• Home
  • PDF Notes
  • Videos
  • रीतिकाल
  • आधुनिक काल
  • साहित्य ट्रिक्स
  • आर्टिकल

हिंदी साहित्य चैनल

  • Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • Home
  • PDF NOTES
  • VIDEOS
  • कहानियाँ
  • व्याकरण
  • रीतिकाल
  • हिंदी लेखक
  • कविताएँ
  • Web Stories

हिन्दी में निबन्धों के प्रकार – Hindi Sahitya ka Itihas

Author: केवल कृष्ण घोड़ेला | On:29th May, 2022| Comments: 0

Tweet
Share105
Pin
Share
105 Shares

आज की पोस्ट में हम हिन्दी में निबन्धों के प्रकार के बारे में विस्तार से पढेंगे ,इससे जुड़ें तथ्य भी जानेंगे ।

हिन्दी में निबन्धों के प्रकार – Types of essays in Hindi

Table of Contents

  • हिन्दी में निबन्धों के प्रकार – Types of essays in Hindi
    • निबंध का अर्थ
    • हिन्दी निबंध के प्रकार
    • 1. विचारात्मक निबन्ध-
    • 2. भावात्मक निबन्ध-
    • 3. वर्णनात्मक निबन्ध
      • 4. विवरणात्मक निबन्ध
      • 5. आत्मपरक निबन्ध

निबंध का अर्थ

निबंध शब्द ‘नि+बंध’ से बना है, इसका अर्थ है अच्छे से बँधा हुआ। इनकी भाषा विषय के अनुसार होती है। निबंध में भाषा की भूमिका अहम होती है। भाषा के अच्छे प्रयोग द्वारा ही भावों विचारों और अनुभवों को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त किया जा सकता है। आइए आज निबन्धों के प्रकार के बारे में जानतें है प्रत्येक हिन्दी मित्र के लिए यह जानना अति आवश्यक है।

हिन्दी निबंध के प्रकार

डाॅ. गणपति चन्द्र गुप्त ने निबन्ध के पांच प्रकार (भेद) बताए हैंः
1. विचारात्मक निबन्ध
2. भावात्मक निबन्ध
3. वर्णनात्मक निबन्ध
4. विवरणात्मक निबन्ध
5. आत्मपरक निबन्ध

आलोचनात्मक निबन्धों को विचारात्मक निबन्धों के अन्तर्गत ही रखना समीचीन है क्योंकि आलोचना विचार से अलग नहीं होती। इसी प्रकार वैयक्तिक, संस्मरणात्मक एवं हास्य-व्यंग्यात्मक निबन्धों को भी भावात्मक निबन्धों के अन्तर्गत समाविष्ट किया जा सकता है।

1. विचारात्मक निबन्ध-

गम्भीर विषयों पर चिन्तन मनन करके लिखे गए निबन्ध विचारात्मक निबन्ध होते है। इनमें बुद्धि की प्रधानता होती है और विचारसूत्रों की प्रमुखता रहती है। लेखक का हृदय पक्ष दबा रहता है तथा बुद्धि पक्ष की प्रबलता इन निबन्धों में दिखाई पड़ती है।

निबन्धों में विचारों की एक श्रृंखला रहती है और सारे विचार पूर्वापर संबंध से एक सूत्र में जुड़े रहते है। निबन्धों में कहीं व्यास शैली, कहीं समास शैली, और कहीं सूत्र शैली अपनाई जाती है। भाषा विषय के अनुसार प्रौढ़, गम्भीर एवं संस्कृतनिष्ठ रहती है।

हिन्दी में इस प्रकार के निबन्ध लेखक हैं- आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी, बाबू श्याम सुन्दर दास, आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी, डाॅ. नगेन्द्र आदि।

2. भावात्मक निबन्ध-

भावात्मक निबन्धों में भाव पक्ष अर्थात हृदय पक्ष की प्रधानता होती हैं। भावात्मक निबन्ध लेखक के संवेदनशीलता को व्यक्त करते है। हिन्दी में लिखें गए वे निबन्ध जिनमें वैयक्तिक संस्पर्श है, संस्मरणात्मक तथ्य दिए गए है अथवा जिनमें हास्य-व्यंग्य की प्रधानता हैं, इसी वर्ग के अन्तर्गत आते है।

आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के मनोविकार संबंधी निबन्धों में से कुछ इसी कोटि के है। ऐसे निबन्धों के लिए ही उनकी यह टिप्पणी उल्लेखनीय है- ‘‘ यात्रा के लिए निकलती रही हैं बुद्धि, पर हृदय को भी साथ लेकर। बुद्धि पथ पर हृदय भी अपने लिए कुछ-न-कुछ पाता रहा है।’’ उनके ‘ चिन्तामणी’ में संकलित निबन्ध ‘उत्साह’, ‘करूणा’ आदि इसी प्रकार के है।

