• Home
  • PDF Notes
  • Videos
  • रीतिकाल
  • आधुनिक काल
  • साहित्य ट्रिक्स
  • आर्टिकल

हिंदी साहित्य चैनल

  • Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • Home
  • PDF NOTES
  • VIDEOS
  • कहानियाँ
  • व्याकरण
  • रीतिकाल
  • हिंदी लेखक
  • कविताएँ

सर्वनाम – भेद,परिभाषा, उदाहरण || हिंदी व्याकरण

Author: केवल कृष्ण घोड़ेला | On:28th Apr, 2022| Comments: 0

दोस्तो आज की पोस्ट मे हम सर्वनाम(Sarvanam)के बारे में जानने वाले है. जिसमें हम सर्वनाम किसे कहते है(Sarvanam kise kahate hain), सर्वनाम का अर्थ(Sarvanam ka Arth), सर्वनाम की परिभाषा(Sarvanam ki paribhasha) सर्वनाम भेद(Sarvanam ke Bhed), सर्वनाम के उदाहरण(Sarvanam ke udaharan) एवं महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के बारे मे विस्तार से बताने जा रहें है ,हम उम्मीद करते है कि आप इसे अच्छे से समझ पाएंगे.Sarvanam in hindi

सर्वनाम (Pronoun)

Table of Contents

  • सर्वनाम (Pronoun)
    • सर्वनाम क्या होता है -Sarvanam kya hota hai
  • सर्वनाम की परिभाषा – Sarvanam ki Paribhasha
    • सर्वनाम के कितने भेद होते है – Sarvanam ke Kitne Bhed Hote Hain
    • कामताप्रसाद के अनुसार हिंदी में 11 सर्वनाम होते है ।
    • पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Purush Vachak Sarvanam ki Paribhasha
    • निजवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Nij Vachak Sarvanam ki Paribhasha
    • निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Nishchay Vachak Sarvanam Ki Paribhasha
    • अनिश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Anishchay Vachak Sarvanam ki Paribhasha
    • संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Sambandh Vachak Sarvanam ki Paribhasha
    • प्रश्नवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Prashna Vachak Sarvanam ki Paribhasha
  • संयुक्त सर्वनाम क्या होते है ?
    • सर्वनाम के प्रश्न(Sarvanam ke question)
    • सर्वनाम के प्रश्न – उत्तर (Sarvanam ke question answer)
    • सर्वनाम के प्रश्न(Sarvanam ke prshan)
    • सर्वनाम के वस्तुनिष्ठ प्रश्न

दोस्तो सर्वनाम दो शब्दों से मिल कर बना शब्द है सर्व और नाम , इसका अर्थ है कि सभी नामों (संज्ञाओं) की जगह आने वाला शब्द सर्वनाम(Sarvanam) कहलाता है । अगर आसानी से समझें तो सर्वनाम वो शब्द होते है जो संज्ञा के स्थान पर काम आते है ।

सर्वनाम क्या होता है -Sarvanam kya hota hai

Sarvanam

सर्वनाम की परिभाषा – Sarvanam ki Paribhasha

सरल शब्दों में अगर समझें तो जो शब्द संज्ञा के जगह पर काम आते है उन्हें हम सर्वनाम कहते है।

ऐसे समझें ⇓⇓

ममता विद्यालय जाती है। वह वहाँ पढ़ती है। पहले वाक्य में ’ममता’ तथा ’विद्यालय’ शब्द संज्ञाएँ हैं, दूसरे वाक्य में ’ममता’ के स्थान पर ’वह’ तथा ’विद्यालय’ के स्थान पर ’वहाँ’ शब्द प्रयुक्त हुए हैं। अतः ’वह’ और ’वहाँ’ शब्द संज्ञाओं के स्थान पर प्रयुक्त हुए हैं इसलिए इन्हें सर्वनाम(Sarvanam) कहते हैं।

’सर्वनाम’ उस विकारी शब्द को कहते हैं, जो पूर्वापरसंबंध से किसी भी संज्ञा के बदले आता है जैसे-मैं, तुम, वह, यह इत्यादि। सभी नामों (संज्ञाओं) के बदले जो शब्द आते हैं, उन्हें सर्वनाम(Sarvanam) कहते हैं।

संज्ञा की अपेक्षा सर्वनाम (Pronoun) की विलक्षणता यह है कि संज्ञा से जहाँ उसी वस्तु का बोध होता है, जिसका वह (संज्ञा) नाम है, वहाँ सर्वनाम में पूर्वापरसंबंध के अनुसार किसी भी वस्तु का बोध होता है।

अब हम उदाहरणों से हम सर्वनाम क़ो बिल्कुल आसान तरीके से समझेंगे।

उदाहरण : सो ताको सागर जहाँ जाकी प्यास बुझाय ।
व्याख्या : यहां सो संबंधवाचक सर्वनाम है

उदाहरण : राम मेरा भाई है। वह बहुत बुद्धिमान है ।वह कक्षा मे हमेशा प्रथम आता है।

व्याख्या : यहां मोहन संज्ञा शब्द है राम कि जगह आया शब्द “वह” सर्वनाम है यहां राम क़ो बार बार ना लिख कर वह शब्द का इस्तेमाल हुआ है

