Tatsam Tadbhav Shabd – तत्सम व तद्भव शब्द -परिभाषा, उदाहरण, प्रश्नोत्तर

आज के आर्टिकल में हम तत्सम तद्भव (Tatsam Tadbhav Shabd) शब्दों के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे , इस विषयवस्तु से सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण प्रश्न आर्टिकल के अंत में पढेंगे ।

तत्सम व तद्भव शब्द – Tatsam Tadbhav

Table of Contents

अगर हम शब्दों की बात करें तो हिन्दी के शब्दों का वर्गीकरण चार आधारों पर किया जाता है –

  • उत्त्पत्ति/स्त्रोत/इतिहास के आधार पर
  • व्युत्त्पत्ति/रचना/बनावट के आधार पर
  • रूप/प्रयोग के आधार पर
  • अर्थ के आधार पर

1. उत्पत्ति के आधार पर शब्द चार प्रकार के होते हैं –

  • तत्सम शब्द
  • तद्भव शब्द
  • देशज शब्द
  • विदेशज शब्द

tatsam shabd kise kahate hain

तत्सम शब्द किसे कहते है –  Tatsam Shabd kise kahate Hain

हिन्दी में जो शब्द संस्कृत से ज्यों के त्यों ग्रहण कर लिए गए हैं तथा जिसमें कोई ध्वनि परिवर्तन नहीं हुआ है, तत्सम शब्द(Tatsam Shabd) कहलाते है। तत्सम (तत् + सम) शब्द का अर्थ है – उसके समान अर्थात् संस्कृत के समान।

अर्द्ध-तत्सम शब्द – ऐसे शब्द जो संस्कृत के अपने मूल स्वरूप से थोङे से विकृत के बाद हिन्दी में अपनाये गये हैं, अर्द्ध तत्सम शब्द कहलाते हैं।

तद्भव शब्द कहते है  – Tadbhav Shabd Kise Kahate Hain

हिन्दी में प्रयुक्त वह शब्द जो ध्वनि परिवर्तनों से गुजरते हुए  हिन्दी में आए है, तद्भव शब्द(Tadbhav Shabd) कहलातें है।
तद्भव (तत् + भव) शब्द का अर्थ है- उससे होना अर्थात् संस्कृत शब्दों से विकृत होकर बने शब्द।

तत्सम तद्भव
अश्रुआँसू
चन्द्रचाँद
शर्कराशक्कर
कर्पूरकपूर
इष्टिकाईंट
ऊष्ट्रऊँट

देशज शब्द किसे कहते है  – Deshaj shabd kise kahate hain

(क) ध्वन्यात्मक अनुकरण पर गढ़े हुए वे शब्द जिनकी व्युत्त्पत्ति किसी तत्सम शब्द से नहीं होती, इस वर्ग में आते हैं।
देशज (देश + ज) शब्द का अर्थ है – देश में जन्मा अतः ऐसे शब्द जो क्षेत्रीय प्रभाव के कारण बनकर प्रचलित हो गए हैं- जैसे- भोंपू, तेंदुआ, टट्टू, फटफटिया, गङबङ, लोटा, टाँग, ठेठ, ऊधम, अंगोछा, खुरपा, घाघरा, लपलपाना, बुद्धू, परात, चुटकी, चाट, ठठेरा, खटपट आदि।
(ख) आदिवासियों से प्राप्त शब्द भी देशज होते हैं –
कपास, कोङी, केला, ताम्बुल, बाजरा, भिण्डी, कांच, कुटी, इडली, डोसा, सरसों, ताला, लूँगी, चिकना, परवल, पान, अनल, कज्जल आदि।

विदेशज शब्द किसे कहते है  – Videshi shabd kise kahate hain

दूसरी भाषाओं से आए हुए शब्द विदेशी शब्द कहे जाते हैं। हिन्दी में विदेशी शब्द मुख्यतया दो प्रकार के होते हैं- मुस्लिम शासन के प्रभाव से आए हुए- अरबी-फारसी शब्द तथा ब्रिटिश शासन के प्रभाव से आए हुए अंग्रेजी शब्द

विदेशज (विदेश + ज) शब्द का अर्थ है- ’विदेश में जन्मा’ अतः अन्य देश की भाषा से आए हुए शब्द।
हिन्दी भाषा में लगभग 2,500 अरबी शब्द, 3,500 फारसी शब्द और 3,000 अंग्रेजी शब्द प्रयुक्त हो रहे हैं। विदेशज शब्दों में से कुछ को ज्यों-का-त्यों अपना लिया गया है। जैसे – कंपनी, कैम्प, क्रिकेट इत्यादि और कुछ को हिन्दीकरण कर के अपनाया गया है।

(अ) अरबी शब्द – Arbi shabd

अखबार, अजीब, अजब, अदालत, अक्ल, अमीर, अल्लाह, असर, आदत, आखिर, आदमी, इशारा, इनाम, इजलास, इज्जत, इलाज, ईमान, उम्र, एहसान, औरत, औसत, कसूर, कसरत, कब्र, कमाल, कर्ज, कानून, किस्मत, कीमत, कुर्सी, खबर, ख़त, ख़राब, ख़िदमत, जनाब, जलसा, जवाब, जहाज, जालिम, जुलूस, तहसील, तरक्की, तकदीर, तबादला, तमीज, दिमाग, दुकान, दुनिया, नशा, नतीजा, नहर, नकल, फ़कीर, फायदा, फ़िक्र, फैसला, बहस, बाक़ी, बुनियाद, मदद, मजबूर, मज़हब, मशहूर, मुहावरा, मुल्ला, मुकदमा, मुश्किल, मुसाफिर, मौसम, मौलवी, यतीम, राय, लिफ़ाफा, वारिस, शराब, हक, हकीम, हलवाई, हज़म, हाजिर, हिम्मत, हुक्म, हैज़ा, हौसला इत्यादि।