हिन्दी में भावात्मक निबन्धकारों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण निबन्धकार है- अध्यापक पूर्ण सिंह । उनके निबन्ध आचरण की सभ्यता , मजदूरी और प्रेम, पवित्रता, आदि इसी प्रकार के भावात्मक निबन्ध हैं। भावात्मक निबन्धों में हृदय पक्ष की प्रधानता रहती है तथा हास्य-व्यंग्य एवं मनोरंजन का तत्व प्रमुख होता है। ये निबन्ध लेखक के संवेदनशील हृदय का परिचय देते है।

समाज में व्याप्त राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक विदू्रपताओं को भी इस प्रकार के निबन्धों के माध्यम से उजागर किया जाता है। हिन्दी निबन्धकारों में भारतेन्दु बाबू हरिशचन्द्र, प्रतापनारायण मिश्र, अध्यापक पूर्ण सिंह, गुलेरी जी, पद्मसिंह शर्मा, ब्रजनन्दन सहाय, रायकृष्ण दास इसी प्रकार के निबन्धकार है।

3. वर्णनात्मक निबन्ध

वर्णनात्मक निबन्धों में निबन्धकार किसी घटना, तथ्य, दृश्य, वस्तु, स्थान आदि का क्रमबंद्ध वर्णन इस प्रकार करता है कि पाठक के समक्ष वह दृश्य या घटना साकार हो जाती हैं। वर्णनात्मक निबन्धों में बौद्धिकता एवं भावुकता का सामंजस्य रहता है। भाषा सरल एवं सुबोध रहती हैं तथा लेखक का ध्यान तथ्य निरूपण पर अधिक रहता है, कल्पना पर कम ।

हिन्दी में बालकृष्ण भट्ट, बाबू गुलाब राय, कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर एवं रामवृक्ष बेनीपुरी के निबन्ध इसी श्रेणी के है।

4. विवरणात्मक निबन्ध

विवरणात्मक निबंधों में ऐतिहासिक, सामाजिक, पौराणिक घटनों का विवरण दिया जाता हैं तथा उनमें कल्पना का भी यथोचित समावेश होता है। वर्णन संवेदनशील एवं मार्मिक होते हैं तथा उनमें क्रमबंद्धता पर विशेष बल नहीं होता । वर्णन का संबंध वर्तमान से होता है जबकि विवरण का संबंध भूतकाल से ।

अतः इनमें संभावना पर विशेष बल होता है। हिन्दी के प्रारम्भिक निबन्धकार- भारतेन्दु हरिशचन्द्र, बाल कृष्ण भट्ट, प्रतापनारायण मिश्र, शिवपूजन सहाय आदि ने विवरणात्मक निबन्ध लिखे हैं।

5. आत्मपरक निबन्ध

यद्यपि हर प्रकार के निबन्ध में लेखक के व्यक्तित्व की छाप दिखाई देती हैं तथापि ‘आत्मपरक निबन्धों’ में लेखक का व्यक्तित्व पूरी तरह उभरकर सामने आता है। वर्तमान युग में लिखे जाने वाले ललित निबन्ध भी आत्मपरक निबन्धों की कोटि में आते है।

ललित निबन्धों में ललित्य का समावेश भाषा, विषय वस्तु, शैली-शिल्प में किया जाता हैं। लेखक का पाण्डित्य, लोक सम्पृक्ति एवं भाषा गत सौदर्य ऐसे निबन्धों में साफ झलकता है। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी, डाॅ. विद्यानिवास मिश्र, कुबेर नाथ राय हिन्दी के प्रमुख ललित निबन्धकार हैं। इनके अतिरिक्त डाॅ. विवेकी राय, देवन्द्र सत्यार्थी ने भी आत्मपरक निबन्धों की रचना की हैं।

ये भी जाने ⇓⇓⇓

  • निबंध क्या है ?
  • समास क्या होता है ?
  • परीक्षा में आने वाले मुहावरे 
  • सर्वनाम व उसके भेद 
  • महत्वपूर्ण विलोम शब्द देखें 
  • विराम चिन्ह क्या है ?
  • परीक्षा में आने वाले ही शब्द युग्म ही पढ़ें 
  • साहित्य के शानदार वीडियो यहाँ देखें 
Tweet
Share105
Pin
Share
105 Shares
Previous Post
Next Post