उदाहरण: देव, तु दयालु, दीन हौ, तु दानी, हौ भिखारी
व्याख्या : यहां ” तु “सर्वनाम देवता के लिये आया है जो मध्यम पुरुष सर्वनाम है

उदाहरण : श्री कृष्ण ने ब्राह्मण क़ो विदा किया और आप चलने का विचार करने लगे
यहां आप निज वाचक सर्वनाम है

उदाहरण : मोहन का घर यह है। उसकी माताजी अध्यपिका है । उसके पिताजी डॉक्टर है । वह कक्षा 8 मे पढता है।
व्याख्या : यहां मोहन शब्द एक बार आया है जो संज्ञा है अन्य पंक्तियों मे संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त हुआ है जो सर्वनाम है

उदाहरण : गीता गांव जाती है,तब वह पेड़ पर से आम तोड़ कर खाती है । वे बहुत रसीले और मीठे होते है।

व्याख्या : यहां प्रयुक्त वे  शब्द सर्वनाम है किन्तु यह गीता के लिये प्रयुक्त न होकर आम के लिये हुआ है किसी भी सजीव या निर्जीव वस्तुओ के नाम का उच्चारण बार बार ना करके हम सर्वनाम शब्दों का इस्तेमाल करते है।

उदाहरण : मोहन बहुत नटखट है । उसकी माँ यशोदा उसकी शरारतो से बहुत परेशान है। उसके पास एक बांसुरी है जिससे मधुर आवाज़ आती है।
उदहारण :- यहां उसकी और उससे शब्द मोहन के लिये है
जिससे शब्द बांसुरी के लिये आया है ।

दोस्तो अब आप सर्वनाम(Sarvanam) को समझ गए होंगे ,अब हम इसके भेदों को समझेंगे।

सर्वनाम के कितने भेद होते है – Sarvanam ke Kitne Bhed Hote Hain

कामताप्रसाद के अनुसार हिंदी में 11 सर्वनाम होते है ।

सर्वनाम भेद

हिंदी में  कुल ग्यारह(11) सर्वनाम हैं-

  • मैं
  • तू
  • आप
  • यह
  • वह
  • जो
  • सो
  • कोई
  • कुछ
  • कौन
  • क्या
सर्वनाम
सर्वनाम के भेद

प्रयोग के अनुसार सर्वनाम के छ: भेद होते है

  1. पुरुषवाचक सर्वनाम – Purush vachak sarvnam
  2. निजवाचक सर्वनाम – Nij vachak Sarvnam
  3. निश्चयवाचक सर्वनाम – Nishchay Vachak Sarvnam
  4. अनिश्चयवाचक सर्वनाम – Anishchay vachak sarvnam
  5. संबंधवाचक सर्वनाम – Sambandh vachak sarvnam
  6. प्रश्नवाचक सर्वनाम – Prashna vachak sarvnam

पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Purush Vachak Sarvanam ki Paribhasha

पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद हैं –’पुरुषवाचक सर्वनाम’ – जिन सर्वनामों का प्रयोग बोलने वाले, सुनने वाले या अन्य किसी व्यक्ति के स्थान पर किया जाता है, उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं। पुरुषों (स्त्री या पुरुष) के नाम के बदले आते हैं। उत्तमपुरुष में लेखक या वक्ता आता है, मध्यमपुरुष में पाठक या श्रोता और अन्यपुरुष में लेखक और श्रोता को छोङ अन्य लोग आते हैं।

उत्तमपुरुष (First Person) – वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति स्वयं अपने लिए करता है।

मैं , हम, मुझे, मेरा, हमारा, हमें

  • मैं पढ़ता हूँ।
  • मैं स्कूल जाऊँगा।
  • हम पढ़ते हैं।
  • हम मतदान नहीं करेंगे।
  • हम फुटबाॅल खेलेंगे।
  • मैं खाना बना रही हूँ।

मध्यमपुरुष (Second Person) – वे सर्वनाम शब्द, जो सुनने वाले के लिए प्रयुक्त किये जाते है।

तू, तुम, तुझे, तुम्हें, तेरा, आप, आपका, आपको 

  • तू पढ़ता है।
  • तुम पढ़ते हो।
  • तुम खेल रहे हो।

अन्यपुरुष (Third Person) – वे सर्वनाम, जिनका प्रयोग बोलने तथा सुनने वाले व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के लिए प्रयुक्त करते हैं।

वह, वे, यह, ये, उन्हें, उसे, इसे, उसका, इसका

  • वह पढ़ता है।
  • वे पढ़ते हैं।
  • वे नाच रहे हैं।

निजवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Nij Vachak Sarvanam ki Paribhasha

’निजवाचक सर्वनाम’ का रूप ’आप’ है। लेकिन, पुरुषवाचक के अन्य पुरुष वाले ’आप’ से इसका प्रयोग बिल्कुल अलग है। यह कर्ता का बोधक है, पर स्वयं कर्ता का काम नहीं करता। पुरुषवाचक ’आप’ बहुवचन में आदर के लिए प्रयुक्त होता है। आप, अपना, स्वयं, खुद आदि निजवाचक सर्वनाम हैं।

