हिंदी साहित्य के महाकाव्य और खण्डकाव्य
*हिंदी के महाकाव्य*
1. चंदबरदाईकृत पृथ्वीराज रासो को हिंदी का प्रथम महाकाव्य कहा जाता है।
2. मलिक मुहम्मद जायसी – पद्मावत
3. तुलसीदास – रामचरितमानस
4. आचार्य केशवदास – रामचंद्रिका
5. मैथिलीशरण गुप्त – साकेत
6. अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ –प्रियप्रवास
7. द्वारका प्रसाद मिश्र – कृष्णायन
8. जयशंकर प्रसाद – कामायनी
9. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ – उर्वशी
10. रामकुमार वर्मा – एकलव्य
11. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ – उर्मिला
12. गुरुभक्त सिंह – नूरजहां , विक्रमादित्य
13. अनूप शर्मा – सिद्धार्थ , वर्द्धमान
14. रामानंद तिवारी – पार्वती
15. गिरिजा दत्त शुक्ल ‘गिरीश’ – तारक वध
*हिंदी साहित्य के खंड काव्य*
*आदिकाल में रचित खंड काव्य*
1. अब्दुर्रहमान कृत संदेशरासक
2. नरपतिनाल्ह कृत बीसलदेव रासो
3. जिनधर्मसुरि कृत थूलिभद्दफाग
भक्तिकाल में रचित खंड काव्य
1. नरोत्तमदास कृत सुदामाचरित
2. नंददास कृत भँवरगीत, रुक्मिणी मंगल
3. तुलसीदास कृत पार्वती मंगल , जानकी मंगल
*रीतिकाल में रचित खंड काव्य*
1. पद्माकर विरचित हिम्मत बहादुर विरुदावली
आधुनिक काल के खंड काव्य (भारतेंदु युग)
1. श्रीधर पाठक का एकांतवासी योगी
2. जगन्नाथदास ‘रत्नाकर’ का हरिश्चंद्र
द्विवेदी युग में रचित खंड काव्य
1. मैथिलीशरण गुप्त : रंग में भंग, जयद्रथ वध , नलदमयंती, शकुंतला, किसान, अनाथ
2. सियारामशरण गुप्त : मौर्य विजय
3. रामनरेश त्रिपाठी : मिलन , पथिक
4. द्वारिका प्रसाद गुप्त : आत्मार्पण
*छायावाद युग में रचित खंड काव्य*
1. सुमित्रानंदन पंत : ग्रंथि
2. रामनरेश त्रिपाठी : स्वप्न
3. मैथिलीशरण गुप्त : पंचवटी , अनध, वनवैभव, वक-संहार
4. अनूप शर्मा : सुनाल
5. सियारामशरण गुप्त : आत्मोत्सर्ग
6. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला :तुलसीदास
7. शिवदास गुप्त : कीचक वध
8. श्याम लाल पाठक : कंसवध
9. रामचंद्रशुक्ल “सरस” : अभिमन्यु वध
10. गोकुल चंद्र शर्मा : प्रणवीर प्रताप
11. नाथूराम शंकर शर्मा : गर्भरण्डा रहस्य, वायस विजय
*छायावादोत्तर युग में विरचित खंड काव्य*
1. मैथिलीशरण गुप्त : नहुष, कर्बला, नकुल, हिडिम्बा
2. बालकृष्ण शर्मा “नवीन” : प्राणार्पण
3. सोहनलाल द्विवेदी : कुणाल
4. रामधारी सिंह दिनकर : कुरुक्षेत्र
5. श्याम नारायण पांडे : जय हनुमान
6. उदयशंकर भट्ट : कौन्तेय-कथा
7. आनंद मिश्र : चंदेरी का जौहर
8. गिरिजादत्त शुक्ल “गिरीश” : प्रयाण
9. गोपालप्रसाद व्यास : क़दम-क़दम बढ़ाए जा
10. डॉ रुसाल : भोजराज
11. नरेश मेहता : संशय की एक
हिंदी साहित्य के महाकाव्य और खण्डकाव्य
1 Comment
Shubham kumar mishra · 02/02/2019 at 9:17 PM
Bahut hi srahniye wark h
Bahut achha likha h