Reader Interactions

ये भी पढ़ें

  • My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register

    My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register

  • First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF

    First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF

  • Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game

    Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Subscribe Us Now On Youtube

Search

सम्पूर्ण हिंदी साहित्य पीडीऍफ़ नोट्स और 5000 वस्तुनिष्ठ प्रश्न मात्र 100रु

सैकंड ग्रेड हिंदी कोर्स जॉइन करें

ट्विटर के नए सीईओ

टेलीग्राम चैनल जॉइन करें

Recent Posts

  • द्वन्द्व समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Dwand samas
  • द्विगु समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Dvigu Samas
  • NTA UGC NET Hindi Paper 2022 – Download | यूजीसी नेट हिंदी हल प्रश्न पत्र
  • My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register
  • First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF
  • Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game
  • कर्मधारय समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Karmadharaya Samas
  • Rush Apk Download – Latest Version App, Login, Register
  • AJIO App Download – Latest Version Apk, Login, Register
  • अव्ययीभाव समास – परिभाषा, भेद और उदाहरण || Avyayibhav Samas

Categories

  • All Hindi Sahitya Old Paper
  • App Review
  • General Knowledge
  • Hindi Literature Pdf
  • hindi sahitya question
  • Motivational Stories
  • NET/JRF टेस्ट सीरीज़ पेपर
  • NTA (UGC) NET hindi Study Material
  • Uncategorized
  • आधुनिक काल साहित्य
  • आलोचना
  • उपन्यास
  • कवि लेखक परिचय
  • कविता
  • कहानी लेखन
  • काव्यशास्त्र
  • कृष्णकाव्य धारा
  • छायावाद
  • दलित साहित्य
  • नाटक
  • प्रयोगवाद
  • मनोविज्ञान महत्वपूर्ण
  • रामकाव्य धारा
  • रीतिकाल
  • रीतिकाल प्रश्नोत्तर सीरीज़
  • विलोम शब्द
  • व्याकरण
  • शब्दशक्ति
  • संतकाव्य धारा
  • संधि
  • समास
  • साहित्य पुरस्कार
  • सुफीकाव्य धारा
  • हालावाद
  • हिंदी डायरी
  • हिंदी पाठ प्रश्नोत्तर
  • हिंदी साहित्य
  • हिंदी साहित्य क्विज प्रश्नोतर
  • हिंदी साहित्य ट्रिक्स
  • हिन्दी एकांकी
  • हिन्दी जीवनियाँ
  • हिन्दी निबन्ध
  • हिन्दी रिपोर्ताज
  • हिन्दी शिक्षण विधियाँ
  • हिन्दी साहित्य आदिकाल

हमारा यूट्यूब चैनल देखें

Best Article

  • बेहतरीन मोटिवेशनल सुविचार
  • बेहतरीन हिंदी कहानियाँ
  • हिंदी वर्णमाला
  • हिंदी वर्णमाला चित्र सहित
  • मैथिलीशरण गुप्त
  • सुमित्रानंदन पन्त
  • महादेवी वर्मा
  • हरिवंशराय बच्चन
  • कबीरदास
  • तुलसीदास

Popular Posts

Net Jrf Hindi december 2019 Modal Test Paper उत्तरमाला सहित
आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya
तुलसीदास का जीवन परिचय || Tulsidas ka jeevan parichay
रामधारी सिंह दिनकर – Ramdhari Singh Dinkar || हिन्दी साहित्य
Ugc Net hindi answer key june 2019 || हल प्रश्न पत्र जून 2019
Sumitranandan pant || सुमित्रानंदन पंत कृतित्व
Suryakant Tripathi Nirala || सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

Footer

हिंदी व्याकरण

 वर्ण विचार
 संज्ञा
 सर्वनाम
 क्रिया
 वाक्य
 पर्यायवाची
 समास
 प्रत्यय
 संधि
 विशेषण
 विलोम शब्द
 काल
 विराम चिह्न
 उपसर्ग
 अव्यय
 कारक
 वाच्य
 शुद्ध वर्तनी
 रस
 अलंकार
 मुहावरे लोकोक्ति

कवि लेखक परिचय

 जयशंकर प्रसाद
 कबीर
 तुलसीदास
 सुमित्रानंदन पंत
 रामधारी सिंह दिनकर
 बिहारी
 महादेवी वर्मा
 देव
 मीराबाई
 बोधा
 आलम कवि
 धर्मवीर भारती
मतिराम
 रमणिका गुप्ता
 रामवृक्ष बेनीपुरी
 विष्णु प्रभाकर
 मन्नू भंडारी
 गजानन माधव मुक्तिबोध
 सुभद्रा कुमारी चौहान
 राहुल सांकृत्यायन
 कुंवर नारायण

कविता

 पथिक
 छाया मत छूना
 मेघ आए
 चन्द्रगहना से लौटती बेर
 पूजन
 कैदी और कोकिला
 यह दंतुरित मुस्कान
 कविता के बहाने
 बात सीधी थी पर
 कैमरे में बन्द अपाहिज
 भारत माता
 संध्या के बाद
 कार्नेलिया का गीत
 देवसेना का गीत
 भिक्षुक
 आत्मकथ्य
 बादल को घिरते देखा है
 गीत-फरोश
Copyright ©2020 HindiSahity.Com Sitemap Privacy Policy Disclaimer Contact Us