• Home
  • PDF Notes
  • Videos
  • रीतिकाल
  • आधुनिक काल
  • साहित्य ट्रिक्स
  • आर्टिकल

हिंदी साहित्य चैनल

  • Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • Home
  • PDF NOTES
  • VIDEOS
  • कहानियाँ
  • व्याकरण
  • रीतिकाल
  • हिंदी लेखक
  • कविताएँ
  • Web Stories

हरबर्टीय विधि || हिंदी शिक्षण विधि

Author: केवल कृष्ण घोड़ेला | On:5th Jun, 2022| Comments: 2

Tweet
Share1
Pin
Share
1 Shares

आज की पोस्ट में हिंदी शिक्षण विधियों में हम हरबर्टीय विधि की चर्चा करेंगे और इसे अच्छे से समझेंगे …आप इसे अच्छे से तैयार करें

हरबर्टीय विधि

हरबर्टीय विधि –  हरबर्ट की पंचपदी विधि

Table of Contents

  • हरबर्टीय विधि –  हरबर्ट की पंचपदी विधि
  • विधि:
  • प्रस्तावना-
  • प्रस्तुतीकरण-
  • तुलना का सहयोग-
  • सामान्यीकरण-
  • प्रयोग-

⇒हरबर्ट की पाठ योजना प्राचीनतम पाठ योजनाओं में से एक है। इस पाठ योजना के जन्मदाता प्रसिद्ध शिक्षाशास्त्री हरबर्ट है। प्रो. हरबर्ट की अधिगम के संबंध में यह धारणा है कि प्रत्येक छात्र बाहर से मिलने वाले ज्ञान को संचित करता रहता है, यदि नवीन ज्ञान को छोटे-छोटे सोपानों में बाँटकर उसे पूर्व संचित ज्ञान से संबंधित करके पढ़ाया जाये तो छात्र उसे अधिक शीघ्रता एवं सुगमता से ग्रहण करता है।

हरबर्ट पाठ योजना में स्मृति स्तर पर सीखने को अधिक प्रभावशाली माना जाता है। यह पाठ योजना विषय-वस्तु केन्द्रित है। इसमें पाठ के छात्रों के सम्मुख प्रस्तुतीकरण की आधिक महत्वपूर्ण माना जाता है और उस पर अधिक बल दिया जाता है, छात्रों की अपनी आवश्यकताओं, रुचियों, मूल्यों आदि को इसमें अधिक स्थान नहीं दिया जाता है।

हरबर्ट ने कक्षा शिक्षण के लिए सर्वप्रथम निम्न चार पदों का प्रतिपादन किया-

स्पष्टता: तथ्यों व विषयसामग्री को शिक्षार्थी के समक्ष स्पष्टता से प्रस्तुत करना।
सम्बद्ध: प्रस्तुत किए जाने वाले तथ्यों या नवीन ज्ञान को बालक के पूर्व ज्ञान से सम्बद्ध करना।
व्यवस्था: बालक के समक्ष प्रस्तुत किए जाने वाले तथ्यों व नवीन ज्ञान को व्यवस्थित रूप देना।

विधि:

हरबर्ट ने उपर्युक्त चार सोपानों की विवेचना की जिसे उसके शिष्यों/अनुयायियों ने अधिक स्पष्ट व महत्वपूर्ण बनाने का प्रयास किया। उसके शिष्य जिलर ने सर्वप्रथम ‘स्पष्टता’ को दो भागों में विभक्त किया।
(1) प्रस्तावना
(2) प्रस्तुतीकरण
हरबर्ट के एक अन्य शिष्य राइन ने इनमें एक उपकथन और जोड़ा, वह था- ‘उद्देश्य’। इस परिवर्तन के बाद प्रथम दो पद इस प्रकार हो गए-
(1) (अ) प्रस्तावना
(ब) उद्देश्य कथन
(2) प्रस्तुतीकरण
इसके बाद हरबर्ट के अनुयायियों ने हरबर्ट के शेष तीन पदो के नामों में भी इस प्रकार परिवर्तन कर दिए-
सम्बद्ध- तुलना
व्यवस्था- सामान्यीकरण

विधि- प्रयोग

इस प्रकार हरबर्ट के शिक्षण पद अन्तिम रूप से इस प्रकार है-
(1) (अ) प्रस्तावना
(ब) उद्देश्य कथन
(2) प्रस्तुतीकरण
(3) तुलना
(4) सामान्यीकरण
(5) प्रयोग