(ब) फ़ारसी शब्द – Farsi shabd

अदा, अगर, आमदनी, आईना, आवाज़, आसमान, आबरू, आतिशबाजी, आराम, आवारा, उम्मीद, आफ़त, उस्ताद, कमीना, कारीगर, किशमिश, कुश्ती, कूचा, ख़ाक, ख़ामोश, ख़ुदा, ख़ुराक, गरम, गज, गवाह, गर्द, गिरफ्तार, गिर्द, गुलाब, चश्मा, चादर, चालाक, चेहरा, जहर, जलेबी, ज़ागीर, जिगर, जिन्दगी, जुरमाना, जोश, जोर, तबाह, तमाशा, तनख़वाह, ताजा, तेज, दफ्तर, दरबार, दलाल, दवा, दंगल, दिल, दीवार, नापसंद, नापाक, परदा, परहेज, पाजामा, पाजी, पुल, पैदा, बर्फी, बारिश, बुख़ार, बेकार, बेरहम, मजदूर, मज़ा, मोरचा, याद, यार, रंग, राह, लगाम, लेकिन, वापिस, सरदार, सरकार, साल, साहब, सितार, सूद, सौदागर, ह़फ्ता, हज़ार आदि।

(स) तुर्की शब्द – Turki shabd

उर्दू, उजबक, कलग़ी, काबू, कुली, कुर्ता, कैंची, खंजर, खच्चर, कुर्क, कुमुक, ग़लीचा, गनीमत, चकमक, चम्मच, चिक, चेचक, चोगा, तमगा, तमंचा, तमाशा, तोप, तोपची, नागा, बहादुर, बारुद, बावर्ची, बेग़म, मुगल, मुचलका, लाश, सुराय, सौगात, सुराग इत्यादि।

(द) अंग्रेजी शब्द – Angreji shabd

अस्पताल, अफसर, अपील, आॅपरेशन, कमेटी, आॅफिस, कलेक्टर, काॅलेज, कंपाउडर, काॅलरा, काॅलर, कार, क्लर्क, केक, कैंप, गार्ड, गैस, गिलास, चाॅकलेट, जम्पर, जज, जग, जेली, जैम, ट्रेन, टैक्स, टिकट, टाई, टाॅपर, डाॅक्टर, डिप्टी, डिप्थीरिया, नर्स, पेंसिल, पेपर, पेन, प्रेस, पिन, पैंट, पास, प्लेट, पुलिस, पार्लस, पाउडर, बस, बुशर्ट, बूट, ब्लाउज, बैटरी, बिस्कुट, मजिस्ट्रेट, मलेरिया, माचिस, मोटर, मनीआॅर्डर, रेल, रजिस्टर, रेडियो, राशन, लाइब्रेरी, लैम्प, लाॅरी, लाईन, स्टील, स्कूटर, साईकिल, स्कूल, हार्निया, हैट इत्यादि।

(य) पश्तो शब्द – Pashto shabd

अटकल, अखरोट, कलूटा, खचङा, खर्राटा, गुलगपाङा, गङबङ, गुंडा, चख-चख, टसमस, डेरा, तहस-नहस, पटाखा, पठान, बाङ, भङास, मटरगश्ती, रोला (पर्वत) आदि।

(र) पुर्तगाली शब्द – Purtgali shabd

अन्नानास, अलमारी, आलपिन, इस्त्री, इस्पात , कमीज, कमरा, कर्नल, काज़, काफ़ी, गमला, गोभी, गोदाम, चाबी, तौलिया, नीलाम, फ़ीता, बाल्टी, बोतल, मिस्त्री, संतरा, इत्यादि।

(ल) फ्रेंच शब्द – अंग्रेज, कारतूस, कर्फ्यू, कूपन, पिकनिक, बादाम, मेयर, मीनू, लैम्प, सूप इत्यादि।

(ब) चीनी शब्द – चाय, चीनी, चीकू, लीची इत्यादि।

(श) जापानी शब्द – रिक्शा, सायोनारा, झप्पान इत्यादि।

(ष) रूसी शब्द – रूबल, जार, वोदका, सोवियत, स्पूतनिक इत्यादि।

(स) डच शब्द – तुरुप (ताश में), बम (तांगा गाङी का)।

संकर शब्द किसे कहते है – Sankar shabd kise kahate hain

हिन्दी भाषा में कुछ ऐसे शब्द भी प्रचलित हैं जो किसी एक भाषा के न होकर दो भिन्न-भिन्न भाषाओं के मेल से बने होते हैं, ऐसे शब्दों को संकर शब्द कहते हैं।

संकर शब्द के उदाहरण 

हिन्दी + फारसी: घङीसाज, घुङसवार, चालबाज, मच्छरदानी, मोमबत्ती, राजमहल आदि।
हिन्दी + अंग्रेजी: जेलयात्रा, लाठीचार्ज, टिकटघर, रेलगाङी आदि।
हिन्दी + अरबी: डोलची, मदकची आदि।
अंग्रेजी + फारसी: डाल्टेनगंज, फोटोसाज, रिविलगंज, हंटरगंज आदि।
अंग्रेजी + अरबी: कम्पनीबाग, हाफकमीज आदि।
अंग्रेजी + तुर्की: हाफकुरता आदि।
अरबी + फारसी: रोजनामचा, नमकहराम, आतिशबाजी, खुशबू, बेईमान आदि।

शब्द विचार

भाषा की लघुत्तम इकाई ध्वनियाँ/वर्ण होते हैं और अर्थ के स्तर पर भाषा की लघुत्तम इकाई शब्द होते हैं तथा भाषा की पूर्णतः इकाई वाक्य होते हैं।
दो या दो से अधिक वर्णों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं।
डाॅ. भोलानाथ तिवारी के अनुसार – ’’शब्द अर्थ के स्तर पर भाषा की लघुतम स्वतंत्र इकाई है।’’

2. रचना या बनावट/व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द तीन प्रकार के होते हैं –

  • रूढ़ शब्द
  • यौगिक शब्द
  • योगरूढ़

(1) रूढ़ शब्द – जिन शब्दों के सार्थक खंड न हो सके और जो अन्य शब्दों के मेल से न बने हों उन्हें रूढ़ शब्द कहते हैं। जैसे – घर शब्द का यदि हम खंड करेंगे तो (घ + र) ये निरर्थक खंड है। अतः ’घर’ शब्द रूढ़ शब्द है। उदाहरण – पैर, रात, हाथ, दिन, मुँह, घोङा आदि।

