हिन्दी साहित्य आदिकाल

हिन्दी साहित्य के आदिकाल के महत्वपूर्ण संकलन को तैयार किया गया है

नाथ साहित्य – अर्थ , प्रमुख ग्रन्थ , विशेषताएँ | हिंदी साहित्य का आदिकाल

नाथ साहित्य

आज के आर्टिकल में हम हिंदी साहित्य के आदिकाल के अंतर्गत नाथ साहित्य (Nath Sahitya) को पढेंगे , इस टॉपिक में हम नाथ साहित्य ,प्रमुख काव्य ग्रन्थ और नाथ साहित्य की विशेषताएँ जानेंगे। नाथ साहित्य – Nath Sahity दोस्तो महायान से सहजयान और सहजयान से नाथ सम्प्रदाय का विकास हुआ। सिद्धों की वाममार्गी भोगप्रधान योगसाधना …

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आचार्य शुक्ल के कथन -आदिकाल || Hindi Literature

आचार्य शुक्ल के कथन आदिकाल

 आज के आर्टिकल में हम हिंदी साहित्य के आदिकाल के सम्बन्ध में आचार्य शुक्ल के महत्त्वपूर्ण कथनों की चर्चा करेंगे  । आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के महत्वपूर्ण कथन पार्ट -2 *आदिकाल के सम्बन्ध में* ⇒”हिन्दी साहित्य का आदिकाल संवत् 1050 से लेकर संवत् 1375 तक अर्थात महाराज भोज के समय से लेकर हम्मीरदेव के समय के …

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आदिकाल टेस्ट सीरीज 201 से 250 तक

आदिकाल प्रश्नोत्तर 2

आदिकाल टेस्ट सीरीज 201 से 250 तक:- 201.बीसलदेव रासो का प्रधान रस~~ श्रृंगार रस 202.पृथ्वीराज रासो के वृहद रुपांतरण में कुल कितने सर्ग है~~69 203.’गोरखबानी’ के संपादक ~~पीतांबर दत्त बड़थ्वाल 204.नारी निंदा किस संप्रदाय में मिलती है~~ नाथपंथ में 205.नाथ संप्रदाय की सबसे बड़ी कमजोरी थी ~~गृहस्थों का अनादर 206.मैथिली में हिंदी में रचित गद्य …

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आदिकाल सुपर 100 सीरीज़ -1 – हिंदी साहित्य का इतिहास

आदिकाल प्रश्नोत्तर 3

आदिकाल सुपर 100 सीरीज़ -1   आदिकाल सुपर 100 सीरीज़ -1 1.आचार्य शुक्ल ने आदिकाल में देशभाषा काव्य में कितनी पुस्तकों की संख्या मानी है~~8 2.” जनता की चित्तवृत्ति का संचित प्रतिबिंब ही साहित्य हैं “यह माना है~~ शुक्ल 3.” भाषा सर्वेक्षण “के रचयिता है~~ जॉर्ज ग्रियर्सन 4. पृथ्वीराज रासो कितने प्रकार के छंदों में …

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आदिकाल प्रश्नोतरी 251 से 300

आदिकाल प्रश्नोत्तर 1

आदिकाल प्रश्नोतरी 251 से 300 251.उलटवासियों का पूर्व रूप हमें किन की भाषा में मिलता है~~ सिद्धों के 252.गेय पदों की परंपरा किसने प्रचलित की थी~~ सिद्धों ने 253.आचार्य शुक्ल ने विद्यापति को किस प्रकार का कवि माना है~~ शुद्ध शृंगारी 254.रास परंपरा की प्रथम रचना~~ भरतेश्वर बाहुबली रास 255.हिंदी रास परंपरा की प्रथम ऐतिहासिक …

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रासो काव्य – अर्थ , प्रमुख रासो ग्रन्थ , विशेषताएँ | हिंदी साहित्य का आदिकाल

Raso Kavya

आज के आर्टिकल में हम हिंदी साहित्य के आदिकाल के अंतर्गत रासो काव्य (Raso Kavya) को पढेंगे , इस टॉपिक में हम रासो का अर्थ ,प्रमुख रासो काव्य ग्रन्थ और रासो काव्य की विशेषताएँ  पढेंगे। रासो साहित्य – Raso Kavya   हिन्दी साहित्य के आदिकाल में रचित जैन ‘रास काव्य’ वीरगाथाओं के रूप में लिखित …

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आदिकाल प्रश्नोतर क्विज 2

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आदिकाल प्रश्नोतर क्विज 2 प्रश्न 1-पृथ्वीराज रासो को आप किस वर्ग में रखेंगे? A-राजनितिक महाकाव्य B-सांस्कृतिक महाकाव्य C-श्राृंगार गाथा D-वीरगाथा⬛ प्रश्न2-मैथिलि हिंदी में रचित गद्य रचना का नाम बताए? 1-वर्णरत्नाकर 2-राउलवेल 3-प्राकृत पैंगलम 4-पदावली 5-A व D दोनों⬛ प्रश्न3-आदिकाल में चरित काव्य सर्बाधिक किस साहित्य में रचे गए? 1-जैन साहित्य⬛ 2- रासो साहित्य 3- नाथ …

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चर्यापद क्या है || हिंदी साहित्य का आदिकाल

चर्यापद क्या है

चर्यापद क्या है ? दोस्तो हिंदी साहित्य के इतिहास में अगर हम आदिकाल पढ़ते है तो हमें चर्यापद शब्द पढने को मिलता है आज हम इसके बारे में ही चर्चा करेंगे दोहाकोशों के साथ-साथ बौद्धसिद्धों ने चर्यापदों की भी रचना की है। ये एक प्रकार के गीत होते हैं तो सामान्यतः अनुष्ठानों के समय गाये …

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Hindi Sahitya quiz 16- आदिकाल -हिंदी साहित्य

Hindi Sahitya quiz 16

आज की पोस्ट में हिंदी साहित्य के महत्त्वपूर्ण प्रश्न(Hindi Sahitya quiz 16) जो आदिकाल से संग्रहित किए गए है जो कि परीक्षा के लिए मददगार साबित होंगे | Hindi Sahitya quiz 16- आदिकाल -हिंदी साहित्य 1. निम्न में से असंगत लिखिए- (अ) अब्दुल रहमान- संदेशरासक (ब) जोइन्दु- परमात्मप्रकाश (स) धनपाल- जसहरिचरिउ✔️ (द) रामसिंह- पाहुङ दोहा …

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हिंदी साहित्य का काल विभाजन एवं नामकरण

हिंदी साहित्य का काल विभाजन एवं नामकरण

आज के आर्टिकल में हम हिंदी साहित्य का काल विभाजन एवं नामकरण (Hindi Sahitya ka Kaal Vibhajan aur Naamkaran) की के इतिहास को पढेंगे ।आर्टिकल को पढ़कर नीचे कमेंट बॉक्स में अपने विचार जरुर लिखें । दोस्तो साहित्य इतिहासकारों ने इतिहास लेखन में कई पद्धतियों को काम में लिया ’वर्णानुक्रमी पद्धति’ सबसे पहली पद्धति ’वर्णानुक्रमी …

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