जैसे-

  • मैं अपना खाना बना रहा हूँ।
  • आप मेरे सिर-आँखों  पर हैं
  • तुम स्वयं वहाँ चले जाना।
  • तुम अपनी पुस्तक पढ़ो।
  • आप क्या राय देते हैं?
  • मैं अपने आप बाजार चला जाऊँगा।

किंतु, निजवाचक ’आप’ एक ही तरह दोनों  वचनों में आता है और तीनों पुरुषों में इसका प्रयोग किया जा सकता है। निजवाचक सर्वनाम ’आप’ का प्रयोग निम्नलिखित अर्थों में होता है –

विशेष ध्यान देवें ⇓⇓⇓

(क) निजवाचक ’आप’ का प्रयोग किसी संज्ञा या सर्वनाम(Sarvanam) के अवधारण (निश्चय) के लिए होता है। जैसे-मैं आप वहीं से आया हूँ, मैं आप वही कार्य कर रहा हूँ।

(ख) निजवाचक ’आप’ का प्रयोग दूसरे व्यक्ति के निराकरण के लिए भी होता है। जैसे-उन्होंने मुझे रहने को कहा और आप चलते बने, वह औरों  को नहीं, अपने को सुधार रहा है।

(ग) सर्वसाधारण के अर्थ में भी ’आप’ का प्रयोग होता है। जैसे-आप भला तो जग भला, अपने से बङो का आदर करना उचित है।

(घ) अवधारण के अर्थ में कभी-कभी ’आप’ के साथ ’ही’ जोङा जाता है। जैसे-मैं आप ही चला आता था, वह काम आप ही हो गया, मैं वह काम आप ही कर लूँगा।

निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Nishchay Vachak Sarvanam Ki Paribhasha

जिस सर्वनाम(Sarvanam) से वक्ता के पास या दूर की किसी वस्तु के निश्चय का बोध होता है, उसे ’निश्चयवाचक सर्वनाम’ कहते हैं,

जैसे-

यह, वह, इस, उस, ये, वे।

उदाहरणार्थ –

  • वह आपकी घङी है।
  • यह मेरा घर है।
  • ये मेरी पुस्तकें है।
  • वे उनकी पुस्तकें है।
  • पास की वस्तु के लिए – यह कोई नया काम नहीं है।
  • दूर की वस्तु के लिए-रोटी मत खाओ, क्योंकि वह जली है।
  • यह पुराना मकान है।
  • वह पुराना मकान है।

अनिश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Anishchay Vachak Sarvanam ki Paribhasha

जिस सर्वनाम(Sarvanam) से किसी निश्चित वस्तु का बोध न हो, उसे ’अनिश्चयवाचक सर्वनाम’ कहते हैं,

जैसे-कोई, कुछ, किसी।

उदाहरणार्थ-

  • कोई जा रहा है।
  • वह कुछ खा रहा है।
  • ऐसा न हो कि कोई आ जाए।
  • किसी ने कहा था।
  • कुछ कहते हैं कि वह मूर्ख है।
  • कब तक चुप रहोगे, अब कुछ तो बोलो।
  • उसने कुछ नहीं खाया।
  • मुझे कोई बुला रहा है।
  • कोई चीज लेते आना।

’कोई’ का प्रयोग मनुष्यों के लिए तथा कुछ का प्रयोग निर्जीव पदार्थों तथा छोटे जीव-जन्तुओं के लिए होता है। अपवादस्वरूप ’कोई’ का प्रयोग वस्तु और कुछ का प्रयोग व्यक्ति के लिए भी होता है।

संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Sambandh Vachak Sarvanam ki Paribhasha

जिस सर्वनाम से वाक्य में किसी दूसरे सर्वनाम से संबंध स्थापित किया जाए, उसे ’संबंधवाचक सर्वनाम’ कहते हैं,

जैसे-

जो-वह, जो-सो, जिसकी-उसकी, जितना-उतना

उदाहरणार्थ-

  • जो पढ़ेगा सो पास होगा।
  • वह कौन है, जो पङा रो रहा है,
  • जितना गुङ डालोगे उतना मीठा होगा।
  • जिसकी लाठी उसकी भैंस।
  • वह जो न करे, सो थोङा।
  • बिना विचारे जो करे सो पाछे पछिताय।

प्रश्नवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Prashna Vachak Sarvanam ki Paribhasha

प्रश्न करने के लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग होता है, उन्हें ’प्रश्नवाचक सर्वनाम’ कहते हैं,

जैसे-कौन, क्या, किसकी।

उदाहरणार्थ-

  • कौन गाना गा रही है?
  • कौन आता है ?
  • क्या कहते हो ?
  • वह क्या लाया ?
  • तुम क्या खा रहे हो ?
  • किसकी पुस्तक पङी है ?
  • कौन आ रहा है ?
  • बाजार से क्या लाए हो ?

Sarvanam in hindi

 

संयुक्त सर्वनाम क्या होते है ?