(2) यौगिक शब्द – यौगिक का अर्थ है – मेल से बना हुआ। जो शब्द दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बनता है, उसे यौगिक शब्द कहते हैं। इसके दोनों खंड सार्थक होते हैं। जैसे – राजपुत्र (राज + पुत्र)। अतः ’राजपुत्र’ शब्द यौगिक शब्द है।  उदाहरण – जन्मभूमि, पाठशाला, स्वामिभक्त, विद्यालय, विज्ञान, सामाजिक आदि। यौगिक शब्दों की रचना के तीन प्रकार हैं – उपसर्ग से, प्रत्यय, से और समास से।

(3) योगरूढ़ – वे शब्द जो यौगिक तो होते हैं परन्तु जिनका अर्थ रूढ़ (विशेष अर्थ) हो जाता है, योगरूढ़ शब्द कहलाते हैं। योगरूढ़ शब्द सामान्य या साधारण अर्थ को छोङकर विशेष अर्थ बताता है। जैसे – पंकज-पंक में जन्मा (साधारण अर्थ) कमल (विशेष अर्थ) अतः पंकज योगरूढ़ शब्द है। उदाहरण– दशानन, लंबोदर, पीतांबर, जलज, नीलकंठ, गिरधारी आदि। बहुब्रीहि समास के सभी उदाहरण योगरूढ़ शब्द की रचना करते हैं।

3. रूप/प्रयोग के आधार पर शब्द दो प्रकार के होते हैं –

  • विकारी शब्द
  • अविकारी शब्द

(1) विकारी शब्द – जिन शब्दों में लिंग, वचन, कारक या काल के कारण विकार होते हैं उन्हें विकारी शब्द कहते हैं। विकार से शब्दों के रूप में परिवर्तन हो जाता है। हिन्दी में चार विकारी शब्द हैं:-

1. संज्ञा-

घोङा – घोङी, घोङे, घोङियाँ, घोङों, घोङियों।

2. सर्वनाम –

मैं – मुझ, मुझे, मुझी, मेरा, मेरी, मेरे।
हम – हमें, हमीं, हमारा, हमारी, हमारे।
वह – उस, उसने, उसे, उसी, उन।
वे – उन्हें, उन्हीं, उनको, उनसे।

3. विशेषण –

अच्छा, अच्छी, अच्छे
नया, नयी, नये
पहला, पहली, पहले।

4. क्रिया –

पढ़ता, पढ़ती, पढ़ते
पढ़ा, पढ़ी, पढ़े
पढूँगा, पढूँगी, पढ़ेंगे
पढूँ, पढ़ो, पढ़े

संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया शब्द विकारी शब्द हैं।

(2) अविकारी शब्द – जिन शब्दों का प्रयोग मूल रूप में होता है और लिंग, वचन, कारक के आधार पर उनमें कोई परिवर्तन नहीं होता अर्थात् जो शब्द हमेशा एक से रहते हैं, वे अविकारी शब्द कहलाते हैं। आविकारी को ही ’अव्यय’ कहते हैं।

अव्यय शब्द चार प्रकार के होते हैं –

  • क्रिया-विशेषण – अब, जब, यहाँ, वहाँ, भीतर, बाहर, नीचे, क्यों, कैसे, इधर, उधर, आज, कल, परसों आदि।
  • संबंधबोधक अव्यय – के भीतर, के बाहर, के नीचे, के सामने, की ओर, से आगे, से पीछे, में, से, पर आदि।
  • समुच्चयबोधक अव्यय – और, तथा, किंतु, परंतु, अथवा, इसलिए, या, तो, यदि, क्योंकि आदि।
  • विस्मयादिबोधक अव्यय – या!, अरे!, अहा!, अहो!, हा, हाय! या अल्लाह!, रे!, अरे!, वाह!, राम-राम!, या खुदा! आदि।

इस प्रकार विकारी और अविकारी मिलाकर शब्द आठ प्रकार के होते हैं।

4. अर्थ के आधार पर शब्द चार प्रकार के होते हैं –

  • समानार्थक शब्द
  • एकार्थक शब्द
  • अनेकार्थक शब्द
  • विपरीतार्थक शब्द

(अ) समानार्थक शब्द – हिन्दी भाषा में अनेक शब्दों के अर्थ समान होते हैं, उन्हें समानार्थी या पर्यायवाची शब्द कहते हैं। जैसे –

दिन – अहन, दिवा, दिवस, वार।
सूर्य – दिनकर, दिवाकर, भानु, भास्कर।
सुंदर – अभिराम, चारु, मनोरम, मनोहर।
उद्यान – फुलवारी, कुंज, वाटिका, बगीचा।

(ब) एकार्थक शब्द – जिन शब्दों का केवल एक ही अर्थ होता है, एकार्थी शब्द कहलाते हैं। व्यक्तिवाचक संज्ञा के शब्द इसी प्रकार के शब्द हैं। जैसे – गंगा, पटना, राधा, फरवरी, इंग्लैण्ड आदि।

(स) अनेकार्थक शब्द – एक से अधिक अर्थ जिन शब्दों के होते हैं, अनेकार्थी शब्द कहलाते हैं। जैसे –

आम – व्यापक, साधारण, सामान्य, कच्चा, न पचा हुआ एक फल आम्र।
गुरु – श्रेष्ठ, पूज्य, शिक्षक, भारी, महत्, कठिन।
पक्ष – बगल, दायाँ या बायाँ भाग, तरफ, पंद्रह दिनों का समूह।
हार – पराजय, असफलता, माला।

(द) विपरीतार्थक शब्द – उलटा अर्थ देने वाले शब्द को विपरीतार्थक या विलोम शब्द कहते हैं। जैसे –

शब्दविलोम शब्द
अज्ञविज्ञ
अस्तउदय
लघुदीर्घ
जाग्रतसुप्त

तत्सम शब्द पहचानने के नियम:

