आज के आर्टिकल में हम लिंग बदलना (Change The Gender in Hindi) सीखेंगे ,हमने इससे पहले के आर्टिकल में लिंग (Gender Meaning in Hindi) के बारे में पढ़ा।
लिंग – Gender Meaning in Hindi
Table of Contents
लिंग परिभाषा- संज्ञा का वह रूप जिससे हमें उसके स्त्री जाति या फिर पुरुष जाति के होने का बोध होता है, उसे लिंग(Gender) कहते है।
हिन्दी भाषा में लिंग के दो भेद होते है—
- स्त्रीलिंग
- पुल्लिंग
स्त्रीलिंग-
संज्ञा का वह रूप जिससे पता चलता है कि यह संज्ञा स्त्री जाति से है, उसे स्त्रीलिंग कहते है। जैसे- लड़की, गाय, किताब।
पुल्लिंग-
संज्ञा का वह रूप जिससे नर जाति या पुरुष जाति का बोध होता है उसे पुल्लिंग कहते है। जैसे– लड़का, बैल।
पुल्लिंग और स्त्रीलिंग का पता लगाने के लिए सर्वनाम का प्रयोग भी कर सकते है-
- तुम्हारी घड़ी कहाँ है
- मेरा गाँव कोटा में है।
- मेरी पुस्तक बैग में है।
- तुम्हारा पैन मुझे दो।
लिंग बदलना – Change The Gender in Hindi
पुल्लिंग को स्त्रीलिंग में बदलने के नियम (Change The Gender)
1. लिंग परिवर्तन के लिए पुल्लिंग शब्दों के अंत में प्रत्यय ‘आ’ शब्दांश जोड़ देते है-
जैसेः-
पुल्लिंग शब्द में ’आ’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- श्याम-श्यामा
- आचार्य – आचार्या
- विवाहित – विवाहिता
- प्रिय- प्रिया
- सदस्य – सदस्या
- तनुज-तनुजा
- बाल-बाला
- छात्र-छात्रा
- महोदय – महोदया
- शिष्य-शिष्या
2. पुल्लिंग शब्द में ’ई’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- लड़का- लड़की
- चाचा- चाची
- नाना-नानी
- रस्सा – रस्सी
- बेटा-बेटी
- मामा-मामी
- गधा – गधी
- मटका – मटकी
- घोड़ा-घोड़ी
- हिरन-हिरनी
- कटोरा – कटोरी
- देव-देवी
- पोता – पोती
- दास-दासी
- चेला – चेली
- बकरा – बकरी
- दादा-दादी
- मौसा – मौसी
- पुत्र- पुत्री
- सखा – सखी
- नट – नटी
- बच्चा – बच्ची
- काला – काली
3. पुल्लिंग शब्द में ’इया’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- बूढ़ा-बुढ़िया
- बन्दर – बन्दरिया
- मुन्ना-मुनिया
- गुड्डा- गुड़िया
- चूहा-चुहिया
- चिड़ा – चिड़िया
- लोटा – लुटिया
- कुत्ता- कुतिया
- डिब्बा- डिबिया
- बेटा-बिटिया
4. पुल्लिंग शब्द में ’इन’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- माली-मालिन
- पुजारी – पुजारिन
- धोबी – धोबिन
- नाई – नाइन
- सांप – साँपिन
- सुनार – सुनारिन
- ग्वाला – ग्वालिन
- जुलाहा – जुलाहिन
- नाग- नागिन
- मालिक – मालकिन
- पड़ोसी – पड़ोसिन
- अपराधी – अपराधिन
- तेली – तेलिन
- नाती – नातिन
- माली – मालिन
- जोगी – जोगिन
5. पुल्लिंग शब्द में ’आइन’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- पंडित – पंडिताइन
- हलवाई – हलवाइन
- ठाकुर – ठकुराइन
- बाबू – बबुआइन
- चौधरी – चौधराइन
- लाला – ललाइन
- बनिया – बनिआइन
6. पुल्लिंग शब्द में ’इनी’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- हाथी-हाथिनी
- तपस्वी – तपस्विनी
- आज्ञाकारी – आज्ञाकारिणी
- तेजस्वी – तेजस्विनी
- विद्यार्थी – विद्यार्थिनी
- स्वामी – स्वामिनी
- ब्रह्मचारी – ब्रह्मचारिणी
- मनस्वी – मनस्विनी
- अधिकारी – अधिकारिणी
- हितकारी – हितकारिणी
7. पुल्लिंग शब्द में ’आनी’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- देवर – देवरानी
- सेठ – सेठानी
- जेठ-जेठानी
- राजपूत – राजपूतानी
- शिव -शिवानी
- क्षत्रिय – क्षत्राणी
- इंद्र – इंद्राणी
- भव- भवानी
- नौकर – नौकरानी
8. पुल्लिंग शब्द में ’नी’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- शेर – शेरनी
- सरदार – सरदारनी
- चेार – चोरनी
- हिन्दु – हिन्दुनी
- मोर – मोरनी
- भील – भीलनी
- मजदूर – मजदूरनी
- सिंह- सिंहनी
9. पुल्लिंग शब्द में ’इका’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- गायक – गायिका
- नायक – नायिका
- बालक – बालिका
- दर्शक – दर्शिका
- संपादक – संपादिका
- धावक – धाविका
- प्रचारक – प्रचारिका
- प्राध्यापक – प्राध्यापिका
- शिक्षक – शिक्षिका
- पाठक – पाठिका
- नाटक – नाटिका
- याचक – याचिका
- सेवक – सेविका
- लेखक – लेखिका
- परिचायक – परिचायिका
- अध्यापक – अध्यापिका
- लेखक – लेखिका
10. पुल्लिंग शब्द में ’वती’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है-
- बलवान – बलवती
- भाग्यवान – भाग्यवती
- धनवान – धनवती
- वीरवान – वीरवती
- रूपवान – रूपवती
- भगवान – भगवती
- सत्यवान – सत्यवती
- प्राणवान – प्राणवती
- शक्तिवान – शक्तिवती
- गुणवान – गुणवती
- ज्ञानवान – ज्ञानवती
- पुत्रवान – पुत्रवती
11. पुल्लिंग शब्द में ’ता’ के स्थान पर ’त्री’ प्रत्यय लगाकर लिंग बदला जा सकता है-
- नेता – नेत्री
- विधाता – विधात्री
- निर्माता- निर्मात्री
- रचयिता – रचयित्री
- कर्ता- कर्त्री
- दाता- दात्री
- अभिनेता – अभिनेत्री
- भर्ता – भर्त्री
- धाता – धात्री
12. पुल्लिंग शब्द के ‘वान‘ और ‘मान’ को हटाकर इनके स्थान पर ‘मती’ और ‘वती’ प्रत्यय लगाने से स्त्रीलिंग में परिवर्तन हो जाता है—
- श्रीमान – श्रीमती
- भगवान – भगवती
- आयुष्मान – आयुष्मती
- गुणवान – गुणवती
- बुद्धिमान – बुद्धिमती
स्वतंत्र लिंग युग्म
- माता-पिता
- वर-वधु
- स्त्री – पुरुष
- बैल – गाय
- विधुर – विधवा
- पति – पत्नी
- सास – ससुर
- बहन – बहनोई
- नर – मादा
- साधु – साध्वी
- भाई – बहन
- युवक – युवती
- सम्राट – सम्राज्ञी
- कवि – कवयित्री
- वीर- वीरांगना
- बादशाह – बेगम
- विद्वान – विदुषी
- विधुर – विधवा
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