• Home
  • PDF Notes
  • Videos
  • रीतिकाल
  • आधुनिक काल
  • साहित्य ट्रिक्स
  • आर्टिकल

हिंदी साहित्य चैनल

  • Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • Home
  • PDF NOTES
  • VIDEOS
  • कहानियाँ
  • व्याकरण
  • रीतिकाल
  • हिंदी लेखक
  • कविताएँ
  • Web Stories

समवाय शिक्षण विधि – हिंदी शिक्षण विधि

Author: केवल कृष्ण घोड़ेला | On:24th May, 2022| Comments: 0

Tweet
Share37
Pin
Share
37 Shares

आज की पोस्ट में हम हिंदी शिक्षण विधियों में समवाय शिक्षण विधि(Samvay Shikshan Vidhi) के बारे में चर्चा करेंगे ,आप इसे अच्छे से पढ़ें 

समवाय शिक्षण विधि

Table of Contents

  • समवाय शिक्षण विधि
    • समवाय विधि को समझें –
    • समवाय विधि के सिद्धान्त –
    • समवाय के प्रकार
      • लम्बीय सहसम्बन्ध:
      • क्षैतिज सहसम्बन्ध:

समवाय का अर्थ है – साथ-साथ अर्थात् दो तत्वों का एक साथ चलना। इस विधि में सभी विधाओं का अध्ययन एक साथ कराया जाता है। इसलिए इसे समवाय विधि कहते है। यह विधि भाषा संसर्ग विधि का ही दूसरा रूप है।

इसमें व्याकरण की शिक्षा लम्बीय समवाय के द्वारा दी जाती है, यह संबंध सहसंबंध की परिकल्पना सबसे पहले हरबर्ट महोदय ने की थी। यह विधि पूर्व ज्ञान का नवीन ज्ञान से सम्बन्ध स्थापित करती है।

समवाय विधि को समझें –

जैसे – अध्यापक गद्य का कोई पाठ पढ़ा रहा है और उसके बीच में व्याकरण का कोई बिन्दु आ गया तो अध्यापक वहीं पर उसे व्याकरण का ज्ञान सीखाएगा या अन्य इससे संबंधी कोई बात आ गई तो साथ ही चर्चा की जाती है।

इस विधि में तारतम्यता नहीं रहती क्योंकि अध्यापक पद्य पढ़ा रहा है और बीच में व्याकरण पढ़ाने चले तो बच्चों का ध्यान व्याकरण पर हो जाता है। तो बालक न तो पद्य पाठ पढ़ पाता है न व्याकरण। इससे विद्यार्थियों का ध्यान भंग हो जाता है और किसी भी विषय का अधिगम नहीं कर पाते हैं।

1. इसे सहयोग विधि के नाम से जाना जाता है।
2. इस विधि में मौखिक या लिखित कार्य कराते समय गद्य शिक्षण कराते समय या रचना शिक्षण कराते समय प्रसंगिक रूप से व्याकरण के नियमों की जानकारी की जाती है।
3. व्याकरण की व्यावहारिक शिक्षा देने के लिए यह एक स्वाभाविक और रूचिकर विधि है।

4. परन्तु इसमें व्याकरण की नियमित शिक्षा नहीं दी जाती है।
5. इसमें व्याकरण के नियमों का तार्किक एवं व्यवस्थित ज्ञान नहीं दिया जाता है।
6. मूल पाठ से भटक जाने का क्षय रहता है।

समवाय विधि के सिद्धान्त –

  • हरबर्ट का संप्रत्यात्मकता का सिद्धान्त
  • हरबर्ट का सहसम्बन्ध का सिद्धान्त
  • जिल्लर का केन्द्रीकरण का सिद्धान्त
  • फ्राॅबेल की जीवन केन्द्रित शिक्षा
  • डिवी का सामंजस्यीकरण का सिद्धान्त
  • गांधी जी का समवाय का सिद्धान्त।

समवाय के प्रकार

लम्बीय सहसम्बन्ध:

एक विषय का उसी विषय के साथ सम्बन्ध स्थापित करना।

क्षैतिज सहसम्बन्ध:

एक विषय का अन्य विषय के साथ सम्बन्ध स्थापित करना।
गुण:
1. इस विधि में व्याकरण की कक्षा अलग से नहीं लगानी पङती।
2. एक अध्यापक से ही अध्यापन सम्भव हो जाता है व समय की बचत होती है।
दोष:
1. यह विधि किसी भी विषय का सटीक ज्ञान कराने में सक्षम नहीं।
2. विद्यार्थियों का ध्यान केन्द्रित नहीं रहता व विषय की तारतम्यता।
3. भाषा के कौशलों का पूर्ण विकास कराने में सक्षम नहीं और न ही भाषा की पूरी जानकारी करवाती है।

ये भी जरूर पढ़ें⇓⇓⇓

  • शिक्षण कौशल
  • अभिक्रमित अनुदेशन विधि 
  • अनुकरण शिक्षण विधि 
  • पर्यवेक्षित अध्ययन विधि
  • सूक्ष्म शिक्षण विधि 
  • इकाई शिक्षण विधि 
Tweet
Share37
Pin
Share
37 Shares
Previous Post
Next Post