  • जिन शब्दों में क्ष, त्र,ज्ञ या श हो वे लगभग तत्सम शब्दों में आते है।
  • अव’ उपसर्ग वाले शब्द तत्सम में आते है।
  • ऋ , श, ष, हलन्त, विसर्ग, अनुस्वार, संयुक्ताक्षर, तीनों रेफ, आधे सकार (श्, ष्, स्), य, व की प्रधानता वाले शब्द, संधि शब्द (हिन्दी की संधि को छोड़कर), संस्कृत अव्यय व उपसर्गयुक्त शब्दादिक अधिकतर तत्सम होंगे।

तत्सम-तद्भव रूपान्तरण

तत्समतद्भव
अकार्यअकाज
अंगरक्षकअँगरखा
अज्ञानअजान
अक्षरअच्छर/आखर
अंधअंधा
अज्ञानीअनजाना
अन्यत्रअनत
अंजलिअँजुरी
अमूल्यअमोल
अन्धकारअँधेरा
अमृतअमिय
अमावस्याअमावस
अंगुलिअँगुरी, अँगुली
अष्टाविंशतिअट्ठाईस
अलवणअलोना
अर्चिआँच
अवश्यायओस
अवमूर्धऔंधा
अक्षि/अक्षआँख
अद्यआज
अर्द्धआधा
अक्षय तृतीयाआखा तीज
अंकआँक
आदित्यवारइतवार
आभीरअहीर
आमलकआँवला
आम्रआम
आम्रचूर्णअमचूर
आषाढ़असाढ़
आलस्यआलस
इक्षुईख
आत्रअंतङी
अगम्यअंतङी
अगम्यअगम
अलक्ष्यअलख
अक्षतअच्छत
अट्टालिकाअटारी
अवतारऔतार
अनार्यअनाङी
अन्नाद्यअनाज
अंगुष्ठिकाअँगूठी
अक्षोटअखरोट
अलग्नअलग
अर्पणअरपन
अग्रवर्तीअर्गाङी
अर्कअरक/आक
अंगुष्टअँगूठा
अशीतिअस्सी
अष्टादशअठारह
अष्टआठ
अश्रुआँसू
अखिलआखा
अग्निआग
अम्लिकाइमली
आर्द्रकअदरक
आश्चर्यअचरज
आश्रयआसरा
आखेटअहेर
आशाआस
आदर्शिकाआरसी
आशिषअसीस
इयतइतना
इन्धनईंधन
इष्टिकाईंट
उलूकउल्लू
उज्ज्वलउजला
उद्गतउगना
उलूकउल्लू
उच्चऊँचा
ऊषरऊसर
उपाध्यायओझा
ऊर्णाऊन
कंकणकंगन
कच्छपकछुआ
कृत्यगृहकचहरी
कर्तनकतरन
कुपुत्रकपूत
कर्पासकपास
कल्लोलकलोल
क्लेशकलेश
काष्ठकाठ
कार्यकाज, कारज
कज्जलकाजल
कर्णकान
केतककेवङा
कार्तिककातिक
कुठारकुल्हाङा
कर्कट केवङा
कार्तिककातिक
कुठारकुल्हाङा
कर्कटकेकङा
कैवर्तकेवट
कफोणीकोहनी
कुक्कुरकुत्ता
कदलीकेला
कोणकोना
कुष्ठकोढ़
ईदृशऐसा
उत्साहउछाह
उद्घाटनउघाङना
उद्गलनउगलना
उपालंभउलाहना
उद्वर्तनउबटन
उष्ट्रऊँट
ओष्ठओंठ
उलूखलओखली
ऋक्षरीछ
कंकतीकंघी
कमलकँवल
कटुकङुआ
कर्पटकपङा
कर्पूर कपूर
कर्त्तव्यकरतब
कल्यकल
कांस्यकारकसेरा
कथानिकाकहानी
कंटककाँटा
कपाटकिवाङ
कारवेलकरेला
कीटककीङा
कर्मकाम
कृष्णकिसन
कीर्तिकीरति
कुमारकुँअर
किंचित्कुछ
कुंभकारकुम्हार
कर्तरीकैंची
कुक्षिकोख
कोकिलाकोयल
काककौआ
कोष्ठकोठा
कोष्ठिकाकोठी
खनिखान
खटवाखाट
खर्परखप्पर
गर्दभगधा
गर्तगड्ढा
गात्रगात
गर्भिणीगाभिन
ग्राहकगाहक
ग्रंथिगाँठ
गृद्धगीध
गेंडुगेहूँ
गोगाय
गुहागुफा
गुंफनगूँथना
ग्रामीणगँवार
गोपालकग्वाला
गहनघना
गर्मीघाम
घोटकघोङा
घंटिकाघंटी
घातघाव
घृषणघिसना
चर्मकारचमार
चक्रवाकचकवा
चर्वणचबाना
चंद्रचाँद
चंद्रिकाचाँदनी
चित्रकारचितेरा
कपर्दिकाकौङी
कोष्ठागारिककोठारी
कूपकुआँ
खंडगृहखंडहर
खादनखाना
खर्जूखुजली
गायकगवैया
गुञजनगूँजना
ग्रीष्मगरमी
गुणगुन
गौरीगोरी
गुंठनघूँघट
गोस्वामीगुसाईं
गोमयगोबर
गौरगोरा
द्विरागमनगौना
ग्रामगाँव
गृहघर
गंभीरगहरा
गृहघर
गृहिणीघरनी
घटघङा
घटिकाघङी
घृणाघिन
घृतघी
चर्मचाम
चणकचना
चटिकाचिङिया
चरित्रचरित
चतुष्कचौक
चतुष्काठचौखट
चतुष्पथचौराहा
चिक्कणचिकना
चैत्रचैत
चूर्णचूरण/चून
चतुर्थचौथा
चतुष्पदचौपाया
चक्रचाक
चतुर्विशचौबीस
छेदनीछेनी
छिद्रछेद
जाड्यजाङा
ज्येष्ठजेठ
जिह्वाजीभ
जीर्णझीना
तंडुलतंदुल
तपस्वीतपसी
तप्ततपन
ताम्रताँबा
तीक्ष्णतीखा
तीर्थतीरथ
त्वरिततुरंत
तुंदतोंद
द्राक्षादाख
दुर्लभदूल्हा
दद्रुदाद
दीपदीया
दीपशलाकादीयासलाई
दिशांतरदिशावर
दूर्वादूब
द्विपटदुपट्टा
द्विवेदीदुबे
दंशडंक
दंडडंडा
चित्रकचीता
चौरचोर
चतुष्कोणचौकोर
चतुर्दशचौदह
चुंबनचूमना
चंचुचोंच
छत्रछाता
छायाछाँह
जन्मजनम
जंघाजाँघ
जामाताजमाई, जवाँई
ज्योतिजोति, जोत
झरणझरना
तिलकटीका
तिक्ततीता
तुषारतुसार
तृणतिनका
तर्कनताकना
तङागतालाब
तैलतेल
दधिदही
दंतदाँत
दंतधावनदातुन
दंष्ट्रिकादाढ़ी
दर्भडाभ
दीपावलीदीवाली
दृष्टिदीठि
दुग्धदूध
दुर्बलदुबला
दुःखदुख
द्वितीयदूजा
द्विगुणदूना
दाहडाह
दक्षदच्छ
देवदई
