प्रयोगवाद

हिंदी साहित्य में आधुनिक काल के अंतर्गत हम प्रयोगवाद की चर्चा करेंगे ,व महत्त्वपूर्ण तथ्यों को पढेंगे

प्रयोगवाद की प्रमुख विशेषताएँ – Prayogvad ki Visheshta

प्रयोगवाद की प्रमुख विशेषताएँ

आज के आर्टिकल में हम हिंदी साहित्य में आधुनिक काल के अंतर्गत प्रयोगवाद की प्रमुख विशेषताएँ (Prayogvad ki Visheshta) पढेंगे। प्रयोगवाद की प्रमुख विशेषताएँ – Prayogvad ki Visheshta भावुकता तथा बौद्धिकता का संश्लेषणः- प्रयोगवादी कविता में न तो छायावादी काव्य के जैसी वायवीयता, अति भावुकता एवं कल्पना है और न ही प्रगतिवाद की तरह किसी …

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प्रयोगवाद महत्त्वपूर्ण तथ्य-हिंदी साहित्य का इतिहास

प्रयोगवाद महत्त्वपूर्ण तथ्य

प्रयोगवाद महत्त्वपूर्ण तथ्य 🔷साम्यवाद व मार्क्सवाद दृष्टि से ओतप्रोत साहित्य धारा प्रगतिवाद के पश्चात हिंदी साहित्य में प्रयोगवाद का उदय हुआ । ⋅🔷 छायावादोत्तर काल की वह काव्य धारा जिसमें काव्य के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग किए गए प्रयोगवाद के नाम से जानी जाती है । 🔷 सच्चिदानंद हीरानंद वात्सायन अज्ञेय को प्रयोगवाद का प्रवर्तक …

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