रूस के हिंदी वैयाकरण डाॅ. दीमशित्स ने एक और प्रकार के सर्वनाम(Sarvanam) का उल्लेख किया है और उसे ’संयुक्त सर्वनाम’ कहा है। उन्हीं के शब्दों में, ’संयुक्त सर्वनाम’ पृथक् श्रेणी के सर्वनाम है।

सर्वनाम(Sarvanam) के सब भेदों से इनकी भिन्नता इसलिए है, क्योंकि उनमें एक शब्द नहीं, बल्कि एक से अधिक शब्द होते हैं। संयुक्त सर्वनाम स्वतंत्र रूप से या संज्ञा-शब्दों के साथ ही प्रयुक्त होता है।’’

कुछ उदाहरण इस प्रकार है- जो कोई, सब कोई, हर कोई, और कोई, कोई और, जो कुछ, सब कुछ, और कुछ, कुछ और, कोई एक, एक कोई, कोई भी, कुछ एक, कुछ भी, कोई-न-कोई, कुछ-न-कुछ, कुछ-कुछ कोई-कोई इत्यादि।

2. सर्वनाम के रूपांतर (लिंग, वचन और कारक)

सर्वनाम(Sarvanam) का रूपांतर पुरुष, वचन और कारक की दृष्टि से होता है। इनमें  लिंगभेद के कारण रूपांतर नहीं होता।

जैसे-

  • वह खाता है।
  • वह खाती है।

संज्ञाओं के समान सर्वनाम के भी दो वचन होते हैं-एकवचन और बहुवचन। पुरुषवाचक और निश्चयवाचक सर्वनाम को छोङ शेष सर्वनाम(Sarvanam) विभक्तिरहित बहुवचन में एकवचन के समान रहते है।

सर्वनाम में केवल सात कारक होते हैं। संबोधन कारक नहीं होता।

कारकों की विभक्तियाँ लगने से सर्वनामों के रूप में विकृति आ जाती है,

जैसे-
मैं-मुझको, मुझे, मुझसे, मेरा, तुम-तुम्हें, तुम्हारा, हम-हमें, हमारा, वह-उसने, उसको, उसे, उससे, उन्होंने, उनको, यह-इसने, इसे, इससे, इन्होंने, इनको, इन्हें, इनसे, कौन- किसने, किसको, किसे।

सर्वनाम के प्रश्न(Sarvanam ke question)

1. ’घंटी बजी है कोई आया’ पंक्ति में कौन-सा सर्वनाम है?
(अ) निजवाचक (ब) अनिश्चयवाचक
(स) पुरुषवाचक (द) निश्चयवाचक

सही उत्तर-(ब)

2. ’’शायद कमरे में कोई छिपा हुआ है।’’ इस वाक्य में रेखांकित शब्द है?
(अ) प्रश्नवाचक सर्वनाम
(ब) संबंधवाचक सर्वनाम
(स) अनिश्चयवाचक सर्वनाम
(द) निजवाचक सर्वनाम

सही उत्तर-(स)

3. किस क्रम में प्रश्नवाचक सर्वनाम नहीं है?
(अ) कौन (ब) कैसे
(स) तुम (द) क्या

सही उत्तर-(स)

4. ’’शायद कमरे में कोई छिपा हुआ है।’’ इस वाक्य मेें रेखांकित शब्द है?
(अ) प्रश्नवाचक सर्वनाम
(ब) संबंधवाचक सर्वनाम
(स) अनिश्चयवाचक सर्वनाम
(द) निजवाचक सर्वनाम

सही उत्तर-(स)

5. पुरुषवाचक सर्वनाम में कौन-सा कथन असत्य है?
(अ) संबंध पुरुषवाचक (ब) उत्तम पुरुषवाचक
(स) मध्यम पुरुषवाचक (द) अन्य पुरुषवाचक

सही उत्तर-(अ)

6. ’मोहन प्रकाश जी……………हिन्दी पढ़ाते है।’ इस वाक्य में रिक्त स्थान पूर्ति ’अन्य पुरुषवाचक’ सर्वनाम से करो।
(अ) मुझे (ब) तुम्हें
(स) उन्हें (द) हमें

सही उत्तर-(स)

7. किस क्रम में सर्वनाम का भेद नहीं है?
(अ) पुरुषवाचक सर्वनाम
(ब) निजवाचक सर्वनाम
(स) सम्बन्धवाचक सर्वनाम
(द) अस्तित्यवाचक सर्वनाम

सही उत्तर-(द)

8. निम्नलिखित में से किस विकल्प में सभी सर्वनाम पुरुषवाची है?
(अ) हम, तुम, ये, वे, मैं
(ब) आप, कुछ, जो, यह
(स) जो, कोई, वह, स्वयं
(द) मैं, तुम, आप, किसी

सही उत्तर-(अ)

9. ’तेते पाँव पसारिये, जेती लाँबी सौर’ में कौन-सा सर्वनाम है?
(अ) सम्बन्ध वाचक सर्वनाम
(ब) पुरुष वाचक सर्वनाम
(स) प्रश्न वाचक सर्वनाम
(द) निश्चयवाचक सर्वनाम