धत्तूरधतूरा
धरित्रीधरती
धुर्धुर
धीवरधीमर
धान्यधान
धूमधुआँ
नक्षत्रनखत
नव्यनया
नापितनाई
नृत्य, नप्तानाच
निर्दरनिडर
ननांदृपतिननदोई
निष्ठुरनिठुर
निम्बनीम
नयननैन
पर्यंकपलंग
पथपंथ
परशुफरसा
पूर्णिमापूनम
पक्वान्नपकवान
परीक्षापरख
पिपासाप्यास
पुस्तिकापोथी
पानीयपानी
पीतपीला
पण्यशालिकपनसारी
पुष्करपोखर
पूर्णपूरा
पौत्रपोता
दक्षिणदाहिना
द्विप्रहरीदुपहरी
धर्मधरम
धृष्टढ़ीठ
धात्रिधाय
धूलिधूरि
धनश्रेष्ठीधन्नासेठ
धैर्यधीरज
नग्ननंगा
नासिकानाक
निम्बुनीबू
नवनीतलोनी
नप्तृनाती
नारिकेलनारियल
निर्वाहनिबाह
निद्रानींद
नकुलनेवला
नौनव
पक्षपंख
पंक्तिपंगत
प्रहरपहर
पश्चात्तापपछतावा
पारदपारा
परश्वःपरसों
पार्श्वअस्थिपङौसी
प्रहरीपहरुआ
पार्श्वपास
पृष्ठपीठ
पुत्रपूत
प्रणालपरनाला
पंचमपाँचवाँ
पौषपूस
पूर्वपूरब
पादपैर
पुष्पपुहुप
प्राणप्रान
पक्वपका
प्रतिच्छायापरछाँई
पुच्छपूँछ
पवनपौन
पट्टिकापाटी
प्रकटप्रगट
फुल्लफुल्का
फाल्गुनफागुन
बधिरबहरा
बलीवर्दबैल
बिन्दुबूँद
बिल्वबेल
बालुकाबालू
भक्तभगत
भ्रातृजाभतीजी
भागिनेयभानजा
भल्लुकभालू
भ्राताभाई
भ्रातृजायाभौजाई
भिक्षाभीख
भ्रूभौं/भोंह
भाद्रपदभादौं
मस्तकमाथा
मत्स्यमछली
मंडपमंडुआ
म्रक्षणमक्खन
महापात्रमहावत
मृत्तिकामिट्टी
पुत्रवधूपतोहू
पंचदशपंद्रह
पक्षीपंछी
पाषाणपाहन
पणपन (प्रतिज्ञा)
पर्पटपापङ
प्रियपिय
प्रस्तरपत्थर
पितृपितर
पत्रपत्ता
फुल्लनफूलना
बर्करबकरा
बुभुक्षितभूखा
बंध्याबाँझ
बंधबाँध
बंधनबाँधना
बदरीबेर
भद्रभला
भ्रातृजभतीजा
भांडागारभंडार
भाटकभाङा
भ्राष्ट्रिकभट्ठी
भिक्षुकभिखारी
भ्रमरभौंरा
भस्मभस्मि
मकरमगर
मक्षिकामक्खी
मशकमच्छर
मातुलमामा
मिष्टान्नमिठाई
मौक्तिकमोती
मित्रमीत
मूषकमूसा
मंडूकमेंढ़क
मुष्टिमूठ/मुट्ठी
मृतमुआ
मंत्रकारीमदारी
मातृमाई
मर्कटीमकङी
मुखमुँह
मणिकारमनिहार
मशकहरीमसहरी
यंत्र-मंत्रजंतर-मंतर
यज्ञजज्ञ/जग
युवाजवान
यशजस
यूथजत्था
यमजम
यवजौ
योद्धाजोधा
रुक्षरूखा
रुद्धरुंधा
रोषरिस
रुष्टरूठा
रजनीरैन
रोमरोआँ
रुदनरोना
लंगलंगङा
लिंगपट्टलंगोट
लक्षलाख
लवंगलौंग
लोमशालोमङी
लवणतालुनाई
वंशबांस
मेघमेह
मृत्युमौत
मुषलमूसल
मलमैल
मयूरमोर
मातामाँ
मार्गमारग
मासमहीना
मृतघट्टमरघट
मरीचमिर्च
यमुनाजमुना
यजमानजजमान
यतिजति
यज्ञोपवीतजनेऊ
योगीजोगी
यकृतजिगर
यशोदाजसोदा
रज्जुरस्सी
राजपुत्रराजपूत
राशिरास
रात्रिरात
रक्षाराखी
राज्ञीरानी
रिक्तरीता
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लज्जालाज
लौहलोहा
लौहकारलुहार
लवणलौंण
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वर्षणबरसना
व्याघ्रबाघ
वीरवर्णिनीबैरबानी
वाष्पभाप
वज्रांगबजरंग
वत्सबच्चा/बछङा
वटबङ
वरयात्राबरात
वार्ताकबैंगन
वृश्चिकबिच्छु
वकबगुला
शर्कराशक्कर
श्मशानमसान
श्वश्रूसास
शूकरसूअर
श्वसुरससुर
शैयासेज
शुष्ठिसोंठ
शुष्कसूखा
शुण्डसूँड
शुकसुआ
शिक्षासीख
श्रृंगसींग
श्रृंखलासांकल
श्रृंगालसियार
श्रेष्ठीसेठ
सप्तशतीसतसई
सर्सपसरसों
स्वप्नसपना
साक्षीसाखी
सपत्नीसौत
संधिसेंध
वंशीबाँसुरी
वर्णबरन
विकारबिगाङ
वानरबन्दर
वणिकबनिया
वधूबहू
वृद्धबुड्ढ़ा
विष्ठाबींट
वाणीबैन
विवाहब्याह
वचन बैन
शकटछकङा
श्मश्रुमूँछ
श्वाससाँस
शाक साग
शापश्राप
श्यामलसाँवला
श्यालासाला
शाटीसाङी
श्यालीसाली
शून्यसूना
श्रावणसावन
श्रृंगारसिंगार
श्रेढ़ीसीढ़ी
श्रृंगाटकसिंघाङा
सरोवरसरवर
स्तंभखंभा
स्नेहनेह
स्पर्शपरस
स्वर्णसोना
समर्पय सौंप
स्त्रोतसोता
सुगंधसोंध
सूचिकासूई
स्वर्णकारसुनार
सौभाग्यसुहाग
स्वजनसजन
षोडशसोलह
हिंगुहींग
हीरकहीरा
हरितहरा
हर्ष हरख
हिंदोलाहिंडोरा, हिंडोला
हृदयहिय
हास्यहँसी
क्षीरखीर
क्षणछिन
क्षुरछुरा
क्षारराख/खार
सूत्रसूत
सुघट्टसुघङ
स्वामीसाईं
सत्यसच
सूर्यसूरज
हस्तिनीहथनी
हस्तिहाथी
अस्थिहड्डी
हरिद्राहल्दी
हट्टहाट
होलिकाहोली
हंडीहाँङी
क्षत्रियखत्री
क्षतिछति
क्षीणछीन
क्षेत्रखेत
त्रीणितीन

