Questions

प्रतीप अलंकार किसे कहतें है?

प्रतीप अलंकार किसे कहतें है? प्रतीप का तात्पर्य होता है उल्टा या विपरीत। यहाँ उपमा का उलटा रूप दिखाया जाता है। जहाँ पर प्रसिद्ध उपमान को उपमेय और उपमेय को उपमान सिद्ध करके चमत्कारपूर्वक उपमेय या उपमान की उत्कृष्टता दिखायी जाती है, वहाँ पर प्रतीप अलंकार(Prateep Alankar) होता है। उदाहरण – ’चंद्र-सा मुख है’ तो …

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काव्य के कितने गुण होते हैं?

काव्य के कितने गुण होते हैं? उत्तर  – काव्य के सौंदर्य को बढ़ाने वाले या उत्कर्षक तत्त्वों को काव्य गुण कहा जाता है। काव्य के मुख्यतया तीन गुण होते है काव्य गुण भेद: प्रसाद ओज माधुर्य प्रसाद गुण – Prasad Gun प्रसाद का शाब्दिक अर्थ – स्वच्छता ,स्पष्टता और निर्मलता। ऐसी काव्य रचना जिसको पढ़ते …

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काव्य रीति क्या है?

काव्य रीति क्या है? ‘रीति’ शब्द ‘री’ धातु में ‘क्तिन’ प्रत्यय के योग से निर्मित है, जिसका अर्थ है मार्ग, प्रणाली या पद्धति । ‘री’ धातु जाने या गति करने के अर्थ में प्रयुक्त होती है । रीति शब्द की व्युत्पत्ति है;’ रीयते अनेनेति रीति’ अर्थात जिस मार्ग से गमन किया जाए वही रीति है …

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