स्कूल व्याख्याता परीक्षा टेस्ट काव्यशास्त्र 1
हिन्दी साहित्य चैनल स्कूल व्याख्याता परीक्षा …
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आज की पोस्ट में हम छायावाद की प्रमुख कवयित्री महादेवी वर्मा(Mahadevi Verma ka Jivan Parichay) के जीवन परिचय के बारें में जानेंगे ,और इनसे महत्त्वपूर्ण तथ्य जानेंगे। महादेवी वर्मा – Mahadevi Verma ka Jivan Parichay प्रमुख रचनाएँ – (क) काव्य संग्रह नीहार-1930 ई. रश्मि – 1932 ई. नीरजा – 1935 ई. सांध्यगीत -1936 ई. …
महादेवी वर्मा का जीवन परिचय – Mahadevi Verma ka Jivan Parichay Read More »
दोस्तो आज की पोस्ट में हम काव्यशास्त्र के महत्वपूर्ण विषय काव्य प्रयोजन के बारे में जानेंगे काव्य प्रयोजन – Kavya Prayojan ⇒ काव्य प्रयोजन का तात्पर्य है-’काव्य रचना का उद्देश्य’। कवि काव्य-रचना क्यों करता है ? वह अपने काव्य से युग और समाज को क्या देता है ? पाठक उसका अनुशीलन क्यों करता है …
काव्य प्रयोजन – अर्थ, उद्देश्य | Kavya Prayojan | काव्य शास्त्र Read More »
दोस्तो आज की पोस्ट में हम काव्यशास्त्र के अंतर्गत महत्वपूर्ण विषयवस्तु काव्य लक्षण (Kavya Lakshan) को अच्छे से पढ़ेंगे । काव्य लक्षण – Kavya Lakshn ‘किसी वस्तु अथवा विषय के विशेष धर्म का कथन करना उसका लक्षण कहलाता है।’अलग -अलग आचार्यों के द्वारा काव्य लक्षण को परिभाषित किया गया। संस्कृत आचार्यों के काव्य लक्षण हिन्दी …
काव्य लक्षण -परिभाषा, उदाहरण || आसानी से समझें || Kavya Lakshan Read More »
दोस्तो आज की पोस्ट मे हम संज्ञा(Noun in Hindi) के बारे में जानने वाले है. जिसमें हम संज्ञा किसे कहते है(Sangya kise kahate hain), संज्ञा का अर्थ(Sangya ka Arth), संज्ञा की परिभाषा(Sangya ki Paribhasha) संज्ञा के भेद(Sangya ke Bhed), संज्ञा के उदाहरण(Sangya ke Udaharan) एवं महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के बारे मे विस्तार से बताने जा रहें …
Noun in Hindi – संज्ञा : परिभाषा, भेद और उदाहरण – Top Notes Read More »
दोस्तों आज हम इलाचंद्र जोशी के उपन्यासों के बारे में जानेंगे और महत्वपूर्ण उपन्यासों की विषय वस्तु के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे। इलाचन्द्र जोशी के उपन्यास 1.लज़्ज़ा(1929) इसमें पूर्व में ‘घृणामयी’ शीर्षक से प्रकाशित लज्जा’ में लज्जा नामक आधुनिका, शिक्षित नारी की काम भावना का वर्णन किया गया है। 2.सन्यासी(1941) इस उपन्यास में …
काव्य हेतु – Kavya Hetu ’हेतु’ का शाब्दिक अर्थ है कारण, अतः ’काव्य हेतु’ का अर्थ हुआ काव्य की उत्पत्ति का कारण। किसी व्यक्ति में काव्य रचना की सामर्थ्य उत्पन्न कर देने वाले कारण काव्य हेतु कहलाते हैं। साहित्य की रचना क्यों होती है ? क्या कारण है जो कवि अथवा रचनाकार को …
काव्य हेतु काव्यशास्त्र || हिंदी साहित्य – काव्यशास्त्र Read More »
आज पोस्ट में सुरेन्द्र वर्मा के नाटकों की विषयवस्तु के बारे में जानेंगे। जो परीक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। 1.सेतुबंध (1972 ई.) इस नाटक में प्रभावती जब अपनी मां से यह कहती है, “भावना के बिना शारीरिक संभोग बलात्कार होता है और मैं उसी का परिणाम हूं।” पद और प्रतिष्ठा पाने के लिए …
आज की पोस्ट में हम हिंदी व्याकरण के अंतर्गत शब्द-युग्म (Shabd Yugm) के बारे में पढ़ेंगे तथा इसके महत्त्वपूर्ण प्रश्नों को भी देखेंगे। जो परीक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। शब्द युग्म – Shabd Yugm शब्द युग्म शब्द किसे कहते हैं? परिभाषा – प्रत्येक भाषा में कई ऐसे शब्द होते है, जिनके उच्चारण में या …
शब्द युग्म – Shabd Yugm | हिंदी व्याकरण | 500+ युग्म शब्द Read More »
अंग्रेजी में ’स्केच का हिन्दी पर्याय ’रेखाचित्र’ है। ’स्केच’ की ही तरह ’रेखाचित्र’ में भी कम से कम शब्दों में कलात्मक ढंग से किसी वस्तु, व्यक्ति या दृश्य का अंकन किया जाता है। इसमे साधन शब्द होते है, रेखाएँ नहीं। इसीलिए इसे ’शब्दचित्र’ (Shabdchitr)भी कहते हैं। ’रेखाचित्र’ यद्यपि एक नवीन साहित्यिक विधा के रूप में …
हिन्दी रेखाचित्र || hindi rekhachitr || hindi sahitya Read More »