तत्सम व तद्भव शब्द के प्रश्न – Tatsam Tadbhav Shabd ke Question

1. लाठीचार्ज शब्द किन भाषाओं से मिलकर बना है?
(अ) अरबी अंग्रेजी (ब) हिन्दी फारसी
(स) संस्कृत हिन्दी (द) हिन्दी अंग्रेजी

सही उत्तर-(द)

2. संस्कृत के वे शब्द जो हिन्दी में बिना किसी परिवर्तन के प्रयुक्त होते हैं, कहलाते हैं –
(अ) संस्कृत (ब) तद्भव
(स) तत्सम (द) देशज

सही उत्तर-(स)

3. इनमें से देशज शब्द कौन-सा है?
(अ) विद्या (ब) घाघरा
(स) लङका (द) कन्या

सही उत्तर-(ब)

4. निम्नलिखित में से किस समूह में सभी शब्द तत्सम है?
(अ) शर्करा, पवन, ज्येष्ठ, अग्नि (ब) काष्ठ, घृत, घोङा, कारीगर
(स) ओष्ठ, किताब, रानी, चाकू (द) निष्ठुर, हाथी, कार्य

सही उत्तर-(अ)

5. उद्भव के आधार पर निम्न में कौन-सा भेद नहीं है?
(अ) तत्सम (ब) रूढ़
(स) तद्भव (द) विदेशी

सही उत्तर-(ब)

6. किस समूह के सभी शब्द विदेशी है?
(अ) किताब, सिनेमा, संतरा (ब) काजू, वाचस्पति, जनेउ
(स) कारतूस, प्रयोजन, कुली (द) कर्फ्यू, महाविद्यालय, गमला

सही उत्तर-(अ)

7. ’केला’ का तत्सम शब्द है –
(अ) फल (ब) आलोक
(स) कदली (द) मेवा

सही उत्तर-(स)

8. ’श्मश्रु’ शब्द का तद्भव रूप होगा –
(अ) मूँछ (ब) अश्रु
(स) आँसू (द) ससुर

सही उत्तर-(अ)

9. निम्न में ’रूढ़’ शब्द कौनसा है?
(अ) मलयज (ब) जलज
(स) पंकज (द) वैभव

सही उत्तर-(द)

10. वाक्य में प्रयुक्त शब्द को कहते हैं –
(अ) लिपि (ब) पद
(स) शब्दांश (द) भाषा

सही उत्तर-(ब)

11. जिन शब्दों की उत्पत्ति का पता नहीं चलता, उन्हें कहा जाता है –
(अ) तत्सम (ब) तद्भव
(स) देशज (द) संकर

सही उत्तर-(स)

12. दो भिन्न भाषाओं के मेल से बना शब्द कहलाता है –
(अ) तद्भव (ब) देशज
(स) विदेशज (द) संकर

सही उत्तर-(द)

13. ’परीक्षा’ शब्द निम्नलिखित वर्गों में से किस वर्ग में आता है?
(अ) तद्भव (ब) विदेशज
(स) देशज (द) तत्सम

सही उत्तर-(द)

14. कौन-सा शब्द तद्भव है?
(अ) रुक्ष (ब) वृक्ष
(स) पल्लव (द) खजूर

सही उत्तर-(द)

15. ’वकील’ किस भाषा का शब्द है?
(अ) फारसी (ब) अरबी
(स) तुर्की (द) पुर्तगाली

सही उत्तर-(ब)

Tatsam Tadbhav Shabd

16. इन शब्दों में विदेशी शब्द है –
(अ) स्त्री (ब) नारी
(स) महिला (द) औरत

सही उत्तर-(द)

17. स्वतन्त्र सत्ता धारण न करने वाले शब्द क्या कहलाते है?
(अ) रूढ़ (ब) योगरूढ़
(स) यौगिक (द) इनमें से कोई नहीं

