दोस्तो आज की पोस्ट में नागमती वियोग खण्ड (nagmati viyog khand)की महत्वपूर्ण व्याख्या दी गयी है इसमे वही टॉपिक दिये गए है जो परीक्षा की हिसाब से उपयोगी है नागमती वियोग खण्ड(Nagmati viyog khand) महत्त्वपूर्ण व्याख्या और तथ्य नागमती का विरह वर्णन जायसी के विरहाकुल हृदय की गहन अनुभूति का सर्वाधिक मार्मिक-चित्रण नागमती के विरह-वर्णन […]
सुफीकाव्य धारा
मलिक मुहम्मद जायसी

मलिक मुहम्मद जायसी जीवन परिचय (Malik Muhammad Jayasi) मलिक मुहम्मद जायसी जीवनकाल – 1492-1542 ई. जन्म स्थल – जायस (अमेठी, उत्तरप्रदेश) गुरु – शेख मोहिदी, शेखबुरहान, सैय्यद अहमद सूफी संप्रदाय – मेहदवी संप्रदाय – रामपूजन तिवारी एवं रामखेलावन पाण्डेय के अनुसार चिश्तिया संप्रदाय – रामचंद्र शुक्ल एवं परशुराम चतुर्वेदी के अनुसार 🔸 इस महाकाव्य में […]
भक्तिकाल में सूफीकाव्य धारा की विशेषताएं

आज के आर्टिकल में हम हिंदी साहित्य के इतिहास के अंतर्गत भक्तिकाल में सूफीकाव्य धारा की विशेषताएं पढेंगे ,इससे जुड़े महत्त्वपूर्ण तथ्य जानेंगे । भक्तिकाल में सूफीकाव्य धारा की विशेषताएं भक्तिकाल में सूफीकाव्य धारा की विशेषताएं सूफी काव्यधारा की विशेषताएँः- (क) भावगत विशेषताएँ- ✔️ सूफी दर्शन ने इस्लाम की पारम्परिक धारणा में संशोधन करते हुए ’’तसत्वुफ’’ […]
सूफ़ीकाव्य रचनाएँ क्रमानुसार

सूफ़ीकाव्य रचनाएँ क्रमानुसार सूफ़ी काव्य : काल क्रमानुसार असाइत – हंसावली 1370 ई. (रा. वर्मा ने प्रथम राजस्थानी प्रेमाख्यान माना) मुल्ला दाऊद – चंदायन 1380 ई. (रामकुमार वर्मा ने प्रथम सुफी प्रेमाख्यान माना ) ईश्वरदास -सत्यवती कथा 1501 ई. कुतुबन – मृगावती 1503 ई. मलिक मुहम्मद जायस-पद्मावत 1540 ई. आख़िरी कलाम, अखरावट मंझन – मधुमालती […]
सूफ़ीकाव्य महत्वपूर्ण तथ्य – हिंदी साहित्य
सूफ़ीकाव्य महत्वपूर्ण तथ्य 1 आचार्य शुक्ल ने नूर मोहम्मद कृत इंद्रावती को सूफी आख्यान काव्यों की अखंडित परंपरा की समाप्ति माना है नूर मुहम्मद ने अनुराग बांसुरी में चौपाइयों के बीच बीच में इन्होंने दोहे न रखकर बरवै रखें है पद्मावत का नागमती वियोग खंड हिंदी साहित्य की अनुपम निधि है मलिक मुहम्मद जायसी की […]