• Home
  • PDF Notes
  • Videos
  • रीतिकाल
  • आधुनिक काल
  • साहित्य ट्रिक्स
  • आर्टिकल

हिंदी साहित्य चैनल

  • Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • Home
  • PDF NOTES
  • VIDEOS
  • कहानियाँ
  • व्याकरण
  • रीतिकाल
  • हिंदी लेखक
  • कविताएँ
  • Web Stories

निश्चयवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद एवं उदाहरण || Nishchay Vachak Sarvanam

Author: केवल कृष्ण घोड़ेला | On:10th Jul, 2022| Comments: 0

आज के आर्टिकल में हम सर्वनाम के अंतर्गत निश्चयवाचक सर्वनाम (Nishchay Vachak Sarvanam) के परिभाषा, भेद एवं उदाहरण को पढेंगे।

निश्चयवाचक सर्वनाम – Nishchay Vachak Sarvanam

Table of Contents

  • निश्चयवाचक सर्वनाम – Nishchay Vachak Sarvanam
    • निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Nishchay Vachak Sarvanam kise kahate Hain
    • निश्चयवाचक सर्वनाम क्या है ?
    • निश्चयवाचक सर्वनाम के भेद / प्रकार
      • (1) निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम
      • (2) दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम
    • निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण – Nishchay Vachak Sarvanam ke Udaharan
    • निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण – Nishchay Vachak Sarvanam ke Example
    • निष्कर्ष :
    • FAQ
      • 1. निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है ?
      • 2. निश्चयवाचक सर्वनाम के लक्षण क्या है ?
      • 3. निश्चयवाचक सर्वनाम कितने प्रकार के होते है ?
      • 4. निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है ?
      • 5. निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण क्या है ?
      • 6. दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है ?
      • 7. दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण क्या है ?
      • 8. ’यह कार मेरी है।’ इस वाक्य में कौनसा सर्वनाम है ?
      • 9. ’वह भारत का मानचित्र है।’ इस वाक्य में कौनसा सर्वनाम है ?
      • 10. ’वे किसान है।’ इस वाक्य में कौनसा सर्वनाम है ?
      • 11. ’ये गाङी को बहुत तेज चलाता है।’ इस वाक्य में कौनसा सर्वनाम है ?

निश्चयवाचक सर्वनाम

निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है – Nishchay Vachak Sarvanam kise kahate Hain

परिभाषा :

जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी निश्चित व्यक्ति, वस्तु या स्थान के लिए किया जाता है, उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम (Nishchay Vachak Sarvanam) कहते है।
जिन सर्वनाम शब्दों से किसी निश्चित वस्तु का बोध होता है, उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहते है।

जैसे – यह, वह, इस, उस, ये, वे आदि।

निश्चयवाचक सर्वनाम क्या है ?

निश्चयवाचक सर्वनाम में ‘यह’ सर्वनाम का प्रयोग किसी निकटवर्ती व्यक्ति अथवा वस्तु की ओर निश्चित संकेत करने के लिए किया जाता है तथा ’वह’ सर्वनाम का प्रयोग किसी दूरवर्ती व्यक्ति अथवा वस्तु की ओर निश्चित संकेत करने के लिए किया जाता है।

जैसे –

  • यह मेरा घर है।
  • वह मेरी बहन है।
  • यह हाथी है।
  • वह गुङिया मेरी है।

’यह’ तथा ’वह’ निश्चयवाचक सर्वनाम है।

इस  सर्वनाम को ’संकेतवाचक सर्वनाम’ भी कहते हैं।

निश्चयवाचक सर्वनाम के भेद / प्रकार

निश्चयवाचक सर्वनाम के भेद

निश्चयवाचक सर्वनाम को दो भागों में बांटा गया है –

  1. निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम
  2. दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम

(1) निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम

जो शब्द निकट या पास वाली वस्तुओं का निश्चित रूप से बोध कराएँ उन्हें निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम कहते है। ’यह’ निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम है।

जैसे – यह मेरी पुस्तक है।

ये मुझे बहुत पसंद है।

यहाँ ’यह’ और ’ये’ निकट वाली वस्तु का बोध करा रही हैं।

(2) दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम

जो शब्द दूर वाली वस्तुओं की ओर निश्चित रूप से संकेत करती है उसे दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।