सही उत्तर-(अ)

10. ’वह स्वतः ही जान जाएगा’ में ’वह’ सर्वनाम है?
(अ) पुरुषवाचक सर्वनाम
(ब) निजवाचक सर्वनाम
(स) सम्बन्धी वाचक सर्वनाम
(द) अनिश्चयवाचक सर्वनाम

सही उत्तर-(ब)

11. किस क्रम में निजवाचक सर्वनाम नहीं है?
(अ) वह अपने आन ही विद्यालय गया
(ब) मैं अपना काम स्वयं करता हूँ
(स) किन-किन का नाम सूची में नहीं आया
(द) वह स्वतः समझ जायेगा।

सही उत्तर-(स)

12. कौन-सा समूह प्रश्नवाचक सर्वनामों का है?
(अ) वह, उसकी, हम (ब) किसी, तुम, क्या
(स) जिसे, जैसा, हमारा (द) कौन, किसे, कब

सही उत्तर-(द)

13. निजवाचक सर्वनाम का उदाहरण है?
(अ) हम किसी का कुछ नहीं बिगाङ सकते
(ब) हमें अपना काम स्वयं करना चाहिए
(स) जैसा करोगे, वैसा भरोगे
(द) तुम्हारा घर यह नहीं है

सही उत्तर-(ब)

14. किस समूह में सर्वनाम प्रश्नवाचक है?
(अ) कौन, क्या, किसने
(ब) जो, कोई, वह
(स) जिनका, जो, किनका
(द) जिन्होंने, उन पर, उसको

सही उत्तर-(अ)

15. ’किन-किन का नाम सूची में है?’ में प्रश्नवाचक सर्वनाम का भाव किस में है?
(अ) किन-किन (ब) सूची
(स) का (द) नाम

सही उत्तर-(अ)

16. किस वाक्य में संबंधवाचक सर्वनाम है?
(अ) अयोध्या जाने के लिए किससे कहूँ?
(ब) शर्माजी का घर यह नहीं वह है।
(स) इस घङी को देखो, यह कितनी उपयोगी है।
(द) तेते पाँव पसारिये, जेती लांबी सौर।

सही उत्तर-(द)

17. ’सामने जो बङा-सा दिखाई दे रहा है, वह मेरा है’ में कौन-सा सर्वनाम है?
(अ) निजवाचक (ब) संबंधवाचक
(स) निश्चयवाचक (द) पुरुषवाचक

सही उत्तर-(स)

18. किस वाक्य में संबंधवाचक सर्वनाम है?
(अ) मैं अपना काम स्वयं करता हूँ
(ब) कोई कुछ भी कहे, हमे क्या
(स) जिसे भी देखता हूँ वही व्यस्त है
(द) वह स्वतः सम्भल गया

सही उत्तर-(स)

19. ’तू’ सर्वनाम का प्रयोग किस क्रम में नहीं होगा?
(अ) समीपता (ब) आत्मीयता
(स) अपमान (द) संबंध बताने

सही उत्तर-(द)

20. ’सामने जो बङा महल दिखाई दे रहा’ वह मेरा है’। इसमें कौन-सा सर्वनाम है?
(अ) पुरुषवाचक (ब) निश्चयवाचक
(स) अनिश्चयवाचक (द) निजवाचक

सही उत्तर-(ब)

सर्वनाम के प्रश्न – उत्तर (Sarvanam ke question answer)

21. ’मैं अपना काम स्वयं करता हूँ’ में रेखांकित में कौन-सा सर्वनाम है?
(अ) सम्बन्धवाचक (ब) पुरुषवाचक
(स) निजवाचक (द) निश्चयवाचक

सही उत्तर-(स)

22. निम्नलिखित में से अनिश्चयवाचक सर्वनाम है?
(अ) मैं (ब) वह
(स) कोई (द) कौन

सही उत्तर-(स)

23. किसी निश्चित व्यक्ति, वस्तु, घटना या कर्म के लिए प्रयुक्त होने वाले सर्वनाम क्या कहलाते है?
(अ) अनिश्चय वाचक सर्वनाम
(ब) निश्चयवाचक सर्वनाम
(स) पुरुषवाचक सर्वनाम
(द) निजवाचक सर्वनाम

सही उत्तर-(ब)

24. किस क्रमांक में संबंधवाचक सर्वनाम है?
(अ) जो सोयेगा, वह खोयेगा
(ब) यह अच्छा है, वह नहीं है
(स) आप क्या कर रहे हैं?
(द) मैं स्वयं आ जाऊँगा।

सही उत्तर-(अ)

25. ’हम’ क्या है?
(अ) उत्तम पुरुष (ब) प्रथम पुरुष
(स) निजवाचक (द) सम्बन्ध वाचक

सही उत्तर-(अ)

26. किस वाक्य में अनिश्चयवाचक सर्वनाम है?
(अ) हम किसी से कुछ नहीं कह सकते।
(ब) हम खुद ही इधर आ गए
(स) मेरा भाई जो तुम्हें मिला था, वह आगे जा रहा है
(द) तुम काॅलेज कब जाओगे

सही उत्तर-(अ)

27. सर्वनाम के भेद होते हैं?
(अ) 3 (ब) 4
(स) 5 (द) 6

सही उत्तर-(द)

28. किस क्रम में निश्चयवाचक सर्वनाम का सही उदाहरण है?
(अ) अरे नालायक! तूं इधर क्या कर रहा है।
(ब) इस पुस्तक को देखा, यह कितनी उपयोगी है।
(स) कोई कुछ भी कहे, हमें क्या
(द) आपका शुभ नाम क्या है?

