• मुख्यपृष्ठ
  • पीडीऍफ़ नोट्स
  • साहित्य वीडियो
  • कहानियाँ
  • हिंदी व्याकरण
  • रीतिकाल
  • हिंदी लेखक
  • हिंदी कविता
  • आधुनिक काल
  • साहित्य ट्रिक्स
  • हिंदी लेख
  • आर्टिकल

हिंदी साहित्य चैनल

  • Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • 🏠 मुख्यपृष्ठ
  • पीडीऍफ़ नोट्स
  • साहित्य वीडियो
  • रीतिकाल
  • आधुनिक काल
  • साहित्य ट्रिक्स
  • आर्टिकल

hindi sahitya || हिंदी साहित्य की प्रमुख पंक्तियाँ|| hindi literature

Author: केवल कृष्ण घोड़ेला | On:5th May, 2019| Comments: 1

हिंदी साहित्य की प्रमुख पंक्तियाँ(hindi sahitya kee pramukh panktiyaan)

Table of Contents

  • हिंदी साहित्य की प्रमुख पंक्तियाँ(hindi sahitya kee pramukh panktiyaan)
    • hindi sahitya || हिंदी साहित्य की प्रमुख पंक्तियाँ|| hindi literature
        • ऐसी समास की पोस्ट नही पढ़ी होगी आपने .. जरूर पढ़ें 

हिंदी मित्रो आज की  पोस्ट में हिंदी साहित्य(hindi sahitya) की महत्वपूर्ण पंक्तियाँ शामिल की गयी है इसमें से हर परीक्षा में एक दो पंक्तियाँ आपको जरूर मिलेगी।

hindi sahitya || हिंदी साहित्य की प्रमुख पंक्तियाँ|| hindi literature

 

1. मो सम कौन कुटिल खलकामी सूरदास
2. यह प्रेम को पंथ कराल महा तरवारि की धार पर धावनो है बोधा
3. माधव हम परिनाम निरासा विद्यापति
4. हरि हू राजनीति पढ़ि आए सूरदास
5. भरोसो दृढ़ इन चरनन केरो सूरदास
6. इन मुसलमान जनन पर कोटिन हिंदू बारिह भारतेंदु
7. खुल गए छंद के बंध पंत
8. तुलसी का सारा काव्य समन्वय की विराट चेष्टा है हजारीप्रसाद द्विवेदी
9. धुनि ग्रमे उत्पन्नों, दादू योगेंद्रा महामुनि रज्जब
10. काव्य आत्मा की संल्पनात्मक अनुभूति है जयशंकर प्रसाद
11. प्रभु जी तुम चंदन हम पानी रैदास
12. सखा श्रीकृष्ण के गुलाम राधा रानी के भारतेंदु
13. देखे मुख भावै अनदेखे कमल चंद


ताते मुख मुरझे कमला न चंद

केशवदास
14. एक नार नक अचरज किया

साँप मार पिंजरे में दिया

खुसरो
15. केशव कहि न जादु का कहिए तुलसीदास
16. देसिल बअना सब इन मिट्ठा

      तै तैसन जपऔ अवहठ्ठा

विद्यापति
17. पुष्टिमार्ग का जहाज जात है सो

      जाको कछु लेना हो सो लेउ

विट्ठलनाथ
18. जाहि मन पवन न संचरई

      रवि ससि नहिं पवेस

सरहपा
19. यदि प्रबंध काव्य एक विस्तृत वनस्थली है तो मुक्तक     चुना  हुआ गुलदस्ता आचार्य शुक्ल
20. अवधू रहिया हाटे वाटे रूप बिरष की छाया

  तजिबा काम क्रोध लोभ मोह संसार की माया

गोरखनाथ
21. राजनीति का प्रश्न नहीं रे आज

  जगत के सम्मुख एक वृहत सांस्कृतिक समस्या जग के             निकट उपस्थित

पंत
22. भल्ला हुआ जु मारिया बहिणि म्हारा कंतु

     लज्जेयं तु वयंसिअहू जइ मग्गा घरु संतु

हेमचंद्र
23. निराला से बढ़कर स्वच्छंदतावादी कवि हिंदी में कोई नहीं है हजारीप्रसाद द्विवेदी
24. पुस्तक जल्हण हाथ दै चलि गज्जन नृप काज चंदबरदाई
25. छोङो मत यह सुख का कण है जयशंकर प्रसाद
26. मनहु कला ससभान कला सोलह सो बन्निय चंदबरदाई
27. प्रयोगवाद बैठे-ठाले का धंधा है नंददुलारे वाजपेयी
28. बारह बरस लौं कूकर जिए, अरू तेरह लै जिए सियार