जैसे – वह मेरा पेन है। वे सेब है। इसमें ’वह’ और ’वे’ दूर वाली वस्तुओं का बोध करा रहे हैं।

निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण – Nishchay Vachak Sarvanam ke Udaharan

  • यह मेरी पुस्तक है।
  • यह उपयोगी साधन है।
  • वह बहुत सुन्दर है।
  • ये मेरा विरोधी है।
  • यह कार मेरी है।
  • वह मोटरबाइक मेरी है।
  • वे मिठाइयाँ है।
  • आजकल यह ज्यादा बोलती नहीं है।
  • ये पुस्तकें मेरी है।
  • यह मोहन की पुस्तक है।
  • वे किसकी किताबें हैं ?
  • यह बहुत कमजोर लङकी है।
  • यह भैंस है।
  • यह एक गाँव है।
  • जो ऊपर उङ रहा है, वह वायुयान है।
  • वह आपकी घङी है।
  • यह व्यक्ति बहुत मजबूत है।
  • यह कार है।
  • वह एक बार फिर बारहवीं कक्षा में प्रथम आया है।
  • ये मेरे कपङे है।
  • यह पुस्तक सोनी की है।
  • सामने जो घर दिखाई दे रहा है, वह मेरा है।
  • वह कार अच्छी है।
  • वह एक बार फिर दौङ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रहा।
  • आजकल यह कुछ खाता-पीता नहीं है।
  • यह मेरा घर है।
  • ये लकङियाँ सूखी है।
  • यह वहीं गाय है जो रोजाना 10 लीटर दूध देती है।
  • वह तुम्हारी किताब है।
  • वह किसी की नहीं सुनता।
  • वह गाङी चल नहीं रही है।
  • यह फर्श गीला है।
  • यह चित्र मेरे द्वारा बनाया गया है।
  • जो इतनी तेज दौङ रही है, वह मेरी कार है।

निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण – Nishchay Vachak Sarvanam ke Example

  • देखो यह वही इंसान है जो बहुत बङा चोर है।
  • ये मेरी कार की फोटो है।
  • यह कलम सीता की है।
  • यह विलायती घोङा है।
  • यह एक होशियार विद्यार्थी है।
  • वे मिठाइयाँ खराब है।
  • देखो यह वही लङका है जो मरने वाला है।
  • यह कंचन के खिलौने हैं।
  • वे लोग मेरे पङौसी है।
  • वे लोग खेल रहे है।
  • वह सङक पार कर रहा है।
  • यह राजस्थान का नक्शा है।
  • वह तुम्हारी गाङी तो नहीं लगती।
  • ये पुस्तकें रानी की हैं।
  • यह कोट मेरी नहीं है।
  • वह भारत का मानचित्र है।
  • वह किसका सामान है ?
  • ये गाङी को बहुत तेज चलाता है।
  • वे मिठाइयाँ हैं।
  • वे सब कल पहुंच जाएंगे।
  • वे मजदूर है।
  • यह प्रिया के चित्र हैं।
  • वे सङक पर कौन आ रहे हैं।
  • वे गाङियाँ यहाँ आ रही है।
  • यह खाना मैंने बनाया है।
  • वह राम की गाय है।
  • यह कोई आज की बात नहीं है।
  • वह किताब मेरी नहीं है।
  • वे किसान है।
  • यह माउंट एवेरस्ट पर्वत है।
  • यह घङी खराब है।
  • अरविंद अब यह चाहता है कि मैं उससे माफी मांगू।
  • वह औजार तुम्हारे तो नहीं लगते।
  • यह किसका फोन है ?
  • यह गंगाजल है।
  • यह मेरा बङा भाई है।
  • यह भी तो मोहन का ही साथी है।
  • वह चारपाई है।
  • यह मित्र मेरे द्वारा बनाया गया है।
  • वह राम के भाई है।

निष्कर्ष :

हमने आज के आर्टिकल में निश्चयवाचक सर्वनाम की परिभाषा और उदाहरण (Nishchay Vachak Sarvanam) के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। हम आशा करते है कि आपको विषयवस्तु की जानकारी समझ में आ गयी होगी। यदि आपका इससे जुड़ा कोई भी सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकतें है।

FAQ

1. निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है ?

उत्तर – जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी निश्चित व्यक्ति, वस्तु या स्थान के लिए किया जाता है, उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते है।


2. निश्चयवाचक सर्वनाम के लक्षण क्या है ?