सही उत्तर-(ब)

29. ’यह’ कौन-सा सर्वनाम है?
(अ) पुरुषवाचक (ब) निजवाचक
(स) निश्चयवाचक (द) संबंध वाचक

सही उत्तर-(स)

30. उसे क्या पता, जिसे कभी कोई कष्ट न हुआ हो, कौन-सा सर्वनाम है?
(अ) सम्बन्धवाचक (ब) निजवाचक
(स) प्रश्न वाचक (द) अनिश्चयवाचक

सही उत्तर-(अ)

सर्वनाम के प्रश्न(Sarvanam ke prshan)

31. तू, तुम, आप, हिन्दी में कौनसे पुरुषवाचक सर्वनाम है?
(अ) उत्तम पुरुष (ब) अन्य पुरुष
(स) मध्यम वाचक (द) इनमें से कोई नहीं

सही उत्तर-(स)

32. इनमें से कौन-सा शब्द सर्वनाम नहीं है?
(अ) कुछ (ब) कौन
(स) क्या (द) इधर

सही उत्तर-(द)

33. संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द क्या कहलाते हैं?
(अ) कारक (ब) सर्वनाम
(स) विशेषण (द) क्रिया

सही उत्तर-(ब)

34. प्रश्नवाचक सर्वनाम का उदाहरण है?
(अ) जो (ब) वे
(स) कौन (द) आप

सही उत्तर-(स)

35. निम्न में से कौन-सा शब्द सर्वनाम नहीं है?
(अ) उस (ब) मैं
(स) तुम (द) सङक

सही उत्तर-(द)

36. ’मैं कुछ पुस्तकें लाया हूँ, इन्हें तुम रख लो।’’ इस वाक्य में रेखांकित सर्वनाम का भेद बताइए?
(अ) पुरुषवाचक (ब) अनिश्चयवाचक
(स) निजवाचक (द) सम्बन्धवाचक

सही उत्तर-(ब)

37. ’यह पुस्तक वही है जो मेरे पाठ्यक्रम में है’, वाक्य में ’निश्चयवाचक सर्वनाम’ शब्द है?
(अ) वही (ब) पुस्तक
(स) मेरे (द) यह

सही उत्तर-(अ)

38. ’यह घोङा अच्छा है’ इस वाक्य में ’यह’ क्या है?
(अ) संज्ञा (ब) सर्वनाम
(स) क्रिया (द) अव्यय

सही उत्तर-(ब)

39. निम्न में से कौन-सा मध्यम पुरुष (पुरुषवाचक सर्वनाम) का उदाहरण नहीं है?
(अ) वह (ब) आप
(स) तुम (द) तुम्हारा

सही उत्तर-(अ)

सर्वनाम के वस्तुनिष्ठ प्रश्न

40. ’’मैं अपना काम करता हूँ।’’ वाक्य में सर्वनाम है-
(अ) संबंधवाचक (ब) पुरुषवाचक
(स) निश्चयवाचक (द) निजवाचक

सही उत्तर-(द)

41. वाक्य में जिस शब्द का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर होता है, वह है-
(अ) विशेषण (ब) क्रिया
(स) सर्वनाम (द) अव्यय

सही उत्तर-(स)

42. जिन सर्वनाम शब्दों से प्रश्नों का बोध होता है, वह सर्वनाम है-
(अ) पुरुषवाचक (ब) प्रश्नवाचक
(स) निश्चयवाचक (द) संबंधवाचक

सही उत्तर-(ब)

43. पुरुष वाचक सर्वनाम के भेद है-
(अ) उत्तम पुरुष (ब) मध्यम पुरुष
(स) अन्य पुरुष (द) उपर्युक्त सभी

सही उत्तर-(द)

44. प्रश्नवाचक सर्वनाम का उदाहरण है?
(अ) कोई पढ़ रहा है?
(ब) आप चले गए।
(स) यहाँ क्या रखा है?
(द) जो करेगा, सो भरेगा।

सही उत्तर-(स)

45. ’जो’ किस वाक्य में सर्वनाम है-
(अ) काम करो जो ठीक से करो
(ब) जो काम करो ठीक से करो
(स) काम करो जो ठीक हो
(द) उपर्युक्त में से कोई नहीं

सही उत्तर-(ब)

46. ’आप’ शब्द का प्रयोग जिस सर्वनाम में होता है, वह है-
(अ) उत्तम पुरुषवाचक (ब) मध्यम पुरुषवाचक
(स) अन्य पुरुषवाचक (द) उपर्युक्त सभी में