    बरिस अठारह छत्री जिए, आगे जीवन को धिक्कार

जगनिक
29. यदि इस्लाम न भी आया होता तो भी भक्ति साहित्य का         बारह आना वैसा ही होता जैसा आज हजारीप्रसाद द्विवेदी
30. गोरख जगायो जोग भगति भगायो लोग तुलसीदास (कवितावली से)
31. साहित्य जनसमूह के हृदय का विकास है बालकृष्ण भट्ट
32. झिलमिल झगरा झूलते बाकी रही न काहु

    गोरख अटके कालपुर कौन कहावै साहु

कबीर
33. भारतवर्ष का लोकनायक वही हो सकता है जो समन्वय       करने का अपार धैर्य लेकर आया हो हजारीप्रसाद द्विवेदी
34. दशरथ सुत तिहुँ लोक बखाना

    राम नाम का मरम है आना

कबीर
35. मैं मजदूर हूँ, मजदूरी किए बिना मुझे भोजन करने का     अधिकार नहीं प्रेमचंद
36. अजगर करे न चाकरी पंछी करे न काम मलूकदास
37. सूर अपनी आँखों से वात्सल्य का कोना-कोना झाँक आए है रामचंद्र शुक्ल
38. विक्रम धँसा प्रेम का बारा

   सपनावती कहँ गयऊ पतारा

मंझन (मधुमालती से)
39. उत्तर अपभ्रंश ही पुरानी हिंदी है चंद्रधर शर्मा गुलेरी
40. कब घर में बैठे रहैं, नाहिंन हाट बाजार

   मधुमालती, मृगावती पोथी दोउ उचार

बनारसीदास जैन
41. बालचंद बिज्जावइ भाषा, नहिंन

    दुहु नहिं लग्गई दुज्जन हासा

विद्यापति
42. मुझको क्या तू ढूँढ़े बंदे

     मैं तो तेरे पास में

कबीर
43. बलंदीप देखा अँगरेजा, तहाँ जाई जेही कठिन करेजा उसमान (चित्रावली में)
44. सूरतिय, नरतिय, नागतिय, सब चाहत अस होय

    गोद लिए हुलसी फिरैं तुलसी सो सुत होय

रहीम
45. कहा करौ बैकुंठहिं जाय

    जहाँ नहिं नंद, जहाँ न जसोदा, नहिं जहँ गोपी, ग्वाल न गाय

परमानंद दास
46. जाके प्रिय न राम वैदेही

   सो नर तजिए कोटि बैरी सम यद्यपि परम सनेही

तुलसीदास (विनयपत्रिका से)
47. जदपि सुजाति सुलच्छनी सुबरन सरस सुवतृ

    भूषण बिनु न विराजई कविता बनिता मित्त

केशवदास
48. आँखिन मूँदिबे के मिस आनि

    अचानक पीठि उरोज लगावै

मतिराम
49. अभिधा उत्तम काव्य है मध्य लक्षणा तीन

    अधम व्यंजना रस विरस, उलटी कहत नवीन

देव
50. भले बुरे सम, जौ लौं बोलत नाहिं

    जानि परत हैं काक पिक, ऋतु बसंत के माहिं

वृंद
51. नेही महा ब्रजभाषा प्रवीन और संदरतानि के भेद को जानै ब्रजनाथ
52. एक सुभान कै आनन पै कुरबान जहाँ लगि रूप जहाँ को बोधा
53. आठ मास बीते जजमान

    अब तो करो दच्छिना दान

प्रतापनारायण मिश्र
54. साखी सबदी दोहरा, कहि कहिनी उपखान

    भगति निरूपहिं निन्दहिं बेद पुरान

तुलसी
55. निर्गुण ब्रह्म को कियो समाधु

      तब ही चले कबीरा साधु

दादू
56. सब मम प्रिय सब मम उपजाये

     सबतैं अधिक मनुज मोहि भाये

तुलसी
57. पढ़ि कमाय कीन्हों कहा हरे देश कलेश

    जैसे कन्ता घर रहे तैसे रहे विदेस

प्रतापनारायण मिश्र
58. मैं हिंदुस्तान की तूती हूँ, अगर तुम वास्तव में मुझसे कुछ      पूछना चाहते हो तो हिंदवी मेें पूछो अमीर खुसरो
59. मैं मरूँगा सुखी