उत्तर – यह, वह, उस, इस, ये, वे।


3. निश्चयवाचक सर्वनाम कितने प्रकार के होते है ?

उत्तर – निश्चयवाचक सर्वनाम दो प्रकार के होते है।
(1) निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम
(2) दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम


4. निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है ?

उत्तर – जो शब्द निकट या पास वाली वस्तुओं का निश्चित रूप से बोध कराएँ उन्हें निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम कहते है। ’यह’ निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम है।


5. निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण क्या है ?

उत्तर – उदाहरण – ’यह’ मेरी पुस्तक है। ’ये’ मुझे बहुत पसंद है। यहाँ ’यह’ और ’ये’ निकट वाली वस्तु का बोध करा रही हैं।


6. दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है ?

उत्तर – जो शब्द दूर वाली वस्तुओं की ओर निश्चित रूप से संकेत करती है उसे दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।


7. दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण क्या है ?

उत्तर – उदाहरण – वह मेरी पेन है। वे सेब है। इसमें ’वह’ और ’वे’ दूर वाली वस्तुओं का बोध करा रहे हैं।


8. ’यह कार मेरी है।’ इस वाक्य में कौनसा सर्वनाम है ?

उत्तर – निश्चयवाचक सर्वनाम


9. ’वह भारत का मानचित्र है।’ इस वाक्य में कौनसा सर्वनाम है ?

उत्तर – निश्चयवाचक सर्वनाम


10. ’वे किसान है।’ इस वाक्य में कौनसा सर्वनाम है ?

उत्तर – निश्चयवाचक सर्वनाम


11. ’ये गाङी को बहुत तेज चलाता है।’ इस वाक्य में कौनसा सर्वनाम है ?

उत्तर – निश्चयवाचक सर्वनाम

ये भी अच्छे से जानें ⇓⇓

  • समास क्या होता है ?
  • परीक्षा में आने वाले मुहावरे 
  • सर्वनाम व उसके भेद 
  • महत्वपूर्ण विलोम शब्द देखें 
  • विराम चिन्ह क्या है ?
  • परीक्षा में आने वाले ही शब्द युग्म ही पढ़ें 
  • साहित्य के शानदार वीडियो यहाँ देखें 
Tweet
Share
Pin
Share
0 Shares
Previous Post
Next Post

Reader Interactions

ये भी पढ़ें

  • निजवाचक सर्वनाम – परिभाषा, उदाहरण | Nij Vachak Sarvanam

    निजवाचक सर्वनाम – परिभाषा, उदाहरण | Nij Vachak Sarvanam

  • पुरुषवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद, उदाहरण | Purush Vachak Sarvanam

    पुरुषवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद, उदाहरण | Purush Vachak Sarvanam

  • निश्चयवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद एवं उदाहरण || Nishchay Vachak Sarvanam

    निश्चयवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद एवं उदाहरण || Nishchay Vachak Sarvanam

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Search

सम्पूर्ण हिंदी साहित्य पीडीऍफ़ नोट्स और 5000 वस्तुनिष्ठ प्रश्न मात्र 100रु

सैकंड ग्रेड हिंदी कोर्स जॉइन करें

ट्विटर के नए सीईओ

टेलीग्राम चैनल जॉइन करें

Recent Posts

  • प्रश्नवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद, उदाहरण || Prashn Vachak Sarvanam
  • अनिश्चयवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद , उदाहरण || Anishchay Vachak Sarvanam
  • संबंधवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद, उदाहरण | Sambandh Vachak Sarvanam
  • निजवाचक सर्वनाम – परिभाषा, उदाहरण | Nij Vachak Sarvanam
  • पुरुषवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद, उदाहरण | Purush Vachak Sarvanam
  • निश्चयवाचक सर्वनाम – परिभाषा, भेद एवं उदाहरण || Nishchay Vachak Sarvanam
  • Application in Hindi – प्रार्थना पत्र कैसे लिखें
  • बिहारी रत्नाकर – जगन्नाथदास रत्नाकर || व्याख्या सहित || पद 1 से 25 तक
  • समुच्चयबोधक अव्यय – परिभाषा,अर्थ ,उदाहरण || Samuchaya Bodhak
  • सूफ़ीकाव्य महत्वपूर्ण तथ्य – हिंदी साहित्य