प्रस्तावना-

वर्तमान पाठ को पढ़ने के लिए छात्र को मानसिक तैयारी करना इस चरण के अन्तर्गत है। प्रस्तावना में अध्यापक दो या तीन प्रश्नों के द्वारा छात्रों से उत्तर लेकर यह निकलवाने का प्रयास करता है कि आज कक्षा में उसे क्या पढ़ाया जाने वाला है। प्रसंग का ज्ञान कराकर वस्तुतः छात्र के पूर्वज्ञान को नवीन ज्ञान से सम्बद्ध करने का प्रयास प्रस्तावना में किया जाता है। पाठ की सफलता बहुत हद तक एक अच्छी प्रस्तावना पर निर्भर करती है।

प्रस्तुतीकरण-

सम्पूर्ण पाठ को दो या तीन खण्डों में विभक्त कर छात्रों के सम्मुख इस प्रकार प्रस्तुत किया जाता है जिससे समग्र पाठ्य-सामग्री उनकी समझ में आ जाए। इसे पाठ का प्रस्तुतीकरण भी कह सकते है। इसके अन्तर्गत शिक्षक के द्वारा किया गया आदर्श वाचन छात्रों का अनुकरण वाचन काठिन्य निवारण एवं केन्द्रिय बोध के प्रश्न प्रस्तुत किये जाते है।

तुलना का सहयोग-

छात्रों के पूर्व संचित ज्ञान एवं वर्तमान नवीन ज्ञान की तुलना की जाती है तथा अन्य विषयों के ज्ञान का स्थानान्तरण भी किया जाता है। भाषा शिक्षण में आने वाली कठिनाइयों का निवारण, व्याख्या, शंका समाधान आदि की अपेक्षा शिक्षक से छात्रों को रहती है। योग्य शिक्षक उपयुक्त उदाहरणों, दृष्टान्तों से विषय को सरल, सुबोध बनाकर प्रस्तुत करता है।

सामान्यीकरण-

विद्यार्थी संचित ज्ञान के आधार पर सामान्य बातों को समझकर उसका सामान्यीकरण करते हैं। गद्य शिक्षक में इस स्तर पर पुनरावृत्ति के प्रश्न जबकि कविता शिक्षण में भाव साम्य की कविताएँ देकर सामान्यीकरण किया जाता है। अपने पूर्व संचित ज्ञान की प्रस्तुत पाठ से तुलना कर विद्यार्थी स्वमान्य सिद्धान्तों का पता (निष्कर्ष) लगाते हैं। व्याकरण के पाठों में सामान्यीकरण विशेष लाभदायी होता है।

प्रयोग-

सीखे हुए नवीन ज्ञान से निर्मित सामान्य बनाकर विद्यार्थियों से उनका प्रयोग भी कराया जाता है। इसके लिए विद्यार्थी को कहा कार्य या गृहकार्य लिखित रूप में करके लाने को कहा जाता है। पढ़ाये गये विषय को विद्यार्थी ने किस सीमा तक समझा है। इसका मुल्यांकन भी इस सोपान में किया जाता है।
हरबर्टीय विधि मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों पर आधारित है। इससे शिक्षण में क्रमबद्धता रहती है। भाषा शिक्षा में ये सोपान अत्यन्त लाभप्रद होते है। विज्ञान शिक्षण के लिए यह विधि उपयोगी नहीं है।

ये भी जरूर देखें 

आगमन विधि 

निगमन विधि भी पढ़ें 

इकाई शिक्षण विधि

Tweet
Share1
Pin
Share
1 Shares
Previous Post
Next Post

Reader Interactions

ये भी पढ़ें

  • My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register

    My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register

  • First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF

    First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF

  • Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game

    Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game

Comments

  1. KUMAWAT SIR AJMER says

    08/05/2022 at 10:05 AM

    Excellent

    Reply
    • केवल कृष्ण घोड़ेला says

      11/05/2022 at 12:05 PM

      धन्यवाद

      Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Subscribe Us Now On Youtube

Search

सम्पूर्ण हिंदी साहित्य पीडीऍफ़ नोट्स और 5000 वस्तुनिष्ठ प्रश्न मात्र 100रु

सैकंड ग्रेड हिंदी कोर्स जॉइन करें

ट्विटर के नए सीईओ

टेलीग्राम चैनल जॉइन करें

Recent Posts

  • द्वन्द्व समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Dwand samas
  • द्विगु समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Dvigu Samas
  • NTA UGC NET Hindi Paper 2022 – Download | यूजीसी नेट हिंदी हल प्रश्न पत्र
  • My 11 Circle Download – Latest Version App, Apk , Login, Register
  • First Grade Hindi Solved Paper 2022 – Answer Key, Download PDF
  • Ballebaazi App Download – Latest Version Apk, Login, Register, Fantasy Game
  • कर्मधारय समास – परिभाषा, उदाहरण, पहचान || Karmadharaya Samas
  • Rush Apk Download – Latest Version App, Login, Register
  • AJIO App Download – Latest Version Apk, Login, Register
  • अव्ययीभाव समास – परिभाषा, भेद और उदाहरण || Avyayibhav Samas