  मैने जीवन की धज्जियाँ उङाई हैं

अज्ञेय
60. यह सिर नवे न राम कू, नाहीं गिरियो टूट

   आन देव नहिं परसिये, यह तन जायो छूट

चरनदास
61. रुकमिनि पुनि वैसहि मरि गई

    कुलवंती सत सो सति भई

कुतुबन
62. जानत है वह सिरजनहारा, जो किछु है मन मरम हमारा।

    हिंदु मग पर पाँव न राखेऊ, का जो बहुतै हिंदी भाखेऊ

नूरमुहम्मद
63. मो मन गिरिधर छवि पै अटक्यो

    ललित त्रिभंग चाल पै चाल कै, चिबुक चारु गङि ठटक्यो

कृष्णदास
64. संतन को कहा सीकरी सों काम

    आवत जात पनहियाँ टूटी बिसरि गयो हरि नाम

कुंभनदास
65. बसो मेरे नैनन में नंदलाल

    मोहनि मूरत, साँवरि सूरत, नैना बने रसाल

मीराबाई
66. लोटा तुलसीदास को लाख टका को मोल होलराय
67. कुंदन को रंग फीकौ लगे मतिराम
68. अमिय, हलाहल, मदभरे, सेत, स्याम, रतनार

    जियत, मरत, झुकि-झुकि परत, जेहि चितवत एक बार

रसलीन
69. कनक छुरी सी कामिनी काहे को कटि छीन आलम
70 अति सुधौ सनेह को मारग है

   जहँ नैकू सयानपन बाँक नहीं

घनानंद
71. आलम नेवाज सिरताज पातसाहन के

    गाज ते दराज कौन नजर तिहारी है

चंद्रशेखर
72. कलि कुटिल जीव निस्तार हित वाल्मीकि तुलसी भयो नाभादास जी
73. मात पिता जग जाइ तज्यो

    विधिहू न लिख्यो कछु भाल भलाई

तुलसी
74. अपना मस्तक काटिकै बीर हुआ कबीर दादू
75. सो जागी जाके मन में मुद्रा

   रात-दिवस ना करई निद्रा

कबीर
76. पराधीन सपनेहु सुख नाहीं तुलसी
77. काहे री नलिनी तू कम्हलानी

    तेरे ही नालि सरोवर पानी

कबीर
78. काव्य की रीति सीखि सुकवीन सों

      देखी सुनि बहुलोक की बातें

भिखारीदास

 

 

दोस्तो आज की hindi sahitya  टॉपिक में हिन्दी साहित्य की प्रमुख पंक्तियाँ आपको कैसे लगी ,नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें

ये भी अच्छे से जानें ⇓⇓

समास क्या होता है ?

परीक्षा में आने वाले मुहावरे 

सर्वनाम व उसके भेद 

महत्वपूर्ण विलोम शब्द देखें 

विराम चिन्ह क्या है ?

परीक्षा में आने वाले ही शब्द युग्म ही पढ़ें 

पर्यायवाची शब्द 

ऐसी समास की पोस्ट नही पढ़ी होगी आपने .. जरूर पढ़ें 

hindi sahitya

Tweet
Share
Pin
Share
0 Shares
केवल कृष्ण घोड़ेला

Published By: केवल कृष्ण घोड़ेला

आप सभी का हिंदी साहित्य की इस वेबसाइट पर स्वागत है l यहाँ पर आपको हिंदी से सम्बंधित सभी जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी l हम अपने विद्यार्थियों के पठन हेतु सतर्क है l और हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते है l धन्यवाद !

