छायावाद

चित्राधार – जयशंकर प्रसाद | हिंदी साहित्य काव्य धारा

चित्राधार जयशंकर प्रसाद

आज के अर्टिकल में हम जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित उनके प्रथम काव्य संग्रह संग्रह चित्राधार(Chitradhar) के बारे में चर्चा करेंगे। चित्राधार – Chitradhar जयशंकर प्रसाद जी का प्रथम काव्य-संग्रह ‘चित्राधार’ है। जिससे उनकी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय मिलता है। इस कविता-संग्रह का प्रथम प्रकाशन 1918 ई. में हुआ। हालाँकि इसमें संकलित विभिन्न रचनायें सन् 1909 …

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सरोज स्मृति – व्याख्या | सूर्यकांत त्रिपाठी निराला | Saroj Smriti

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आज की पोस्ट में कवि निराला की चर्चित कविता सरोज स्मृति(Saroj Smriti) को व्याख्या सहित समझाया गया है , साथ में महत्वपूर्ण प्रश्न भी दिए गए है ,जो किसी भी परीक्षा के लिए उपयोगी साबित होंगे सरोज स्मृति – Saroj Smriti ’सरोज स्मृति’ हिंदी में अपने ढंग का एकमात्र शोक काव्य है। कवि निराला द्वारा …

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hindi sahitya || छायावाद युग प्रमुख रचनाएँ || chaayavaad yug pramukh rachanaen

इस पोस्ट में आधुनिक काल की महत्वपूर्ण विषयवस्तु छायावाद युग  की प्रमुख रचनाओ को एक साथ दिया गया है ताकि आप एक साथ अभ्यास कर पाएँ छायावाद युग प्रमुख रचनाएँ – Chaayavaad Yug Pramukh Rachanaen रचनाएँ लेखक 1. हिमकिरीटिनी, हिमतंरगिणी, माता माखनलाल चतुर्वेदी 2. मौर्य विजय, बापू, दूर्वादल, पाथेय, मृण्मयी सियारामशरण गुप्त 3. कुंकुम, उर्मिला, …

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छायावाद महत्वपूर्ण प्रश्न

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आज के आर्टिकल में हिंदी साहित्य के अंतर्गत छायावाद के  महत्वपूर्ण प्रश्न दिए गए है ,जो कि परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण है। छायावाद युग के महत्वपूर्ण प्रश्न 1.पन्त जी की प्रथम कविता कोनसी है ? गिरजे का घंटा ☑️☑️☑️ 1916 कला व बुढा चाँद द्रुत झरो स्वर्ण धूलि 2.छायावाद के ब्रह्मा  , विष्णु , महेश …

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कामायनी महत्वपूर्ण कथन – Hindi sahitya ka Itihas

कामायनी महत्वपूर्ण कथन

आज के आर्टिकल में जयशंकर प्रसाद द्वारा चर्चित रचना कामायनी (कामायनी महत्वपूर्ण कथन) के महत्त्वपूर्ण तथ्य दिए गए है ,जो परीक्षा के लिए उपयोगी है कामायनी महाकाव्य के बारे में महत्तवपूर्ण कथन कामायनी महाकाव्य -जय शंकर प्रसाद सर्ग – 15 मुख्य छंद – तोटक कामायनी पर प्रसाद को मंगलाप्रसाद पारितोषिक पुरस्कार मिला है काम गोत्र …

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छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएँ || Hindi sahitya || Chayavaad

छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएँ

आज की पोस्ट में हम छायावाद में छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएँ(Chayavad ki Visheshta) जानेंगे , जो कि आपको छायावाद पढने से पहले जरुरी हो जाता है छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएँ छायावाद का अर्थ : छायावाद सामान्य रूप से भावोच्छवास प्रेरित स्वच्छन्द कल्पना-वैभव की वह स्वच्छन्द प्रवृत्ति है जो देश-कालगत वैशिष्ट्य के साथ संसार …

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कामायनी में महाकाव्यात्मक लक्षण – जयशंकर प्रसाद

कामायनी में महाकाव्यात्मक लक्षण

Read: कामायनी में महाकाव्यात्मक लक्षण, आज के आर्टिकल में हम जयशंकर प्रसाद की चर्चित रचना कामायनी पर चर्चा करेंगे ,हम यह जानेंगे कि इस रचना में महाकाव्य के कौन -कौन से लक्षण है। कामायनी में महाकाव्यात्मक लक्षण मुख्यत:  कामायनी छायावाद की मूल कृति है। उसमें छायावादी काव्य-कृति के समस्त गुण अत्यन्त परिष्कृत रूप में मिलते …

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Mahadevi Verma Kavy Rahasyavaad || महादेवी वर्मा का काव्य रहस्यवाद

mahadevi verma kavya rahasyavaad

दोस्तो आज की पोस्ट में हम महादेवी वर्मा की काव्यगत विशेषताओं  के अंतर्गत इनके काव्य में रहस्यवाद(Mahadevi Verma Kavy Rahasyavaad) को पढेंगे | महादेवी के काव्य में रहस्यवाद(Mahadevi Verma Kavy Rahasyavaad) जैसा कि आचार्य शुक्ल दो प्रकार की रहस्य भावना स्वीकार करते है- 1. साधनात्मक 2. भावनात्मक साधनात्मक रहस्यवाद कबीर, जायसी में मिलता है तथा …

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