काव्यशास्त्र

रस व उसके भेद # काव्य शास्त्र || Kavy shastr

Ras in hindi

दोस्तो आज पोस्ट मे रस का अर्थ, रस व उसके भेद को सविस्तार  पढ़ेंगे.आप इस विषयवस्तु  को अच्छे से तैयार करें   रस का अर्थ व भेद   ⇒ भारतीय काव्यशास्त्र के विभिन्न सम्प्रदायों में रस सिद्धान्त सबसे प्राचीन सिद्धान्त है। रस सिद्धान्त का विशद एवं प्रामाणिक विवेचन भरत मुनि के नाट्यशास्त्र में ही सर्वप्रथम उपलब्ध …

रस व उसके भेद # काव्य शास्त्र || Kavy shastr Read More »

काव्यशास्त्र क्विज 1|| kaavyshastr quiz

काव्यशास्त्र क्विज(kaavyshastr quiz) *1 कवि की अनुभूति का साधारणीकरण होता है यह मत किस भारतीय आचार्य का है?* अ बाबू श्याम सुंदर दास ब  आचार्य रामचंद्र शुक्ल स आचार्य विश्वनाथ द  डॉ नगेंद्र✔ *2 मधुमति भूमिका का उल्लेख साधारणीकरण सिद्धांत में किस विद्वान ने किया?* अ भट्टनायक ब डॉ नगेन्द्र स  आचार्य रामचंद्र शुक्ल द …

काव्यशास्त्र क्विज 1|| kaavyshastr quiz Read More »

संदेह अलंकार – परिभाषा ,उदाहरण || Sandeh Alankar

संदेह अलंकार

आज के आर्टिकल में हम काव्यशास्त्र के अंतर्गत संदेह अलंकार(Sandeh Alankar) को विस्तार से पढेंगे ,इससे जुड़ें महत्त्वपूर्ण उदाहरणों को भी पढेंगे। संदेह अलंकार – Sandeh Alankar संदेह अलंकार की परिभाषा – Sandeh Alankar ki Paribhasha जब किसी पद में समानता के कारण उपमेय में उपमान का संदेह उत्पन्न हो जाता है और यह संदेह …

संदेह अलंकार – परिभाषा ,उदाहरण || Sandeh Alankar Read More »

अलंकार की परिभाषा – Alankar ki Paribhasha

अलंकार की परिभाषा

आज के आर्टिकल में हम अलंकार का अर्थ(Alankar ka Arth)और अलंकार की परिभाषा(Alankar ki Paribhasha) को विस्तार से पढेंगे। अलंकार की परिभाषा – Alankar ki Paribhasha अगर हम अलंकार का शाब्दिक अर्थ देखें तो सजावट या आभूषण होता है। अलंकार दो शब्दों से मिलकर बना होता है – अलम + कार। यहाँ पर अलम का …

अलंकार की परिभाषा – Alankar ki Paribhasha Read More »

वक्रोक्ति अलंकार – Vakrokti Alankar

vakrokti alankar

आज के आर्टिकल में हम काव्यशास्त्र के अंतर्गत वक्रोक्ति अलंकार(Vakrokti Alankar) को विस्तार से पढेंगे ,इससे जुड़ें महत्त्वपूर्ण उदाहरणों को भी पढेंगे। इससे आप आने वाली परीक्षा में इस विषयवस्तु पर बनें प्रश्न को सही कर सकतें है। Vakrokti Alankar – वक्रोक्ति अलंकार वक्रोक्ति अलंकार परिभाषा – Vakrokti Alankar ki Paribhasha वक्रोक्ति शब्द ’वक्र+उक्ति’ के …

वक्रोक्ति अलंकार – Vakrokti Alankar Read More »

साधारणीकरण का सिद्धांत ,परिभाषा -आसान शब्दों में || हिंदी काव्यशास्त्र

साधारणीकरण का सिद्धांत

आज के आर्टिकल में हम काव्यशास्त्र के अंतर्गत साधारणीकरण का सिद्धांत (Sadharanikaran ka Siddhant) सरल तरीके से पढेंगे ताकि आप यह विषयवस्तु अच्छे से समझ पाओ। साधारणीकरण क्या होता है ? असाधारण का साधारण और विशेष से सामान्य हो जाना । कवि और पाठक की चित्तवृत्तियों का एकलय हो जाना। इस सिद्धान्त के अनुुसार साहित्य …

साधारणीकरण का सिद्धांत ,परिभाषा -आसान शब्दों में || हिंदी काव्यशास्त्र Read More »

अरस्तु – Arstu || दार्शनिक

अरस्तु

आज के आर्टिकल में हम पाश्चात्य काव्यशास्त्री और दार्शनिक अरस्तु (Arstu) के बारे में पढेंगे । अरस्तु (Arstu) ⇒ अरस्तु का जन्म मकदूनिया के स्तगिरा नामक नगर में 384 ई. पू.  में हुआ । अरस्तु के गुरु का नाम प्लेटो था । ⇒ इन्हें पाश्चात्य काव्यशास्त्र का आधार माना जाता है। काव्यशास्त्र पर इनकी दो …

अरस्तु – Arstu || दार्शनिक Read More »

क्रोचे का अभिव्यंजनावाद – काव्यशास्त्र – Hindi Sahitya

क्रोचे का अभिव्यंजनावाद

आज के इस आर्टिकल में क्रोचे का अभिव्यंजनावाद (kroche ka abhivyanjnavad) और इसके संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियाँ आपके साथ शेयर की जा रही है। आप इस टाॅपिक को अच्छे से पढ़े। क्रोचे का अभिव्यंजनावाद  अभिव्यंजनावाद का प्रारम्भ पाश्चात्य देशों में हुआ है। शैली को प्रभावित प्रदान करने वाले यूरोप में दो वाद प्रचलित हुए-एक तो अभिव्यंजनावाद …

क्रोचे का अभिव्यंजनावाद – काव्यशास्त्र – Hindi Sahitya Read More »

रस के प्रकार – हिंदी काव्यशास्त्र

रस के प्रकार

आज के आर्टिकल में हम काव्यशास्त्र के अंतर्गत हम रस के प्रकार (Ras ke Parkar) विषय पर चर्चा करेंगे ,आप इस टॉपिक को अच्छे से तैयार करें । वीर रस दोस्तो वीर रस सभी रसों में प्रधान माना जाता है। इस रस का देवता महेन्द्र माना गया है और इसका वर्ण, सोने के समान गौर …

रस के प्रकार – हिंदी काव्यशास्त्र Read More »

काव्यशास्त्र 200 प्रश्नोत्तर -हिंदी साहित्य

काव्यशास्त्र 200 प्रश्नोत्तर हिंदी साहित्य

आज की पोस्ट में काव्यशास्त्र के महत्त्वपूर्ण 200 प्रश्न दिए गए है,ये प्रश्न परीक्षा के लिए उपयोगी है ,आप इन्हें अपने रजिस्टर में नोट कर लेवें | 1. संस्कृत काव्यशास्त्रीय ग्रंथों के आधार पर काव्यशास्त्र का प्रथम आचार्य माना जाता है ? (अ) आनंदवर्धन (ब) भरतमुनि (स) भट्टतौत (द) कुंतक 2. ’नाट्यशास्त्र’ के रचयिता कौन …

काव्यशास्त्र 200 प्रश्नोत्तर -हिंदी साहित्य Read More »

Scroll to Top