Previous Post
Next Post

Reader Interactions

ये भी पढ़ें

  • Matiram Ka Jivan Parichay | मतिराम का जीवन परिचय – Hindi Sahitya

    Matiram Ka Jivan Parichay | मतिराम का जीवन परिचय – Hindi Sahitya

  • रीतिकाल कवि देव का जीवन परिचय – Biography Of Dev in Hindi

    रीतिकाल कवि देव का जीवन परिचय – Biography Of Dev in Hindi

  • Meera Bai in Hindi – मीराबाई का जीवन परिचय – Hindi Sahitya

    Meera Bai in Hindi – मीराबाई का जीवन परिचय – Hindi Sahitya

Comments

  1. AvatarPawan Sah says

    05/05/2019 at 1:26 PM

    बहुत अच्छा सर

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Hindi Sahitya PDF Notes

Search

Recent Posts

  • Utpreksha Alankar – उत्प्रेक्षा अलंकार, परिभाषा || परीक्षोपयोगी उदाहरण
  • अनुप्रास अलंकार – अर्थ | परिभाषा | उदाहरण | हिंदी काव्यशास्त्र
  • रेवा तट – पृथ्वीराज रासो || महत्त्वपूर्ण व्याख्या सहित
  • Matiram Ka Jivan Parichay | मतिराम का जीवन परिचय – Hindi Sahitya
  • रीतिकाल कवि देव का जीवन परिचय – Biography Of Dev in Hindi
  • Meera Bai in Hindi – मीराबाई का जीवन परिचय – Hindi Sahitya
  • सूरदास का जीवन परिचय और रचनाएँ || Surdas
  • उजाले के मुसाहिब – कहानी || विजयदान देथा
  • परायी प्यास का सफर – कहानी || आलमशाह खान
  • हिन्दी उपन्यास – Hindi Upanyas – हिंदी साहित्य का गद्य

Join us

हिंदी साहित्य चैनल (telegram)
हिंदी साहित्य चैनल (telegram)

हिंदी साहित्य चैनल

Categories

  • All Hindi Sahitya Old Paper
  • Hindi Literature Pdf
  • hindi sahitya question
  • Motivational Stories
  • NET/JRF टेस्ट सीरीज़ पेपर
  • NTA (UGC) NET hindi Study Material
  • Uncategorized
  • आधुनिक काल साहित्य
  • आलोचना
  • उपन्यास
  • कवि लेखक परिचय
  • कविता
  • कहानी लेखन
  • काव्यशास्त्र
  • कृष्णकाव्य धारा
  • छायावाद
  • दलित साहित्य
  • नाटक
  • प्रयोगवाद
  • मनोविज्ञान महत्वपूर्ण
  • रामकाव्य धारा
  • रीतिकाल
  • रीतिकाल प्रश्नोत्तर सीरीज़
  • व्याकरण
  • शब्दशक्ति
  • संतकाव्य धारा
  • साहित्य पुरस्कार
  • सुफीकाव्य धारा
  • हालावाद
  • हिंदी डायरी
  • हिंदी साहित्य
  • हिंदी साहित्य क्विज प्रश्नोतर
  • हिंदी साहित्य ट्रिक्स
  • हिन्दी एकांकी
  • हिन्दी जीवनियाँ
  • हिन्दी निबन्ध
  • हिन्दी रिपोर्ताज
  • हिन्दी शिक्षण विधियाँ
  • हिन्दी साहित्य आदिकाल

Footer

Keval Krishan Ghorela

Keval Krishan Ghorela
आप सभी का हिंदी साहित्य की इस वेबसाइट पर स्वागत है. यहाँ पर आपको हिंदी से सम्बंधित सभी जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी. हम अपने विद्यार्थियों के पठन हेतु सतर्क है. और हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते है. धन्यवाद !

Popular Posts

Net Jrf Hindi december 2019 Modal Test Paper उत्तरमाला सहित
आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya
Tulsidas ka jeevan parichay || तुलसीदास का जीवन परिचय || hindi sahitya
Ramdhari Singh Dinkar || रामधारी सिंह दिनकर || हिन्दी साहित्य
Ugc Net hindi answer key june 2019 || हल प्रश्न पत्र जून 2019
Sumitranandan pant || सुमित्रानंदन पंत कृतित्व
Suryakant Tripathi Nirala || सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

जीवन परिचय

  1. मैथिलीशरण गुप्त
  2. सुमित्रानंदन पन्त
  3. महादेवी वर्मा
  4. हरिवंशराय बच्चन
  5. कबीरदास
  6. तुलसीदास

Popular Pages

हिंदी साहित्य का इतिहास-Hindi Sahitya ka Itihas
Premchand Stories Hindi || प्रेमचंद की कहानियाँ || pdf || hindi sahitya
Hindi PDF Notes || hindi sahitya ka itihas pdf
रीतिकाल हिंदी साहित्य ट्रिक्स || Hindi sahitya
Copyright ©2020 HindiSahity.Com Sitemap Privacy Policy Disclaimer Contact Us