ke Udaharan) के माध्यम से अच्छे से समझा। हम उम्मीद करतें है कि आपको यह टॉपिक अच्छे से समझ आ गया होगा ….धन्यवाद

  • जेबकतरा में कौनसा समास है?
    कर्म तत्पुरुष
  • देशगत में कौनसा समास है?
    कर्म तत्पुरुष
  • मरणासन्न में कौनसा समास है?
    कर्म तत्पुरुष
  • माखनचोर में कौनसा समास है?
    कर्म तत्पुरुष
  • शरणागत में कौनसा समास है?
    कर्म तत्पुरुष
  • सर्वज्ञ में कौनसा समास है?
    कर्म तत्पुरुष
  • स्वर्गप्राप्त में कौनसा समास है?
    कर्म तत्पुरुष
  • आकालपीड़ित में कौनसा समास है?
    करण तत्पुरुष
  • कठफोड़ा में कौनसा समास है?
    करण तत्पुरुष
  • कनकटा में कौनसा समास है?
    करण तत्पुरुष
  • कर्मवीर में कौनसा समास है?
    करण तत्पुरुष
  • कामचोर में कौनसा समास है?
    करण तत्पुरुष
  • रेलगाड़ी में  कौनसा समास है ?

तत्पुरुष (अधिकरण)

 

महत्त्वपूर्ण लिंक :

सूक्ष्म शिक्षण विधि    🔷 पत्र लेखन      

  🔷प्रेमचंद कहानी सम्पूर्ण पीडीऍफ़    🔷प्रयोजना विधि 

🔷 सुमित्रानंदन जीवन परिचय    🔷मनोविज्ञान सिद्धांत

🔹रस के भेद  🔷हिंदी साहित्य पीडीऍफ़  

🔷शिक्षण कौशल  🔷लिंग (हिंदी व्याकरण)🔷 

🔹सूर्यकांत त्रिपाठी निराला  🔷कबीर जीवन परिचय  🔷हिंदी व्याकरण पीडीऍफ़    🔷 महादेवी वर्मा

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