सही उत्तर-(ब)

18. निम्न में से कौन-सा शब्द विदेशी है?
(अ) लोटा (ब) चाकू
(स) आटा (द) पेट

सही उत्तर-(ब)

19. ’योगरूढ़’ शब्द कौन-सा है?
(अ) पीला (ब) घुङसवार
(स) लम्बोदर (द) नाक

सही उत्तर-(स)

20. ’ताम्र’ का तद्भव क्या है?
(अ) चांदी (ब) सोना
(स) ताँबा (द) पीतल

सही उत्तर-(स)

21. ’पुलिस’ किस वर्ग का शब्द है?
(अ) तत्सम (ब) तद्भव
(स) देशज (द) विदेशी

सही उत्तर-(द)

22. तद्भव शब्द ’घङी’ का तत्सम रूप है –
(अ) घटिका (ब) घङियाल
(स) घाट (द) घण्टी

सही उत्तर-(अ)

23. ’दन्तधावन’ से विकसित तद्भव शब्द क्या है?
(अ) दतौन (ब) दातौन
(स) दातुन (द) इनमें से कोई नहीं

सही उत्तर-(स)

24. किस क्रमांक का शब्द तद्भव है?
(अ) कूप (ब) केला
(स) काक (द) कटु

सही उत्तर-(ब)

25. निम्नलिखित में शब्दों का विषम संयोजन कौन-सा है?
(अ) रस्सी-तद्भव (ब) सरकारी-फारसी
(स) लीची-तुर्की (द) पुरोहित-तत्सम

सही उत्तर-(स)

26. दो या दो से अधिक शब्दों अथवा शब्दांशों के मेल से बने शब्द कहलाते हैं –
(अ) यौगिक (ब) योगरूढ़
(स) रूढ़ (द) समानार्थक

सही उत्तर-(अ)

27. सार्थक खण्ड वाले शब्द क्या कहलाते है?
(अ) रूढ़ (ब) योगरूढ़
(स) यौगिक (द) इनमें से कोई नहीं

सही उत्तर-(स)

28. तत्सम शब्दों का मूल स्त्रोत है –
(अ) अपभ्रंश (ब) प्राकृत
(स) संस्कृत (द) पालि

सही उत्तर-(स)

29. योगरूढ़ शब्द का अर्थ है –
(अ) जिसमें कोई रूप परिवर्तन न हो
(ब) जिसका अर्थ निश्चित हो
(स) जिसकी कोई व्युत्पति ज्ञात न हो
(द) जो सामान्य अर्थ छोङकर विशेष अर्थ बताए

सही उत्तर-(द)

30. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तत्सम है?
(अ) कंगन (ब) कायर
(स) कुम्हार (द) कपाट

सही उत्तर-(द)

Tatsam Tadbhav Shabd

31. शब्द किसे कहते हैं?
(अ) एक या एक से अधिक ध्वनि समूह को
(ब) एक या एक से अधिक वर्ण समूह को
(स) एक या एक से अधिक सार्थक वर्ण समूह को
(द) ध्वनि की लघुतम इकाई हो

सही उत्तर-(स)

32. किस क्रम में देशज शब्द है?
(अ) तमन्ना (ब) भोंदू
(स) अग्नि (द) अक्षि

सही उत्तर-(ब)

33. निम्न में कौन-सा रूढ़ शब्द है?
(अ) वाचनालय (ब) समतल
(स) विद्यालय (द) पशु

सही उत्तर-(द)

34. चाय किस भाषा का शब्द है?
(अ) चीनी (ब) जापानी
(स) अंग्रेजी (द) फ्रेंच

सही उत्तर-(अ)

35. यौगिक शब्द कौन-सा है?
(अ) पंकज (ब) पाठशाला
(स) दिन (द) जलज

सही उत्तर-(ब)

36. किस क्रम में तद्भव शब्द नहीं है?
(अ) केला (ब) छीन
(स) घटिका (द) घिन

सही उत्तर-(स)

37. नीचे दिए गए विकल्पों में से तत्सम शब्द है –
(अ) पङौसी (ब) गोधूम
(स) बहू (द) शहीद

सही उत्तर-(ब)

38. किस क्रम में ’भद्र’ का तद्भव रूप है?
(अ) भला (ब) भद्दा
(स) बद (द) भदा

सही उत्तर-(अ)

39. जिन शब्दों के भाषा-स्रोत अज्ञात रहते है, उनको कहा जाता है –
(अ) तद्भव (ब) विदेशी
(स) देशज (द) अर्द्ध तत्सम

सही उत्तर-(स)

40. ’धरित्री’ का तद्भव रूप है –
(अ) धारिती (ब) धरती
(स) धरिता (द) धरितरी

सही उत्तर-(ब)

41. ’तत्सम’ शब्द में ’तत’ किस भाषा के लिए प्रयुक्त हुआ है?
(अ) पालि (ब) प्राकृत
(स) वैदिक संस्कृत (द) संस्कृत

सही उत्तर-(द)

42. निम्न में से यौगिक शब्द है –
(अ) कलश (ब) कमरा
(स) चतुर (द) रेखांकित

सही उत्तर-(द)

43. निम्नलिखित में से देशज शब्द नहीं है –
(अ) खिङकी (ब) बूट
(स) पाग (द) रींगङा

सही उत्तर-(ब)

44. कौनसा शब्द तद्भव है?
(अ) व्याकरण (ब) स्त्री
(स) गौतम (द) हाथी

सही उत्तर-(द)

45. उत्पत्ति के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं?
(अ) 3 (ब) 4
(स) 5 (द) 6

सही उत्तर-(ब)

46. कौनसा शब्द तत्सम है?
(अ) शिव (ब) घी
(स) सुनार (द) सिर

सही उत्तर-(अ)

Tatsam Tadbhav Shabd

47. किस क्रमांक का शब्द तत्सम है?
(अ) पत्थर (ब) पृष्ठ
(स) भगत (द) भीत

सही उत्तर-(ब)