सही उत्तर-(ब)

47. निश्चयवाचक सर्वनाम का उदाहरण है-
(अ) जो करेगा सो भरेगा।
(ब) वहाँ कौन खङा है?
(स) यह पवित्र पुस्तक है।
(द) कोई द्वार पर खङा है।

सही उत्तर-(स)

48. पुल्लिंग व स्त्रीलिंग में जिसका रूप नहीं बदलता, वह है-
(अ) विशेषण (ब) क्रिया विशेषण
(स) सर्वनाम (द) संज्ञा

सही उत्तर-(स)

49. ’कल कौन आएगा?’ वाक्य में सर्वनाम है?
(अ) प्रश्नवाचक सर्वनाम (ब) पुरुषवाचक
(स) निश्चयवाचक (द) निजवाचक

सही उत्तर-(अ)

50. ’वह पवित्र पुस्तक है’ -रेखांकित पद में निहित सर्वनाम है-
(अ) अनिश्चयवाचक (ब) निश्चयवाचक
(स) संबंधवाचक (द) निजवाचक

सही उत्तर-(ब)

51. निम्नलिखित में मध्यम पुरुष वाचक सर्वनाम है-
(अ) हम (ब) आप
(स) वह (द) मैं

सही उत्तर-(ब)

52. अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम में प्रयुक्त होने वाले शब्द है-
(अ) मैं, हम (ब) तुम, आप
(स) कौन, कहाँ (द) वह, वे

सही उत्तर-(द)

53. सर्वनाम का रूप बदलता है-
(अ) लिंग के आधार पर
(ब) वचन के आधार पर
(स) कारक के आधार पर
(द) वचन और कारक के आधार पर

सही उत्तर-(द)

54. संबंधवाचक सर्वनाम में सम्बन्ध प्रकट होता है-
(अ) दो वाक्यों के बीच (ब) दो वर्णों के बीच
(स) दो शब्दों के बीच (द) दो पदों के बीच

सही उत्तर-(अ)

55. सर्वनाम में कौन सा कारक प्रयुक्त नहीं होता?
(अ) सम्बोधन (ब) अधिकरण
(स) संबंध (द) करण

सही उत्तर-(अ)

56. ’वही स्वतः ही जान जाएगा’ में ’वह’ सर्वनाम है?
(अ) पुरुषवाचक सर्वनाम
(ब) निज वाचक सर्वनाम
(स) सम्बन्धी वाचक सर्वनाम
(द) अनिश्चयवाचक सर्वनाम

सही उत्तर-(ब)

57. निम्न में से अनिश्चय वाचक सर्वनाम है-
(अ) हमारे (ब) अपना
(स) कोई (द) यह

सही उत्तर-(स)

58. इनमें से कौनसा सर्वनाम नहीं है?
(अ) कुछ (ब) कौन
(स) क्या (द) इधर

सही उत्तर-(द)

59. ’यह वही लङका है, जिसने स्वर्ण पदक प्राप्त किया था’ – वाक्य में प्रयुक्त सर्वनाम है-
(अ) संबंधवाचक (ब) निश्चयवाचक
(स) निजवाचक (द) अनिश्चयवाचक

सही उत्तर-(अ)

60. किस वाक्य में मध्यमपुरुष सर्वनाम प्रयुक्त हुआ है?
(अ) मैंने अपना काम कर लिया है।
(ब) आप गाँव से कब आए?
(स) आपकाज महाकाज।
(द) वह अपने आप चला जाएगा।

सही उत्तर-(ब)

ये भी अच्छे से जानें ⇓⇓

समास क्या होता है ?

परीक्षा में आने वाले मुहावरे 

महत्वपूर्ण विलोम शब्द देखें 

विराम चिन्ह क्या है ?

परीक्षा में आने वाले ही शब्द युग्म ही पढ़ें 

पर्यायवाची शब्द 

साहित्य के शानदार वीडियो यहाँ देखें 

दोस्तो आज की पोस्ट आपको केसे लगी आप पोस्ट को लाइक कर शेयर जरूर करें 
 

Share this:

  • Tweet
  • Telegram
  • WhatsApp
  • Email
Tweet
Share
Pin
Share
0 Shares
Previous Post
Next Post

Reader Interactions

ये भी पढ़ें

  • आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya

    आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya

  • हिन्दी में निबन्धों के प्रकार – Hindi Sahitya ka Itihas

    हिन्दी में निबन्धों के प्रकार – Hindi Sahitya ka Itihas

  • Hindi sahitya Quiz-14 || भक्तिकाल || हिंदी साहित्य

    Hindi sahitya Quiz-14 || भक्तिकाल || हिंदी साहित्य

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Search

5000 हिंदी साहित्य वस्तुनिष्ठ प्रश्न

Up Election Result 2022 

सैकंड ग्रेड हिंदी कोर्स जॉइन करें

अनलिमिटेड पैसा कमाएं

ट्विटर के नए सीईओ

टेलीग्राम चैनल जॉइन करें

Recent Posts

  • चित्राधार – जयशंकर प्रसाद | हिंदी साहित्य काव्य धारा
  • तुकांत शब्द – TUKANT SHABD | HINDI VYAKARAN
  • Hindi sahitya Quiz-26 || भक्तिकाल || हिंदी साहित्य
  • आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya
  • हिन्दी में निबन्धों के प्रकार – Hindi Sahitya ka Itihas
  • Hindi sahitya Quiz-14 || भक्तिकाल || हिंदी साहित्य
  • शिक्षण सहायक सामग्री का कक्षा शिक्षण में उपयोग || Use of Teaching Aids in Classroom Teaching
  • काव्य दोष – अर्थ ,परिभाषा और उदाहरण || KAVYA DOSH
  • बाल विकास प्रश्नोत्तरी
  • पर्यायवाची शब्द

