कैमरे में बन्द अपाहिज – Kaimare Mein Band Apaahij || व्याख्या सहित || रघुवीर सहाय
आज के आर्टिकल में रघुवीर सहाय की चर्चित कविता कैमरे में बन्द अपाहिज(Kaimare Mein Band Apaahij) की व्याख्या को समझाया गया है कैमरे में बन्द अपाहिज(रघुवीर सहाय) रचना परिचय- रघुवीर सहाय की ’कैमरे में बन्द अपाहिज’ कविता उनके ’लोग भूल गये हैं’ काव्य-संग्रह से संकलित है। इसमें शारीरिक चुनौती को झेलते व्यक्ति से टेलीविजन-कैमरे के …
कैमरे में बन्द अपाहिज – Kaimare Mein Band Apaahij || व्याख्या सहित || रघुवीर सहाय Read More »