Reader Interactions

ये भी पढ़ें

  • My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register

    My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register

  • First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF

    First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF

  • Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game

    Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Subscribe Us Now On Youtube

Search

सम्पूर्ण हिंदी साहित्य पीडीऍफ़ नोट्स और 5000 वस्तुनिष्ठ प्रश्न मात्र 100रु

सैकंड ग्रेड हिंदी कोर्स जॉइन करें

ट्विटर के नए सीईओ

टेलीग्राम चैनल जॉइन करें

Recent Posts

  • द्वन्द्व समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Dwand samas
  • द्विगु समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Dvigu Samas
  • NTA UGC NET Hindi Paper 2022 – Download | यूजीसी नेट हिंदी हल प्रश्न पत्र
  • My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register
  • First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF
  • Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game
  • कर्मधारय समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Karmadharaya Samas
  • Rush Apk Download – Latest Version App, Login, Register
  • AJIO App Download – Latest Version Apk, Login, Register
  • अव्ययीभाव समास – परिभाषा, भेद और उदाहरण || Avyayibhav Samas

Categories

  • All Hindi Sahitya Old Paper
  • App Review
  • General Knowledge
  • Hindi Literature Pdf
  • hindi sahitya question
  • Motivational Stories
  • NET/JRF टेस्ट सीरीज़ पेपर
  • NTA (UGC) NET hindi Study Material
  • Uncategorized
  • आधुनिक काल साहित्य
  • आलोचना
  • उपन्यास
  • कवि लेखक परिचय
  • कविता
  • कहानी लेखन
  • काव्यशास्त्र
  • कृष्णकाव्य धारा
  • छायावाद
  • दलित साहित्य
  • नाटक
  • प्रयोगवाद
  • मनोविज्ञान महत्वपूर्ण
  • रामकाव्य धारा
  • रीतिकाल
  • रीतिकाल प्रश्नोत्तर सीरीज़
  • विलोम शब्द
  • व्याकरण
  • शब्दशक्ति
  • संतकाव्य धारा
  • संधि
  • समास
  • साहित्य पुरस्कार
  • सुफीकाव्य धारा
  • हालावाद
  • हिंदी डायरी
  • हिंदी पाठ प्रश्नोत्तर
  • हिंदी साहित्य
  • हिंदी साहित्य क्विज प्रश्नोतर
  • हिंदी साहित्य ट्रिक्स
  • हिन्दी एकांकी
  • हिन्दी जीवनियाँ
  • हिन्दी निबन्ध
  • हिन्दी रिपोर्ताज
  • हिन्दी शिक्षण विधियाँ
  • हिन्दी साहित्य आदिकाल

हमारा यूट्यूब चैनल देखें

Best Article

  • बेहतरीन मोटिवेशनल सुविचार
  • बेहतरीन हिंदी कहानियाँ
  • हिंदी वर्णमाला
  • हिंदी वर्णमाला चित्र सहित
  • मैथिलीशरण गुप्त
  • सुमित्रानंदन पन्त
  • महादेवी वर्मा
  • हरिवंशराय बच्चन
  • कबीरदास
  • तुलसीदास

Popular Posts

Net Jrf Hindi december 2019 Modal Test Paper उत्तरमाला सहित
आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya
तुलसीदास का जीवन परिचय || Tulsidas ka jeevan parichay
रामधारी सिंह दिनकर – Ramdhari Singh Dinkar || हिन्दी साहित्य
Ugc Net hindi answer key june 2019 || हल प्रश्न पत्र जून 2019
Sumitranandan pant || सुमित्रानंदन पंत कृतित्व
Suryakant Tripathi Nirala || सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

Footer

हिंदी व्याकरण

 वर्ण विचार
 संज्ञा
 सर्वनाम
 क्रिया
 वाक्य
 पर्यायवाची
 समास
 प्रत्यय
 संधि
 विशेषण
 विलोम शब्द
 काल
 विराम चिह्न
 उपसर्ग
 अव्यय
 कारक
 वाच्य
 शुद्ध वर्तनी
 रस
 अलंकार
 मुहावरे लोकोक्ति

कवि लेखक परिचय

 जयशंकर प्रसाद
 कबीर
 तुलसीदास
 सुमित्रानंदन पंत
 रामधारी सिंह दिनकर
 बिहारी
 महादेवी वर्मा
 देव
 मीराबाई
 बोधा
 आलम कवि
 धर्मवीर भारती
मतिराम
 रमणिका गुप्ता
 रामवृक्ष बेनीपुरी
 विष्णु प्रभाकर
 मन्नू भंडारी
 गजानन माधव मुक्तिबोध
 सुभद्रा कुमारी चौहान
 राहुल सांकृत्यायन
 कुंवर नारायण

कविता

 पथिक
 छाया मत छूना
 मेघ आए
 चन्द्रगहना से लौटती बेर
 पूजन
 कैदी और कोकिला
 यह दंतुरित मुस्कान
 कविता के बहाने
 बात सीधी थी पर
 कैमरे में बन्द अपाहिज
 भारत माता
 संध्या के बाद
 कार्नेलिया का गीत
 देवसेना का गीत
 भिक्षुक
 आत्मकथ्य
 बादल को घिरते देखा है
 गीत-फरोश
Copyright ©2020 HindiSahity.Com Sitemap Privacy Policy Disclaimer Contact Us