Categories

  • All Hindi Sahitya Old Paper
  • General Knowledge
  • Hindi Literature Pdf
  • hindi sahitya question
  • Motivational Stories
  • NET/JRF टेस्ट सीरीज़ पेपर
  • NTA (UGC) NET hindi Study Material
  • Uncategorized
  • आधुनिक काल साहित्य
  • आलोचना
  • उपन्यास
  • कवि लेखक परिचय
  • कविता
  • कहानी लेखन
  • काव्यशास्त्र
  • कृष्णकाव्य धारा
  • छायावाद
  • दलित साहित्य
  • नाटक
  • प्रयोगवाद
  • मनोविज्ञान महत्वपूर्ण
  • रामकाव्य धारा
  • रीतिकाल
  • रीतिकाल प्रश्नोत्तर सीरीज़
  • व्याकरण
  • शब्दशक्ति
  • संतकाव्य धारा
  • साहित्य पुरस्कार
  • सुफीकाव्य धारा
  • हालावाद
  • हिंदी डायरी
  • हिंदी पाठ प्रश्नोत्तर
  • हिंदी साहित्य
  • हिंदी साहित्य क्विज प्रश्नोतर
  • हिंदी साहित्य ट्रिक्स
  • हिन्दी एकांकी
  • हिन्दी जीवनियाँ
  • हिन्दी निबन्ध
  • हिन्दी रिपोर्ताज
  • हिन्दी शिक्षण विधियाँ
  • हिन्दी साहित्य आदिकाल

हमारा यूट्यूब चैनल देखें

Best Article

  • बेहतरीन मोटिवेशनल सुविचार
  • बेहतरीन हिंदी कहानियाँ
  • हिंदी वर्णमाला
  • हिंदी वर्णमाला चित्र सहित
  • मैथिलीशरण गुप्त
  • सुमित्रानंदन पन्त
  • महादेवी वर्मा
  • हरिवंशराय बच्चन
  • कबीरदास
  • तुलसीदास

Popular Posts

Net Jrf Hindi december 2019 Modal Test Paper उत्तरमाला सहित
आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya
तुलसीदास का जीवन परिचय || Tulsidas ka jeevan parichay
रामधारी सिंह दिनकर – Ramdhari Singh Dinkar || हिन्दी साहित्य
Ugc Net hindi answer key june 2019 || हल प्रश्न पत्र जून 2019
Sumitranandan pant || सुमित्रानंदन पंत कृतित्व
Suryakant Tripathi Nirala || सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

Footer

हिंदी व्याकरण

 वर्ण विचार
 संज्ञा
 सर्वनाम
 क्रिया
 वाक्य
 पर्यायवाची
 समास
 प्रत्यय
 संधि
 विशेषण
 विलोम शब्द
 काल
 विराम चिह्न
 उपसर्ग
 अव्यय
 कारक
 वाच्य
 शुद्ध वर्तनी
 रस
 अलंकार
 मुहावरे लोकोक्ति

कवि लेखक परिचय

 जयशंकर प्रसाद
 कबीर
 तुलसीदास
 सुमित्रानंदन पंत
 रामधारी सिंह दिनकर
 बिहारी
 महादेवी वर्मा
 देव
 मीराबाई
 बोधा
 आलम कवि
 धर्मवीर भारती
मतिराम
 रमणिका गुप्ता
 रामवृक्ष बेनीपुरी
 विष्णु प्रभाकर
 मन्नू भंडारी
 गजानन माधव मुक्तिबोध
 सुभद्रा कुमारी चौहान
 राहुल सांकृत्यायन
 कुंवर नारायण

कविता

 पथिक
 छाया मत छूना
 मेघ आए
 चन्द्रगहना से लौटती बेर
 पूजन
 कैदी और कोकिला
 यह दंतुरित मुस्कान
 कविता के बहाने
 बात सीधी थी पर
 कैमरे में बन्द अपाहिज
 भारत माता
 संध्या के बाद
 कार्नेलिया का गीत
 देवसेना का गीत
 भिक्षुक
 आत्मकथ्य
 बादल को घिरते देखा है
 गीत-फरोश
Copyright ©2020 HindiSahity.Com Sitemap Privacy Policy Disclaimer Contact Us
loading Cancel
Post was not sent - check your email addresses!
Email check failed, please try again
Sorry, your blog cannot share posts by email.