Categories

  • All Hindi Sahitya Old Paper
  • App Review
  • General Knowledge
  • Hindi Literature Pdf
  • hindi sahitya question
  • Motivational Stories
  • NET/JRF टेस्ट सीरीज़ पेपर
  • NTA (UGC) NET hindi Study Material
  • Uncategorized
  • आधुनिक काल साहित्य
  • आलोचना
  • उपन्यास
  • कवि लेखक परिचय
  • कविता
  • कहानी लेखन
  • काव्यशास्त्र
  • कृष्णकाव्य धारा
  • छायावाद
  • दलित साहित्य
  • नाटक
  • प्रयोगवाद
  • मनोविज्ञान महत्वपूर्ण
  • रामकाव्य धारा
  • रीतिकाल
  • रीतिकाल प्रश्नोत्तर सीरीज़
  • विलोम शब्द
  • व्याकरण
  • शब्दशक्ति
  • संतकाव्य धारा
  • संधि
  • समास
  • साहित्य पुरस्कार
  • सुफीकाव्य धारा
  • हालावाद
  • हिंदी डायरी
  • हिंदी पाठ प्रश्नोत्तर
  • हिंदी साहित्य
  • हिंदी साहित्य क्विज प्रश्नोतर
  • हिंदी साहित्य ट्रिक्स
  • हिन्दी एकांकी
  • हिन्दी जीवनियाँ
  • हिन्दी निबन्ध
  • हिन्दी रिपोर्ताज
  • हिन्दी शिक्षण विधियाँ
  • हिन्दी साहित्य आदिकाल

हमारा यूट्यूब चैनल देखें

Best Article

  • बेहतरीन मोटिवेशनल सुविचार
  • बेहतरीन हिंदी कहानियाँ
  • हिंदी वर्णमाला
  • हिंदी वर्णमाला चित्र सहित
  • मैथिलीशरण गुप्त
  • सुमित्रानंदन पन्त
  • महादेवी वर्मा
  • हरिवंशराय बच्चन
  • कबीरदास
  • तुलसीदास

Popular Posts

Net Jrf Hindi december 2019 Modal Test Paper उत्तरमाला सहित
आचार्य रामचंद्र शुक्ल || जीवन परिचय || Hindi Sahitya
तुलसीदास का जीवन परिचय || Tulsidas ka jeevan parichay
रामधारी सिंह दिनकर – Ramdhari Singh Dinkar || हिन्दी साहित्य
Ugc Net hindi answer key june 2019 || हल प्रश्न पत्र जून 2019
Sumitranandan pant || सुमित्रानंदन पंत कृतित्व
Suryakant Tripathi Nirala || सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

Footer

हिंदी व्याकरण

 वर्ण विचार
 संज्ञा
 सर्वनाम
 क्रिया
 वाक्य
 पर्यायवाची
 समास
 प्रत्यय
 संधि
 विशेषण
 विलोम शब्द
 काल
 विराम चिह्न
 उपसर्ग
 अव्यय
 कारक
 वाच्य
 शुद्ध वर्तनी
 रस
 अलंकार
 मुहावरे लोकोक्ति

कवि लेखक परिचय

 जयशंकर प्रसाद
 कबीर
 तुलसीदास
 सुमित्रानंदन पंत
 रामधारी सिंह दिनकर
 बिहारी
 महादेवी वर्मा
 देव
 मीराबाई
 बोधा
 आलम कवि
 धर्मवीर भारती
मतिराम
 रमणिका गुप्ता
 रामवृक्ष बेनीपुरी
 विष्णु प्रभाकर
 मन्नू भंडारी
 गजानन माधव मुक्तिबोध
 सुभद्रा कुमारी चौहान
 राहुल सांकृत्यायन
 कुंवर नारायण

कविता

 पथिक
 छाया मत छूना
 मेघ आए
 चन्द्रगहना से लौटती बेर
 पूजन
 कैदी और कोकिला
 यह दंतुरित मुस्कान
 कविता के बहाने
 बात सीधी थी पर
 कैमरे में बन्द अपाहिज
 भारत माता
 संध्या के बाद
 कार्नेलिया का गीत
 देवसेना का गीत
 भिक्षुक
 आत्मकथ्य
 बादल को घिरते देखा है
 गीत-फरोश
Copyright ©2020 HindiSahity.Com Sitemap Privacy Policy Disclaimer Contact Us