Categories

  • All Hindi Sahitya Old Paper
  • General Knowledge
  • Hindi Literature Pdf
  • hindi sahitya question
  • Motivational Stories
  • NET/JRF टेस्ट सीरीज़ पेपर
  • NTA (UGC) NET hindi Study Material
  • Uncategorized
  • आधुनिक काल साहित्य
  • आलोचना
  • उपन्यास
  • कवि लेखक परिचय
  • कविता
  • कहानी लेखन
  • काव्यशास्त्र
  • कृष्णकाव्य धारा
  • छायावाद
  • दलित साहित्य
  • नाटक
  • प्रयोगवाद
  • मनोविज्ञान महत्वपूर्ण
  • रामकाव्य धारा
  • रीतिकाल
  • रीतिकाल प्रश्नोत्तर सीरीज़
  • विलोम शब्द
  • व्याकरण
  • शब्दशक्ति
  • संतकाव्य धारा
  • संधि
  • समास
  • साहित्य पुरस्कार
  • सुफीकाव्य धारा
  • हालावाद
  • हिंदी डायरी
  • हिंदी पाठ प्रश्नोत्तर
  • हिंदी साहित्य
  • हिंदी साहित्य क्विज प्रश्नोतर
  • हिंदी साहित्य ट्रिक्स
  • हिन्दी एकांकी
  • हिन्दी जीवनियाँ
  • हिन्दी निबन्ध
  • हिन्दी रिपोर्ताज
  • हिन्दी शिक्षण विधियाँ
  • हिन्दी साहित्य आदिकाल

हमारा यूट्यूब चैनल देखें

Best Article

  • बेहतरीन मोटिवेशनल सुविचार
  • बेहतरीन हिंदी कहानियाँ
  • हिंदी वर्णमाला
  • हिंदी वर्णमाला चित्र सहित
  • मैथिलीशरण गुप्त
  • सुमित्रानंदन पन्त
  • महादेवी वर्मा
  • हरिवंशराय बच्चन
  • कबीरदास
  • तुलसीदास

Popular Posts

Net Jrf Hindi december 2019 Modal Test Paper उत्तरमाला सहित
आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya
तुलसीदास का जीवन परिचय || Tulsidas ka jeevan parichay
रामधारी सिंह दिनकर – Ramdhari Singh Dinkar || हिन्दी साहित्य
Ugc Net hindi answer key june 2019 || हल प्रश्न पत्र जून 2019
Sumitranandan pant || सुमित्रानंदन पंत कृतित्व
Suryakant Tripathi Nirala || सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

Footer

हिंदी व्याकरण

 वर्ण विचार
 संज्ञा
 सर्वनाम
 क्रिया
 वाक्य
 पर्यायवाची
 समास
 प्रत्यय
 संधि
 विशेषण
 विलोम शब्द
 काल
 विराम चिह्न
 उपसर्ग
 अव्यय
 कारक
 वाच्य
 शुद्ध वर्तनी
 रस
 अलंकार
 मुहावरे लोकोक्ति

कवि लेखक परिचय

 जयशंकर प्रसाद
 कबीर
 तुलसीदास
 सुमित्रानंदन पंत
 रामधारी सिंह दिनकर
 बिहारी
 महादेवी वर्मा
 देव
 मीराबाई
 बोधा
 आलम कवि
 धर्मवीर भारती
मतिराम
 रमणिका गुप्ता
 रामवृक्ष बेनीपुरी
 विष्णु प्रभाकर
 मन्नू भंडारी
 गजानन माधव मुक्तिबोध
 सुभद्रा कुमारी चौहान
 राहुल सांकृत्यायन
 कुंवर नारायण

कविता

 पथिक
 छाया मत छूना
 मेघ आए
 चन्द्रगहना से लौटती बेर
 पूजन
 कैदी और कोकिला
 यह दंतुरित मुस्कान
 कविता के बहाने
 बात सीधी थी पर
 कैमरे में बन्द अपाहिज
 भारत माता
 संध्या के बाद
 कार्नेलिया का गीत
 देवसेना का गीत
 भिक्षुक
 आत्मकथ्य
 बादल को घिरते देखा है
 गीत-फरोश
Copyright ©2020 HindiSahity.Com Sitemap Privacy Policy Disclaimer Contact Us