48. ’साखी’ शब्द का तत्सम रूप है –
(अ) सखी (ब) शाखा
(स) राखी (द) साक्षी

सही उत्तर-(द)

49. किस क्रमांक का शब्द तत्सम है?
(अ) घोटक (ब) घी
(स) चाय (द) नंगा

सही उत्तर-(अ)

50. इनमें से कौनसा शब्द तत्सम नहीं है?
(अ) पाँत (ब) कान्त
(स) शान्त (द) श्रान्त

सही उत्तर-(स)

51. किस क्रमांक का शब्द तद्भव है?
(अ) मक्षिका (ब) मीत
(स) मुट्ठी (द) मोर

सही उत्तर-(अ)

52. इनमें से किस विकल्प में एक भी तत्सम शब्द नहीं है?
(अ) हस्त, पाद, मस्तक (ब) हाथ, मस्तक, पाँव
(स) हाथ, पाँव, माथा (द) हस्त, मस्तक, पाँव

सही उत्तर-(स)

53. किस क्रमांक का शब्द तत्सम  है?
(अ) सींग (ब) साँवला
(स) सीख (द) शुष्क

सही उत्तर-(द)

54. इनमें से तद्भव है –
(अ) विकार (ब) खीर
(स) जीर्ण (द) सुन्दर

सही उत्तर-(ब)

55. किस क्रमांक का शब्द तद्भव है?
(अ) पीत (ब) बधिर
(स) वत्स (द) बणिक

सही उत्तर-(अ)

56. इनमें से कौनसा शब्द विदेशी नहीं है?
(अ) मिनिस्टर (ब) मास्टर
(स) स्टेशन (द) मिष्ठान्न

सही उत्तर-(द)

57. ’बादल’ का तत्सम शब्द है –
(अ) मेघ (ब) घन
(स) वारिद (द) वाष्प

सही उत्तर-(स)

58. किस क्रम में तद्भव शब्द है?
(अ) अक्षर (ब) अनार्य
(स) अंगुष्ठ (द) उबटन

सही उत्तर-(द)

59. किस क्रम में तत्सम शब्द है?
(अ) आमलक (ब) कतरन
(स) ऊँट (द) ईख

सही उत्तर-(अ)

60. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तत्सम है?
(अ) अग्र (ब) आग
(स) आज (द) आँख

सही उत्तर-(अ)

61. निम्नलिखित में से कौन-सा तत्सम् है?
(अ) कुँवारा (ब) कूप
(स) कुल्हाङी (द) काठ

सही उत्तर-(ब)

62. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तद्भव है?
(अ) अमिय (ब) उलूक
(स) इष्टिका (द) कुपुत्र

सही उत्तर-(अ)

63. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तद्भव है?
(अ) कर्पूर (ब) कर्त्तव्य
(स) अश्रु (द) कछुआ

सही उत्तर-(द)

64. किस क्रम में तत्सम शब्द नहीं है?
(अ) घोटक (ब) उष्ट्र
(स) मक्षिका (द) छतरी

सही उत्तर-(द)

65. किस क्रम में तद्भव शब्द है?
(अ) ओष्ठ (ब) उल्लू
(स) वानर (द) मृत्तिका

सही उत्तर-(ब)

66. ’रिपोर्ताज’ किस भाषा का शब्द है?
(अ) फ्रांसीसी (ब) अंग्रेजी
(स) पुर्तगाली (द) जापानी

सही उत्तर-(अ)

67. किस क्रम में तद्भव शब्द नहीं है?
(अ) चितेरा (ब) चर्वण
(स) छाँह (द) कुआँ

सही उत्तर-(ब)

68. किस क्रम में सभी तत्सम शब्द है?
(अ) ज्योति, जीभ, जेठ (ब) चकवा, चन्द्र, चूरण
(स) काठ, कातिक, कृष्ण (द) यति, यव, यज्ञ

सही उत्तर-(द)

69. किस क्रम में तत्सम रूप नहीं है?
(अ) मर्कटी (ब) श्मश्रु
(स) रीछ (द) लवंग

सही उत्तर-(स)

70. कौन-सा शब्द तद्भव नहीं है?
(अ) सूरज (ब) पंछी
(स) दूध (द) पुत्र

सही उत्तर-(द)

71. किस क्रमांक में सभी शब्द तत्सम नहीं है –
(अ) अमूल्य, दैत्य, दधि, स्वर्ण (ब) आम्र, स्वर्ण, कुपुत्र, कर्ण
(स) ओष्ठ, जिह्वा, हस्त, प्रस्तर (द) अक्षि, मुँह, क्षेत्र, पूत

सही उत्तर-(द)

72. ’कन्धा’ का तत्सम शब्द है –
(अ) इस्कन्ध (ब) स्कन्ध
(स) कक्षु (द) कन्धु

सही उत्तर-(ब)

73. ’दीदार’ शब्द किस भाषा का है?
(अ) अरबी (ब) फारसी
(स) हिन्दी (द) तुर्की

सही उत्तर-(ब)

74. इनमें से कौन-सा शब्द तत्सम है?
(अ) सूरज (ब) सावन
(स) रुक्ष (द) बिच्छु

सही उत्तर-(स)

75. इनमें से कौन-सा शब्द तद्भव है?
(अ) दन्त (ब) मृत्यु
(स) मत्स्य (द) कन्धा

सही उत्तर-(द)

76. निम्नलिखित में से देशज शब्द है –
(अ) नृत्य-नाच (ब) श्रृंगार-सिंगार
(स) चक्षु-आँख (द) दधि-दही

उत्तर-(स)

77. निम्नलिखित में से देशज शब्द है –
(अ) वत्स (ब) पछतावा
(स) नारियल (द) रेवङ

सही उत्तर-(द)

78. संकर (दो भाषाओं से निर्मित) शब्द इनमें से नहीं है-
(अ) टिकट घर (ब) रेलयात्री
(स) किताबघर (द) चिङियाघर

सही उत्तर-(द)

80. ’रिक्शा’ शब्द किस भाषा का है?
(अ) अरबी (ब) फारसी
(स) पुर्तगाली (द) जापानी

सही उत्तर-(ब)

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