कन्यादान कविता – ऋतुराज || प्रश्नोत्तर
आज के आर्टिकल में हम ऋतुराज की कविता कन्यादान को पढेंगे और इसके महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर भी पढेंगे । कन्यादान- ऋतुराज कितना प्रामाणिक था उसका दुख लड़की को दान में देते वक्त जैसे वही उसकी अंतिम पूँजी हो लड़की अभी सयानी नहीं थी अभी इतनी भोली सरल थी कि उसे सुख का आभास तो होता था …