कविता

कैमरे में बन्द अपाहिज – Kaimare Mein Band Apaahij || व्याख्या सहित || रघुवीर सहाय

कैमरे में बन्द अपाहिज

आज के आर्टिकल में रघुवीर सहाय की चर्चित कविता कैमरे में बन्द अपाहिज(Kaimare Mein Band Apaahij) की व्याख्या को समझाया गया है  कैमरे में बन्द अपाहिज(रघुवीर सहाय) रचना परिचय- रघुवीर सहाय की ’कैमरे में बन्द अपाहिज’ कविता उनके ’लोग भूल गये हैं’ काव्य-संग्रह से संकलित है। इसमें शारीरिक चुनौती को झेलते व्यक्ति से टेलीविजन-कैमरे के …

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गीत-फरोश || भवानीप्रसाद मिश्र || नयी कविता || आधुनिक काल

geet farsoh kavita गीत फरोश

गीत-फरोश मिश्र जी का प्रथम काव्य संकलन है। इसकी अधिकांश कविताएँ प्रकृति के रूप वर्णन से सम्बन्धित हैं। इसके अतिरिक्त सामाजिकता और राष्ट्रीय भावना से युक्त कविताएँ भी हैं। ’गीतफरोश’ इस संकलन की प्रतिनिधि कविता है। गीत-फरोश –  Geet Farosh (भवानीप्रसाद मिश्र) जी हाँ हुजूर, मैं गीत बेचता हूँ, मैं तरह-तरह के गीत बेचता हूँ, …

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कविता के बहाने – Kavita ke Bahane || कविता व्याख्या सहित || कुंवर नारायण

Kavita ke bahane

आज के आर्टिकल में कुंवर नारायण द्वारा लिखित कविता कविता के बहाने (Kavita ke bahane) की व्याख्या को समझाया गया है | कविता के बहाने (Kavita ke bahane) रचना-परिचय- ’इन दिनों’ काव्य-संग्रह से संकलित कविता ’कविता के बहाने’ में बताया गया है कि आज यान्त्रिकता के दबाव के कारण कविता का अस्तित्व मिट सकता है। …

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बात सीधी थी पर – Baat Seedhi Thi Par || कविता व्याख्या सहित || कुवंर नारायण

baat seedhi thi par

आज के इस आर्टिकल में कुंवर नारायण जी की कविता बात सीधी थी पर(Baat seedhi thi par) की व्याख्या को समझाया गया है | बात सीधी थी पर (Baat seedhi thi par) रचना-परिचय- इस कविता में कथ्य के माध्यम से द्वन्द्व को उकेरते हुए भाषा की सहजता की बात की गई है। कवि का कहना …

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भारत माता-कविता व्याख्या || सुमित्रानंदन पन्त

भारत माता

आज की पोस्ट में हम सुमित्रानंदन पन्त(Sumitranandan Pant) की चर्चित कविता भारत माता (Bhart mata ) की व्याख्या पढेंगे | सुमित्रानन्दन पंत(Sumitranandan Pant) भारत माता  ग्रामवासिनी! खेतों में फैला है श्यामल, धूल भरा मैला सा आँचल, गंगा यमुना में आँसू जल, मिट्टी की प्रतिमा उदासिनी! दैन्य जङित अपलक नत चितवन, अधरों में चिर नीरव रोदन, …

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छाया मत छूना || गिरिजा कुमार माथुर || सम्पूर्ण व्याख्या

छाया मत छूना

आज की इस पोस्ट में हम गिरिजा कुमार माथुर द्वारा रचित छाया मत छूना (Chhaya Mat Chhuna) की सम्पूर्ण व्याख्या विस्तार से पढ़ेंगे तथा इस कविता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेगें । छाया मत छूना रचना-परिचय- ’छाया मत छूना’ कविता में बताया गया है कि जीवन में सुख-दुःख दोनों की उपस्थिति है। विगत सुख …

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मेघ आए || सर्वेश्वर दयाल सक्सेना || सम्पूर्ण व्याख्या

मेघ आए

आज की इस पोस्ट में हम सर्वेश्वर दयाल सक्सेना द्वारा रचित ‘मेघ आए‘(megh aae) की सम्पूर्ण व्याख्या विस्तार से पढ़ेंगे तथा इस कविता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेगें । मेघ आए(सर्वेश्वर दयाल सक्सेना) रचना-परिचय- यहाँ सर्वेश्वर जी की ’मेघ आए’ शीर्षक कविता संकलित है इसमें उन्होंने मेघों के आने की तुलना सजकर आये …

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कार्नेलिया का गीत-चन्द्रगुप्त नाटक गीत -जयशंकर प्रसाद

कार्नेलिया का गीत

आज की पोस्ट में जयशंकर प्रसाद के नाटक में लिखा गए गीत कार्नेलिया का गीत (Karneliya ka geet) की व्याख्या समझाई गयी है | ’कार्नेलिया का गीत’ प्रसाद के प्रसिद्ध नाटक ’चंद्रगुप्त’ का एक प्रसिद्ध गीत है। सिकन्दर के सेनापति सिल्यूकस की पुत्री कार्नेलिया सिंधू नदी के किनारे ग्रीक शिविर के पास एक वृक्ष के …

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आत्मकथ्य कविता – Atmkathy Kavita || व्याख्या || जयशंकर प्रसाद

आत्मकथ्य कविता ( व्याख्या)

आज की पोस्ट में जयशंकर प्रसाद जी की चर्चित आत्मकथ्य कविता(Atmkathy Kavita) के सार व भावार्थ को दिया गया है ,ताकि आप इस कविता का भाव जान सको | आत्मकथ्य कविता(Atmkathy Kavita)जयशंकर प्रसाद ⇒आत्मकथ्य कविता सार- ’आत्मकथ्य’ कविता में प्रसाद जी ने आत्मकथा लेखन के विषय में अपनी मनोभावनाएँ व्यक्त की है। प्रसाद जी के …

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